“14-year-old minor Sikh girl was forcibly made a Christian, got the religious symbol “Siri Sahib” removed, then the Singhs took charge of the FIR
पिछले 10 वर्षों से ये सब चल रहा है परंतु सिख अब सतर्क हुए हैं जबकि पंजाब अघोषित ईसाइयस्तान बन चुका है।
भ्रमित की गई मासूम
सनातन 🚩समाचार🌎 सारे देश से लगातार लालच देकर हिंदुओं को ईसाई बनाने के साथ साथ जबरन धर्मप्रिवर्तन की खबरें तो मिलती ही रहती हैं, परंतु अब अविष्सनीय घटना घटी है पंजाब में। अवशानीय इसलिए क्योंकि सिखों को अपने धर्म के प्रति बेहद सावधान माना जाता रहा है परंतु इस घटना में एक सिख लड़की को ही जबरन ईसाई बना दिया गया है, वो भी नाबालिग लड़की को।
“सिरी साहब” उतार दिया
मिली जानकारी के अनुसार ये हुआ है पंजाब के पठानकोट में पड़ते थाना शाहपुर कंडी के क्षेत्र में। यहां रहने वाले एक अमृतधारी सिख परिवार में उस समय हड़कंप मच गया जब उनकी अमृतधारी बेटी ने अपना धार्मिक चिन्ह “सिरी साहब” उतार दिया और कहा की अब वो गुरुद्वारा साहब नहीं जाएगी और ना ही कोई प्रसाद खायेगी। दरअसल उनकी बेटी अपने ननिहाल गई हुई थी। वहां उसे उनकी एक रिश्तेदार भ्रमित करती रही और उस पर तरह तरह से ईसाई बनने का दबाव डालती रही जिस कारण लड़की ने अपना धार्मिक चिन्ह भी उतार दिया था और चर्च में जाने लगी थी।
सिख संगठन ने मोर्चा सम्मभला
जब लड़की वापिस अपने घर लौटी तो ये सब कुछ सामने आया। बतादें की लड़की नाबालिग है और उसकी आयु केवल 14 वर्ष की है तथा वह 10वीं कक्षा में पढ़ती है। अपनी बेटी को ईसाई बनी देख कर सारे परिवार के हाथ पांव फूल गए और उन्होंने तुरंत एक सिख संगठन से संपर्क किया। जिस पर सिख संगठन ने आ कर मोर्चा सम्मभला। सिख संगठन के जत्थेदार धन गुरु ग्रंथ साहब सत्कार कमेटी पठानकोट ने इस बारे में बताया है की हमे सूचना मिली थी की यहां एक सिख लड़की को जबरन ईसाई बनाया गया है, उसकी सिरी साहब उतारी गई। जिस कारण हमने यहां कई संगठनों के लोगों से मिल कर DSP राजिंदर सिंह मिन्हास को सारी घटना के बारे में बताया है।
नाबालिग सिख लड़की ने बताया
जिस पर उन्होंने हमारी बात को धैर्य से सुनते हुए तुरंत इस मामले में 295A का मामला दर्ज कर लिया है। और भरोसा दिलाया है की इस बारे में उचित कार्रवाई की जाएगी। नाबालिग सिख लड़की ने बताया कि उसे उसकी चाची के मां चर्च में ले जाती थी, उसीने मुझे धार्मिक चिन्ह सिरी साहब उतारने को कहा और मुझे मंदिर या गुरुद्वारा में जाने को मना किया है।
सिख मर्यादा के अनुसार
इस के बारे में DSP राजिंदर सिंह मिन्हास ने बताया है की लड़की की मां परमजीत कौर ने हमे शिकायत दी है की उसकी बेटी का नाम अमरजीत कौर है तथा वो 14 वर्ष की है और 10वी क्लास में पढ़ती है। उसने सिख मर्यादा के अनुसार अमृत छका हुआ है। वो अपने ननिहाल गई हुई थी वहां उनकी एक रानी नाम की रिश्तेदार उसे भ्रमित करती थी। दबाव डालती थी और चर्च में ले जाती थी। शिकायत मिलने के बाद अब अगली कार्रवाई की जा रही है।