“Heavy cash, expensive cars, watches, property worth billions found in the raid, all the media is silent because the accused is the priest who got the conversion.”
हिंदुओं के किसी भी संत पर कोई झूठा आरोप लगते ही दिन रात विधवा विलाप करने वाले हिंदुद्रोही मीडिया को सांप सूंघ गया है अब।

छापेमारी हुई

सनातन 🚩समाचार🌎 बार-बार हिंदू द्रोही मीडिया की पोल तब खुल जाती है जब वह किसी भी पादरी अथवा मौलवी पर लगने वाले किसी भी आरोप के बारे में चुप्पी साध ली जाती है, वहीं दूसरी ओर हिंदुओं के किसी भी संत पर कोई आरोप लगे तो दिन-रात मीडिया ट्रायल चलते हैं। अब भी देशर्म मीडिया मौन है क्योंकि मध्य प्रदेश के जबलपुर के 1 पादरी के घर पर EOW ने काफी बड़े स्तर की छापेमारी की है। इस कार्रवाई में 32 महंगी घड़ियां, 9 महंगी लग्जरी कारें, 18000 डॉलर, सोने के आभूषण, महंगे कपड़े और भारी मात्रा में हिंदुस्तानी करंसी भी बरामद हुई है।

हिंदुओं के धर्म परिवर्तन करवाने के आरोप हैं

बता दें कि द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च आफ नॉर्थ इंडिया के चेयरमैन इस पादरी का नाम है PP सिंह। पता चला है कि इस छापेमारी में एजेंसी के बहुत सारी नामी और बेनामी संपत्ति के कागजात हाथ लगे हैं। मिली जानकारी के अनुसार ये छापेमारी 8 सितंबर 2022 को की गई है। यह भी पता चला है कि इस पादरी पर बच्चों की स्कूल की फीस को धार्मिक संस्थाओं पर खर्च करने का भी आरोप है। इस पादरी पर हिंदुओं के धर्म परिवर्तन करवाने के भी आरोप लगते रहे हैं बेहद शाहाना जीवन जीने वाला यह पादरी छापेमारी के दौरान ईओ डब्ल्यू टीम के हत्थे नहीं चढ़ा। उसके परिवार वालों ने एजेंसी को बताया है कि वह इस समय जर्मनी में है।

छापे की कार्रवाई

इस सारी कार्रवाई के बारे में बताते हुए ई ओ डब्ल्यू के एसपी देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की उन्हें 2015 में द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया में होने वाली होने वाले आर्थिक घपले की शिकायत मिली थी, तथा जब इस शिकायत की डीएसपी मनजीत सिंह के द्वारा जांच करवाई गई तो पता चला की 2003 से 2011 तक इस पादरी ने 2,70,00000 रुपए ट्रांसफर किए हैं। एसपी देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस मामले में एफ आई आर दर्ज कर ली गई है, तथा साथ ही आरोपी पर कुछ अन्य थानों में भी केस दर्ज होने की जानकारी भी मिली है।

अपने स्कूल और मकान हैं

इस छापे में प्राप्त हुए नोट इतने अधिक थे कि उन्हें गिनने के लिए मशीनें लगानी पड़ी। बता दें कि पादरी पीपी सिंह के 2 स्कूल हैं और अलग-अलग स्थानों पर उसके तीन मकान भी हैं। इसका बेटा पीयूष पाल क्राइस्टचर्च बॉयज स्कूल का प्रिंसिपल है। इस पादरी ने लगभग 5 सालों तक जबलपुर कि एक चर्च में पादरी के रूप में काम किया। इसके बाद इसे बिशप की पदवी दे दी गई। एजेंसी को पता चला है कि पादरी से बिशप बनने के बाद यह पादरी पी पी सिंह कुछ दिनों में ही बेहद धनवान हो गया।

https://youtu.be/G1HRfyX4gn8
मौके की वीडियो

बताने की आवश्यकता नहीं है यही कार्रवाई अगर हिंदुओं के किसी संत पर हुई होती तो सारा मीडिया इस समय चिल्ला चिल्ला कर आसमान सिर पर उठा चुका होता। परंतु अब कोई कुछ नहीं बोलेगा क्योंकि इस मामले में आरोपी एक पादरी है हिंदुओं का कोई संत नहीं।

By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

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