“Mazar + religious picture + trishul + qawwalis, conspiracy to convert Hindus to Muslims, police arrested 18 conspirators.”
लगभग सारे देश में हिंदू इस षडयंत्र का शिकार हो रहे हैं।
सनातन 🚩समाचार🌎 आप जहां भी रहते हैं आपको अवश्य ही आपके आसपास ऐसे बहुत सारे जगह देखने को मिल रही होंगी जहां पर कोई मजार बनी हुई है। उसके अंदर हिंदू देवी-देवताओं के चित्र लगे हैं और साथ ही वहां पर जोत भी जलाई जाती है। इसके साथ ही उन जगहों पर साल में दो तीन बार इस्लामिक कव्वालियों का भी आयोजन किया जाता है। बताने का आवश्यकता नहीं है कि इन सभी स्थानों पर हिंदू भारी संख्या में जाते हैं किंतु मजे की बात यह है कि वहां पर मुसलमान कोई भी नहीं जाता है।
क्योंकि इस्लाम में मजार का कोई मतलब ही नहीं है यह बात अलग है कि सनातन धर्म में भी मजार का कोई महत्व नहीं है फिर भी वहां पर हिंदू जाते रहते हैं और मुसीबतों में पढ़ते रहते हैं।
अब इसी प्रकार की एक सनसनीखेज खबर आई है उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पढ़ते हैं एक गांव से। यहां पर मुसलमान बनाने का षड्यंत्र रचने के आरोप में पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। यहां के देवगांव थाना क्षेत्र के लालगंज चिरकीहिट गांव में अवधेश पासी नाम के एक व्यक्ति के घर में एक आयोजन चल रहा था। लगभग आधी रात के समय चल रहे इस आयोजन में धार्मिक चित्र के साथ त्रिशूल गाड़ कर हिंदू समाज के लोगों को भ्रमित किया जा रहा था।
बता दें की आयोजन को धार्मिक रंग देने के लिए वहां पर कव्वालियां गाई जा रही थीं। पता चला है कि अवधेश पिछले 5 सालों से बाराबंकी के देवा शरीफ में जाता था जहां पर सिकंदर नाम का एक व्यक्ति झाड़-फूंक का काम करता है। उसी ने अवधेश पासी को अपनी बातों में फंसा लिया, और अवधेश के घर में मजार जैसा एक निर्माण भी करवा दिया था, जहां वह लोगों की बीमारियां ठीक करने का दिखावा कर रहा था।
पता चला है कि अवधेश के घर में चल रहे कव्वालियों के कार्यक्रम में बलरामपुर से आया हुआ एक फरीद अहमद नाम का कव्वाल कव्वालियों के बीच बीच में इस्लाम के बारे में लोगों को जानकारी दे रहा था, और साथ ही हिंदू धर्म की मान्यताओं को पाखंड और झूठा बता रहा था। इसके साथ ही वह हिंदू धर्म के खिलाफ लोगों को भड़का भी रहा था। दरअसल आयोजन के बारे में पुलिस को एक व्यक्ति ने वहां पर हो रहे सारे गोरखधंधे की जानकारी दी थी, जिसके बाद थाना अधिकारी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी।
घटना की जानकारी मिलते ही जिले के एसपी अनुराग आर्य पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए, तथा वहां के साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने मौके पर 18 व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी आजमगढ़, मऊ, गोंडा और बलराम जिलों के निवासी बताए गए हैं। पता चला है कि यह लोग गांव के भोले भाले लोगों को भ्रमित कर रहे थे, और पैसे का लालच भी दे रहे थे। पुलिस ने मौके से सात त्रिशूल दो धार्मिक फोटो आदि बरामद किए हैं। इस सारे घटनाक्रम की भली प्रकार जांच करने के लिए एसपी अनुराग आर्य ने लालगंज के सीईओ मनोज रघुवंशी के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम का गठन किया है।
इसके साथ ही इंटेलिजेंस विभाग को पता लगाने के लिए कहा गया है कि कहीं इनकी कोई और टीम धर्मांतरण के इस गोरखधंधे में तो नहीं लगी हुई ?
इस बारे में एसपी अनुराग आर्य का कहना है कि मामले की जानकारी होते ही रात को सिविल ड्रेस में पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया था, तथा घटना की पुष्टि होने पर मोहम्मद फरोज, फरीद मोहम्मद, राशिद, रमजान, सिकंदर, शहाबुद्दीन, फैयाज मोहम्मद, जावेद, इमरान, साबिर अली, परवेज आजम, जावेद अहमद सहित 18 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं।