“Bajrang Dal opened a front against those selling beef by killing cow, then this big action was taken.”
हिंदुओं की आस्था को आहत करने के लिए हिंदुस्थान में निरंतर हो रही हैं गौहत्याएं।
सनातन 🚩समाचार🌎 यूं तो हिंदुओं के हिंदुस्तान में गौ हत्या होना अब कोई नई बात नहीं रह गई है, हर रोज हिंदुस्तान में असंख्य गाय काट दी जाती हैं। हालांकि इस बारे में सख्त कानून भी बना हुआ है परंतु गौ भक्षकों की आबादी इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है की वह कानून अपना काम ही नहीं कर पा रहा है।
गौ माता को मारकर उसका मांस
हर रोज हो रही इन गौ हत्या हमसे हिंदू मन ही मन रोते तो रहते ही हैं परंतु कभी कभार कोई ऐसी घटना भी घट जाती है जिससे हिंदुओं के तप्त मन को थोड़ी सी सांत्वना अवश्य ही मिल जाती है कुछ ऐसा ही वह है मध्य प्रदेश के ग्वालियर में यहां के एक गांव में उस समय सनसनी फैल गई जब हिंदुओं की आस्था गौ माता को मारकर उसका मांस खाने और बेचने वाले लोगों के मैं से दो के घरों को तोड़ने के लिए बुलडोजर गांव में पहुंच गया और देखते ही देखते उनको हत्यारों का घर ध्वस्त कर दिया।
घर अवैध बने हुए थे
कुछ दिन पहले ग्वालियर के महाराजपुरा स्थित चकरायपुरा गांव में रहने वाले पप्पू खान, सईद खान, मुरादी खान और बटरी खान पर गाय काटकर मांस पकाने का आरोप लगा था। सूचना मिलने पर बजरंग दल सहित अन्य हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंच कर गौहत्या का विरोध किया था। जिसके बाद पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली थी, तथा चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इनमे से दो आरोपितों ने गाय काटने की बात स्वीकार भी की थी।
मुरादी खान और सईद खान के घर अवैध
वहीं गोमांस बेचने के आरोप में तीन आरोपितों को बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इन लोगों पर पुलिस और प्रशासन सख्त कार्रवाई कर रहा है। जब इन आरोपियों के मकानों की जांच कराई गई तो सामने आया कि मुरादी खान और सईद खान के मकान बिना अनुमति के बनाए गए थे। इसके बाद प्रशासन द्वारा इनके मकानों पर बुलडोजर चलाने का निर्णय लिया गया। गुरुवार 29 सितंबर 2022 को एसडीएम अशोक सिंह चौहान, सीएसपी महाराजपुरा रवि भदौरिया, तहसीलदार कुलदीब दुबे नगर निगम के कर्मचारियों और भारी पुलिस फोर्स के साथ चकरायपुरा गांव में पहुंच गए।
इन लोगों के हथियारों के 17 लाइसेंस थे
इसके बाद दोनों गौहत्यारों के मकानों पर बुलडोजर चला दिया गया। बतादें की ये गौहत्यारे और इनके सभी रिश्तेदार अपराधी मनोवृति के हैं जिसके चलते इस घटना से पहले ही कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बुधवार को इस गिरोह के 17 लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए थे। गौहत्यरों पर हुई कार्रवाई के दौरान तनाव की स्थिति अवश्य थी, परंतु भारी पुलिस बल की उपस्थिति के चलते गौभक्षक प्रजाति के लोग कुछ नहीं कर पाए।
अभी तक इस मामले में सात लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। जिसमें चार लोगों पर गौहत्या और तीन लोगों पर गोमांस बेचने का आरोप है। इन सभी पर महाराजपुरा थाने में FIR दर्ज की गई है।