“After Varanasi, now the court has given a big order regarding Shri Krishna Janmabhoomi Masjid in Mathura.”
तलवार के दम पर विध्वंस किए गए मंदिरों को अब कानून के जरिए वापिस लेने के प्रयास कर रहे हैं हिंदू।
सनातन 🚩समाचार🌎 कभी विधर्मियों के द्वारा तलवार के दम पर तोड़े गए हिंदू मंदिरों को अब वापिस पाने के लिए हिंदू लोग कानून का सहारा ले रहे हैं। और उनके प्रयास सफल होते भी दिखाई दे रहे हैं इन्हीं प्रयासों के चलते सनातन धर्म को मानने वालों के लिए बड़ी अच्छी खबर प्राप्त हुई है हिंदुओं के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री मथुरा जी की जिला अदालत से।
दरअसल मथुरा जी की जिला अदालत में 1 साल पहले एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें हिंदू पक्ष की ओर से कहा गया था कि श्री कृष्ण जन्मस्थान की 13.37 एकड़ भूमि पर बने हुए मंदिर को हमलावर औरंगजेब ने तुड़वा कर उस स्थान पर ईदगाह मस्जिद बनवा दी थी। इसके साथ ही हिंदू पक्ष की ओर से भगवान श्री कृष्ण जी के जन्म से लेकर मंदिर बनने तक का सारा इतिहास भी अदालत में प्रस्तुत किया गया था।
इस याचिका में यह मांग भी की गई थी की ईदगाह मस्जिद का सर्वे और वीडियोग्राफी भी करवाई जाए ताकि दुनिया को सच्चाई का पता चल सके। हिंदू पक्ष ने 1968 में श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ बनाम शाही ईदगाह के बीच हुए समझौते को भी गैरकानूनी बताते हुए उसे खत्म करने की मांग की थी। इसी याचिका को लेकर मथुरा जी की जिला अदालत ने एक महत्वपूर्ण निर्णय देते हुए कहा है कि यहां भी वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर की तरह बनी हुई मस्जिद का सर्वे कराया जाए।
सीनियर डिवीजन की कोर्ट ने हिंदू सेना की याचना पर यह आदेश जारी किया है, तथा 20 जनवरी 2023 को अदालत में सर्वे की रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है। अदालत द्वारा ये आदेश पारित किए जाने के बाद अब 2 जनवरी को यह बहुत महत्वपूर्ण सर्वे होगा। इस बारे में हिंदू पक्ष का दावा है कि शाही ईदगाह में स्वस्तिक का बना हुआ चिन्ह मंदिर होने का प्रतीक है। इसके साथ ही यह दावा किया गया है कि मस्जिद के नीचे भगवान श्री कृष्ण जी के मंदिर का गर्भ ग्रह है।
इस बारे में हिंदू पक्षकार मनीष यादव और एडवोकेट महेंद्र प्रताप ने कहा है कि शाही ईदगाह में हिंदू स्थापत्य कला के बहुत सारे प्रमाण मौजूद हैं, जो कि होने वाले वैज्ञानिक सर्वे के बाद दुनिया के सामने आ जाएंगे। इस विवाद के बारे में महत्वपूर्ण बात यह है की श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर से एकदम सटी हुई यह मस्जिद है।
इस स्थान को हिंदू लोग भगवान श्री कृष्ण जी की जन्म स्थली मानते हैं। दावा किया जाता है की औरंगजेब ने भगवान श्री कृष्ण जन्मस्थली पर बने हुए प्राचीन श्री केशव नाथ मंदिर का विध्वंस करके 1669 – 70 में उसी स्थान पर शाही ईदगाह नाम की मस्जिद बनवा दी थी।
बहरहाल हिंदुओं के लिए यह एक बहुत बड़ी खुशी वाली खबर है कि अब इस सर्वे के बाद संभव है की श्री कृष्ण जन्मभूमि भी अवैध कब्जे से मुक्त हो जाएगी