एक एक कर सभी धर्मरक्षक जेलों में ठूंस दिए हैं
🚩सनातन हिंदू संस्कृति ही एक ऐसी संस्कृति है जो प्राणिमात्र का हित चाहती और करती है; यही संस्कृति विश्वभर में फैलेगी और उसके अनुसार मनुष्य चलने लगेगा तभी विश्व में शांति आ सकती है तथा हर व्यक्ति स्वस्थ्य, सुखी और सम्मानित जीवन जी सकता है। लेकिन दुर्भाग्य यह है इस संस्कृति का प्रचार प्रसार करके मानवता को बचाने के लिए जो आगे आते हैं उनको ही प्रताड़ित किया जाता है।
🚩आपको बता दें कि शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने जैसे ही सनातन धर्म अपनाया और सनातन की रक्षा के लिए जितेंद्र नारायण त्यागी बनकर धर्म संसद में बोले तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया, उनके साथ यति नरसिंहानंद जी को भी गिरफ्तार कर लिया जबकि वहाँ सरकार भाजपा की है।
🚩काली चरण महाराज को भी गांधीजी पर विवादास्पद टिप्पणी करने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन वामपंथी वामन मेश्राम ने गांधीजी के लिए काली चरण महाराज से भी ज्यादा गन्दे शब्दों का प्रयोग किया है पर उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई।
इससे पहले भी कई हिंदूनिष्ठों को गिरफ्तार किया है। अभिनेत्री पायल रोहतगी, हैदराबाद के विधायक टी राजा सिंह आदि को गिरफ्तार किया गया।
लेकिन जब देशविरोधी व हिंदू विरोधी नारे लगते हैं या बातें कही जाती हैं तो कोई कार्रवाई नहीं होती।
उदाहरणार्थ-
“भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाअल्लाह”- जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी
“हिंदुत्व की कब्र खुदेगी”- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
“हम को चाहिए आज़ादी, हिंदू से चाहिए आज़ादी, छीन के लेंगे आज़ादी।”- जामिया मिल्लिया इस्लामिया
“15 मिनट पुलिस हटा दो, हिंदुओं को खत्म कर देंगे”- अकबरुद्दीन ओवैसी
ऐसे कई मुस्लिम लीडर हैं जो आये दिन हिंदुओं को खत्म करने की बात करते हैं पर इनकी न गिरफ्तारी होती है और न ही जेल भेजा जाता है जबकि यही लोग देश में दंगे भडकाने व देश को तोड़ने का कार्य करते हैं।
🚩केवल यति नरसिंहानंद, जितेंद्र नारायण त्यागी व काली चरण महाराज ने ही हिंदुत्व के लिए आवाज उठाई हो और उनको जेल हुई है ऐसा नहीं है। इससे पूर्व में और वर्तमान में कई हिन्दूनिष्ठ व्यक्तियों को जेल भेजा गया है, कई जगह तो उनकी हत्या भी करवा दी गई है, मीडिया भी उनको ही बदनाम करती है।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, स्वामी असीमानंदजी, कर्नल पुरोहित, डीजी वंजारा आदि हिंदूनिष्ठ लोगों को सालों जेल में रखकर प्रताड़ित किया गया।
शंकरचार्य जयेंद्र सरस्वती, स्वामी नित्यानंद आदि साधु-संतों को मीडिया द्वारा बदनाम करवाकर जेल भिजवाया गया।
🚩वर्तमान में हिंदू संत आशारामजी बापू को जेल में रखा गया है, 9 साल में एक दिन भी जमानत नहीं दी गई जबकि हिंदू संत आसारामजी बापू ने लाखों हिंदुओं की घर वापसी करवाई, आदिवासियों में जीवनोपयोगी सामग्री दी और हिंदू धर्म की महानता बताई, जिससे धर्मांतरण वालों की दुकानें बंद हो गईं। और वो भी कॉंग्रेस सरकार में जब कोई हिंदुत्व के लिए बोलने से डरता था तब आवाज उठाई, उन्होंने करोड़ों लोगों को सदाचारी बनाया, भारतीय संस्कृति से अवगत कराया, करोड़ों लोगों के व्यसन छुड़वाए। 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन शुरू करवाया, 25 दिसंबर को तुलसी पूजन शुरू करवाया जिससे विदेशी कम्पनियों की कमर टूट गई इसलिए ईसाई मिशनरियों व विदेशी कम्पनियों ने मिलकर कुछ नेताओं को खरीद लिया और उनपर झूठे केस करवाए तथा मीडिया को भारी फंडिग देकर उनकी बदनामी करवाई ।
🚩 ग्राम ककोर , फफूंद , जिला औरैया के निवासी दारा सिंह उर्फ़ रविंदर पालजी ने लाखों हिन्दुओं को ख़त्म कर देने वाले मिशनरी से लड़ाई लड़ी लेकिन 22 सालों से जेल में बंद है ये हिन्दू योद्धा!
धर्मपरिवर्तन और गौ हत्या के विरुद्ध दारा सिंह के प्रतिकार की सजा इतनी भी नहीं होनी चाहिए जितनी उनको दी गयी।
🚩अब आप समझ गए होंगे कि हिंदुओं के लिए आवाज उठाने का परिणाम क्या आता है।
आपको स्पष्ट कर दें कि इन सब बातों से डरना नहीं चाहिए क्योंकि अपने धर्म में प्राण चले जाएं तो भी आखिर तक लड़ाई लड़नी चाहिए जैसे महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी महाराज, गुरु गोविंद सिंह, गुरु अर्जुनदेव, गुरु तेगबहादुरजी, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, चन्द्रशेखर आज़ाद आदि ने अपने धर्म की रक्षा के लिए अनेक यातनाएं सहन की यहाँ तक कि अपने प्राण दे दिए लेकिन धर्म व देश की रक्षा के लिए एक कदम भी पीछे नहीं हटे। हमको भी उनका अनुसरण करना चाहिए।
🚩साभार सोशल मीडिया
Forget about the Mughal period, even today it is a crime to protect Hindu religion.