“Another new attack, urinating comfortably on the worship of Hindus, but Shoaib was caught on CCTV.”
हिंदुओं को धर्म के नाम पे मनोरंजन करने से फुर्सत नहीं है और उनको हिंदुओं पे नए नए अघात करने से फुर्सत नहीं है।
सनातन 🚩समाचार🌎 यह बहुत दुख की बात है की हिंदुओं को जहां अपने धर्म की रक्षा करने के लिए तत्पर होने की आवश्यकता है परंतु ना जाने क्यों आज हिंदू धर्म के नाम पर मनोरंजन कर कर के ठुमके लगा लगा कर निढाल हुए जा रहे हैं जिस कारण हिंदू द्रोहियों के हौसले दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं।
जब पंडित जी पूजा के लिए पहुंचे
सभी हिंदुओं के लिए यह बहुत पीड़ा दाई खबर है की एक राक्षस ने हिंदुओं के आराध्य के पवित्र स्वरूप शिवलिंग पर पेशाब कर दिया है। प्राप्त हुए विवरण के अनुसार यह दुर्घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ के थाना सरूरपुर क्षेत्र के में पड़ते गांव रासना में घटी है। इस दुर्घटना का पता उस समय चला जब सुबह के समय पंडित जी मंदिर में पूजा पाठ करने के लिए पहुंचे। पंडित संत राम जी के अनुसार जब वह मंदिर पहुंचे उस समय मंदिर का गेट खुला हुआ था तथा अंदर से बहुत बुरी बदबू से आ रही थी, जिस पर उन्हें कुछ गलत होने की आशंका हुई।
गेट खोल कर अंदर दाखिल हो गया
इस पर उन्होंने तुरंत गांव के युवक मोहित को बुलाकर सारी बात बताइ। बता दें कि मंदिर में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं जिसकी जांच करने पर मोहित और पंडित जी ने एक व्यक्ति को देखा जो शाल ओढ़ कर वहां पहुंचा और गेट खोल कर अंदर दाखिल हो गया। इसके बाद उसने बड़े आराम से वहां पर स्थापित पवित्र शिवलिंग पर पेशाब कर दिया। इस घटना की जानकारी जब गांव के लोगों को मिली तो गांव में भारी आक्रोश फैल गया तथा लोग मंदिर में जमा होने लगे। इस बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और cctv फुटेज से शिनाख्त करके शोएब को गिरफ्तार कर लिया।
ये वास्तव में एक समाधि स्थल है
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हैं मौके पर दो थानों की पुलिस फोर्स भी पहुंच गई। बता दे कि यह मंदिर 1830 का बना हुआ है और गांव वालों की आस्था इस धार्मिक स्थल से जुड़ी हुई हैं। यहां पर उत्तर प्रदेश राजस्थान हरियाणा सहित अन्य स्थानों से भी श्रद्धालु आते हैं दीपावली के दिन तो यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है स्थानीय लोगों के अनुसार यह धार्मिक स्थल वास्तव में एक समाधि स्थल है। इस मामले में सबसे बड़ी बिडंबना यह है कि पकड़े गए कुकर्मी को पुलिस मानसिक रोगी बताते हुए बचाने की कोशिश कर रही है। जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर यह व्यक्ति पागल है तो बाहन कैसे चलाता है ? होटल में नौकरी कैसे करता है ?
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आजतक शोएब ने किसी मजार या मस्जिद पर पेशाब क्यों नहीं किया क्योंकि पागल के लिए मस्जिद क्या और मंदिर क्या ?