“Shabaam became Shyamu LOVE JIHD did not become a Muslim, did not offer Namaz, it was very painful and then Halala.”
पहले लड़की के भाई का दोस्त बना फिर अपने मंसूबे को अंजाम दिया।
सनातन🚩समाचार🌎हिंदू लड़कियों को असल पहचान छुपाकर अपने प्रेम जाल में फंसाने के मामले तो हर रोज सामने आते ही रहते हैं, परंतु अब इससे बहुत बढ़ कर भी बहुत कुछ होने लगा है। इस नए मामले में लव जिहादी ने पहले लड़की के भाई को धोखा दिया फिर उसके सारे परिवार को और आखिर में उसने वही सब कुछ कर डाला जो यह लोग हमेशा हिंदुओं की लड़कियों के साथ किया करते हैं।
असल पहचान छिपाकर
इस नए प्रकार के लव जिहाद के मामले में उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले की एक युवती को फसाया गया है। यहां पर शाबाम नाम के एक शातिर युवक ने अपनी असल पहचान छिपाकर श्यामू बनकर पहले एक हिंदू लड़की के भाई के साथ दोस्ती की फिर उसके घर आने जाने लगा बाल उसके बाद शातिर शाह बामने अपनी असली चाल चल दी।
हिंदू युवती के मामा के लड़के के साथ
मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में सबसे दुखद पहलू यह रहा कि पीड़ित युवती जब मालीपुर थाने में शिकायत करने गई तब पुलिस ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई करने की बजाय उसे ही डांट कर भगा दिया – ऐसा पीड़ित लड़की का आरोप है। पता चला है कि मालीपुर थाने के अंतर्गत पढ़ते सैरपुर उमरन गांव की युवती की सम्मनपुर के हर दिलपुर में रिश्तेदारी है। आजमगढ़ के पवई थाने में पढ़ते मिल्कीपुर का रहने वाला शाबाम नाम के एक युवक ने अपना नाम श्यामू रखकर हिंदू युवती के मामा के लड़के के साथ दोस्ती की, इसके बाद वह युवती के मामा के लड़के सुनील के साथ उसके घर पर आने जाने लगा तथा धीरे-धीरे उसने युवती को अपने प्रेम जाल में उलझा लिया।
अपने आप को हिंदू बताता था
इसके बाद उसने लड़की के परिवार वालों को भी अपने झांसे में ले लिया। पीड़ित युवती के अनुसार कोरोना के लॉक डाउन की वजह से उनकी शादी टल गई थी, इसलिए तब उन्होंने 10 जुलाई 2020 को जलालपुर कस्बे के मठिया मंदिर में जाकर शादी कर ली थी। पीड़ित लड़की के अनुसार शाबाम ने उसे अपना नाम श्यामू बताया था तथा वह अपने आप को हिंदू बताता था। परंतु मंदिर में हुई शादी के बाद जब पीड़ित युवती अपनी ससुराल गई तब उसे पता चला उसका श्यामू वास्तव में साबाम है। युवती के अनुसार विवाह के एक हफ्ते बाद ही शाबाम उस पर मुसलमान बनने का और निकाह करने का दबाव डालने लग गया था।
हिंदू धर्म त्यागने को राजी नहीं हुई तो
युवती ने यह भी बताया है की शाबाम के घरवालों के साथ साथ वहां की आस पास रहने वाली मुस्लिम महिलाएं भी उसे नमाज पढ़ने और कलमा पढ़ने के लिए कहती रहती थी। जब भी पीड़ित युवती इस सारी बातों का विरोध करती थी तो उसके साथ बुरी तरह मारपीट की जाती थी। लगातार होने वाली पिटाई के बाद भी जब युवती अपना हिंदू धर्म त्यागने को राजी नहीं हुई तो शाबाम ने उसे तीन तलाक दे दिया,परंतु उसे घर से निकलने की इजाजत नहीं दी गई। पीड़ित युवती के अनुसार उसका फोन भी छीन लिया गया था। इसके बाद शाबाम ने उससे दोबारा निकाह करने की बात कहकर उसे अपने भाइयों शरीफ और मेहंदी हसन से हलाला करने पर मजबूर किया।
न्याय के लिए दर-दर भटक रही है
पीड़ित हिंदू युवती के अनुसार वह किसी तरह मौका पाकर हैवान शाबाम के घर से भागने में सफल हो गई और अपने माता-पिता के पास पहुंच गई। जहां उसने अपनी सारी आपबीती अपने परिजनों को बताई। इसके बाद पीड़िता युवती और उसका परिवार मालीपुर थाने में शाबाम की शिकायत करने के लिए पहुंच गया परंतु पुलिस ने कोई कार्रवाई करने की बजाय उन सभी को डांट कर भगा दिया। पीड़ित युवती के अनुसार अब वह न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रही है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि पुलिस से शिकायत करने के बाद भी अभी तक शाबाम पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। एसपी को भी मैंने अपने साथ हुए हादसे के बारे में बताया है लेकिन उनकी तरफ से भी अभी तक कोई मदद नहीं मिली है।
हिंदू धर्म का अंग नट समुदाय
इस सारी घटना की जानकारी जब विश्व हिंदू परिषद को मिली तो उन्होंने इस सारे मामले को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की चेतावनी दी है। इस बारे में विश्व हिंदू परिषद के अवध प्रांत के प्रमुख अरविंद पांडे ने बताया है की किछौछा और भियांव कस्बे में हिंदू धर्म का अंग नट समुदाय के लोगों का धर्म परिवर्तन करवाने का बहुत बड़े स्तर पर काम चल रहा है। उन्होंने चेतावनी दी हैं कि इस मामले में पुलिस का उदासीन व्यवहार बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा।
VHP के द्वारा इस मामले को हाथ में ले जाने के बाद अब आशा की जानी चाहिए की अब इस पीड़ित युवती को अवश्य ही न्याय मिलेगा और शाबाम/श्यामू जल्द ही सलाखों के पीछे होगा।