हिन्दुस्थान हिन्दू राष्ट्र घोषित ना किया गया तो लूँगा जल समाधि।
अयोध्या जी: यहां के श्री राम घाट स्थित तपस्वी जी छावनी के महंत जगद्गुरु स्वामी परमहंस दास जी ने गत रविवार एक बड़ी साधन धर्म संसद का आयोजन किया। इस हुए आयोजन में देशभर के सभी स्थानों से बहुत सारे संत पधारे। सनाततन धर्म की इस हुई संसद में धर्म की वर्तमान स्थिति पर गहन चिंतन व चर्चा की गई, जिसमें भारत को अविलंब हिंदू राष्ट्र बनाए जाने की मांग प्रमुख रही।
मांस मदिरा प्रतिबंधित
इस हुई धर्म संसद में जो मुख्य बिंदु रहे उनमें उनके बारे में घोषणा करते हुए महंत परमहंस दास जी ने केंद्र सरकार एवं उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार से यह मांग की कि धर्म स्थान की 84 कोस परिक्रमा के अंदर अविलंब मांस और मदिरा का प्रयोग एवं उसकी बिक्री प्रतिबंधित की जाए। तथा साथ ही महंत जी ने यह भी कहा कि वर्षों से स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रमों में मुगलों का ही महिमामंडन किया जा रहा है, जो कि सरासर गलत है।
धर्म योद्धा
इसे बदल देना चाहिए उनके स्थान पर देश को आजाद करवाने वाले राजगुरु, सुखदेव व चंद्रशेखर इत्यादि राष्ट्र भक्तों के विवरण अब बच्चों को पढ़ाये जाने चाहिए। तथा साथ ही अन्य जो हिंदू धर्म योद्धा हुए हैं उनका विवरण अब पाठ्य पुस्तकों में होना चाहिए। इस संसद में पारित हुए मुद्दों पर बात करते हुए जगद्गुरु परमहंस दास जी ने आगे बताया कि वर्तमान में धार्मिक स्थलों एवं मठों इत्यादि की आर्थिक स्थिति काफी डामाडोल है जिस कारण इन सभी स्थानों को बिजली एवं पानी के शुल्क से मुक्त किया जाए।
तथा साथ ही सरकार सभी आदरणीय संत जनों को एक एक लाख रुपये की मान सम्मान राशि भी दे। 👉 दिल्ली की केजरीवाल सरकार दिल्ली में मस्जिदों के मौलवियों और उनके सहयोगियों को मासिक वेतन दे रही है।
धर्म संसद में सबसे बड़ा ऐलान करते हुए महंत परमहंस दास जी ने कहा कि अगर आगामी 2 अक्टूबर तक भारत देश को हिंदू राष्ट्र घोषित ना किया गया अथवा इस बारे में उनसे बात ना की गई तो वह पवित्र सरयू जी में जल समाधि ले लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार को इस मांग पर तुरंत ध्यान देना चाहिए, तथा 2 अक्टूबर तक भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए आपने कहा कि राष्ट्र तभी तक सुरक्षित रहेगा जब तक इसमें हिंदू बहुसंख्यक रहेंगे। इसलिए भी मेरी इस मांग को अवश्य माना जाना चाहिए।
राष्ट्र माता
इस हुई धर्म संसद में गौ माता की वर्तमान स्थिति पर भी गहन चिंता व्यक्त की गई, तथा मांग की गई कि अतिशीघ्र गाय को राष्ट्र माता का पद दिया जाए तथा साथ ही श्री रामचरितमानस जी को राष्ट्रीय ग्रंथ भी घोषित किया जाए।
बता दें कि महंत परमहंस दास जी पिछले काफी समय से भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के अभियान में लगे हुए हैं। इस धर्म संसद में उन्होंने देश के सारे संत समाज से इस अभियान में अपना पूर्ण समर्थन देने का भी आग्रह किया।
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If India is not declared a Hindu nation, I will take water samadhi, big announcement of this saint