“Nukel on love jihadis, Singh Vahini will be guarded in Garba pandals, all this will have to be told along with applying tilak.”
महामंडलेश्वर स्वामी अतुलेषानंद गिरी जी महाराज ने संभाल लिया है मोर्चा लव जिहादियों के खिलाफ।
अच्छी शुरुआत
सनातन 🚩समाचार🌎 उज्जैन : हिंदू लड़कियों के साथ बड़ रहे लव जिहाद से आज सभी सनातनी चिंतित हैं, और इस पर लगाम लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के चलते अब उज्जैन के गरबा पंडालों में सिंह वाहिनी की बहनें पहरा देंगी।
पंडालों में असामाजिक लोगों के प्रवेश को रोका जाएगा
देवी आराधना का पर्व शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से आरंभ होगा। नवरात्र के इन नौ दिनों में युवतियां गरबा नृत्य द्वारा मा भगवती जी की आराधना करती हैं। इस पर्व को लेकर गरबा पंडालों में तैयारियां आरंभ हो चुकी हैं। इसके साथ ही गरबा पंडालों में असामाजिक लोगों के प्रवेश को रोकने के लिए कई सख्त योजना बनाई जा रही है। इस बार उज्जैन के पंडालों में सिंह वाहिनी की बहनों का पहरा रहेगा, वे लड़कों को तिलक लगाकर ही पंडाल में प्रवेश करने देंगी तथा गरबा देखने आने वालों को अपना आधार कार्ड भी दिखाना होगा।
संतों को धर्म की चिंता रहती है
महामंडलेश्वर स्वामी अतुलेषानंद जी गिरी महाराज ने इस बारे में बताया की गंदी मानसिकता वाले लोगों का प्रवेश अब गरबा में रोका जाएगा। महाराज ने बताया कि सनातन धर्म व संस्कृति की रक्षा के लिए संत हमेशा तत्पर रहे हैं। गरबा पंडालों में जिहादी व गंदी मानसिकता के युवकों को रोकने के लिए इस बार सख्त कदम उठाए जाएंगे। उनके संगठन सिंह वाहिनी की बहनें गरबा पंडालों की सुरक्षा संभालेंगी।
लव जिहाद रोकने हेतु उठाया ये कदम
पंडाल में प्रवेश करने वाले प्रत्येक लड़के को तिलक लगाया जाएगा तथा आधार कार्ड की जांच के साथ ही उनसे कोई न कोई सनातनी मंत्र सुनाने को कहा जायेगा। इसके बाद ही उन्हें भीतर प्रवेश दिया जाएगा। महामंडलेश्वर स्वामी अतुलेषानंद जी गिरी महाराज ने आगे बताया की ये कदम लव जिहाद जैसी सामाजिक विकृति को रोकने के लिए उठाया जा रहा है। बता दें कि हर वर्ष गरबा उत्सव के दौरान विधर्मियो द्वारा हिंदू लड़कियों से छेड़ छाड़ की शिकायतें तो मिलती ही हैं साथ ही इस उत्सव के बाद बहुत सारी हिंदू लड़कियों के लव जिहाद का शिकार होने की खबरें भी मिलती हैं।
बहरहाल ये एक बहुत सराहनीय प्रयास है हिंदुओं द्वारा अपना धर्म और अपनी लड़कियों को बचाने का। आशा की जानी चाहिए की इसी प्रकार की योजनाएं अन्य स्थानों पर भी लागू की जाएंगी।