“They were saving those who were burning, those who were being killed, the Hindus standing as a shield in front of the mosque did this work.”
उधर मर रहे थे पिट रहे थे पर इधर मस्जिद को बचा रहे थे हिंदू।
सनातन🚩समाचार🌎बेशक विधारमियो ने हर जगह पर श्री रामनवमी की शोभायात्रा पर हमले किए, पत्थरबाजी की आग लगाई और छुरो से घायल भी कर दिया परंतु फिर भी हिंदू अपने संस्कार नहीं छोड़ते हैं। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिला है पटना में। यहां हिंदू उस समय एक दूसरे का हाथ पकड़ कर एक मानव श्रृंखला बनाकर एक मस्जिद के आगे ढाल बनकर खड़े हो गए जब वहां से श्री राम नवमी की यात्रा गुजर रही थी। बता दें कि यह मानव श्रृंखला बनाए हुए हिंदू कहीं और से नहीं आए थे बल्कि उस यात्रा में चल रहे लोग ही थे। क्योंकि इस खबर से हिंदुओं की अच्छाई सामने आ जाती इस कारण यह खबर लगभग सारे मीडिया ने छुपाई है यहां तक कि हमें भी यह खबर बहुत देर से प्राप्त हुई है।
जामा मस्जिद के सामने
परंतु हम कुछ भी छुपाते नहीं है सब कुछ स्पष्ट बता देते हैं। जो चित्र और वीडियो हमे इस बारे में प्राप्त हुए हैं उनमें साफ साफ देखा जा सकता है कि कुछ लोग मानव श्रृंखला बनाकर मस्जिद की रक्षा कर रहे हैं। ये लोग स्वयं शोभा यात्रा निकालने वाले लोग ही थे। दरअसल श्री रामनवमी के मौके पर बिहार के कटिहार जिले में शोभा यात्रा निकाली जा रही थी।यहां के फकरतकिया चौक स्थित जामा मस्जिद के सामने से जब रामनवमी की शोभा यात्रा निकाल रही थी उस समय शोभायात्रा में चल रहे कुछ हिंदुओं ने भाईचारे का धर्म निभाते हुए परस्पर एक दूसरे का हाथ पकड़कर मस्जिद के आगे मानव श्रृंखला बना ली थी।
हिंदुओं को चुन चुन कर पीटा गया
हिंदुओं द्वारा दिखाए गए इस भाईचारे कि एक तरफ जहां प्रशंसा हो रही थी वहीं यह भी सच है कि देश के बहुत सारे भागों में उसी समय श्री रामनवमी की शोभा यात्राओं के ऊपर भयंकर हमले भी हो रहे थे। उन हमलों में बिल्कुल भी लिहाज नहीं रखी गई की जिन पर हमले किए जा रहे हैं वह उनके अपने पड़ोसी ही हैं। भले ही यह हमले करौली में किए गए हों, गुजरात में, कोलकाता में अथवा खरगोन में। सभी जगह एक ही स्थिति रही है। सभी जगह पर भारी पथराव किया गया, हिंदुओं को चुन चुन कर पीटा गया और उनकी दुकानों को आग के हवाले भी किया गया था। बहरहाल हिंदुओं के द्वारा इस तरह से भाईचारा दिखाए जाने की तारीफ तो की ही जानी चाहिए परंतु साथ भी ही यह भी चिंतन किया जाना चाहिए कि ………
हनुमान जी के जन्मोत्सव के उपलक्ष में
क्या भाईचारे के इस प्रत्यक्ष प्रमाण के बाद क्या अब दोबारा से हिंदुओं की किसी शोभायात्रा पर विधर्मी हमला नहीं करेंगे ? ?हालांकि आज ही 16 अप्रैल 2022, दिन शनिवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी में श्री हनुमान जी के जन्मोत्सव के उपलक्ष में निकाली जा रही शोभायात्रा पर विधर्मियों के द्वारा जबरदस्त हमला कर दिया गया है।
वही पत्थरबाजी वही आगजनी और वही हिंदुओं की पिटाई यानी सब कुछ वही का वही किया गया है जो श्री राम नवमी की शोभा यात्राओं के साथ किया गया था।