तालिबान हो या पाकिस्तान या हिंदुस्तान यह गंदी मानसिकता तो हर जगह एक जैसी ही है। ना जाने यह कैसी मानसिकता है जो इन्हें हमेशा ऐसे घिनौने अपराध करने को उकसाती रहती है।
अब यह नया मामला भी कम दहलाने वाला नहीं है। अब यह घटना घटी है उड़ीसा में। इस प्रदेश के भद्रक जिले के गांव की एक 20 साल की लड़की ने आत्महत्या कर ली है। जिसके बाद सारे गांव में शोक की लहर फैल गई है बता दें की इस लड़की के साथ पहले इसी गांव के एक प्रभावशाली 65 साल के मुस्तकीन शेख नाम के व्यक्ति ने दुष्कर्म करने का प्रयास किया था, जिसमें वह असफल हो गया था उसके बाद जब पुलिस को इसकी शिकायत दी गई तो उसे पकड़ भी लिया गया था। परंतु वह जमानत पर बाहर आ गया था जमानत पर छूटने के बाद मुस्तकीन शेख और उसके बेटों ने लड़की के परिवार को बहुत तरह की धमकियां दीं जिसके बाद लड़की ने यह खौफनाक कदम उठाया।
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मिली जानकारी के अनुसार उड़ीसा के भद्रक जिला के नाथ शाही गांव में यह घटना घटी है। इस बारे में लड़की के पिता राजेंद्र नाथ ने बताया की 2 अगस्त को उसकी बेटी तृष्णा रानी अपनी दो सहेलियों देबीना और रूबी नाथ के साथ मंदिर गई थी। वापसी में अधिक गर्मी होने के कारण उसकी सहेलियां एक पेड़ के नीचे छाया में रुक गई तथा उनकी बेटी अपनी छोटी बहनों के लिए चॉकलेट लेने के लिए पास ही की एक दुकान पर चली गई। दुकान पर जाने के बाद वहां पर बैठे एक बुजुर्ग दुकानदार से उसने कहा कि 5 वाली चॉकलेट दे दो तो तो उसे 65 साल के मुस्किन शेख नाम के बूढ़े दुकानदार ने कहा कि चॉकलेट बॉक्स में से तुम खुद ही निकाल लो।
इस पर जब उनकी लड़की चॉकलेट उठाने लगी तो मुस्किन शेख ने मेरी बेटी का हाथ पकड़ लिया तथा उसे खींचकर पास ही के एक संकरे स्थान में ले गया। जहां पर उसके साथ जबरदस्ती करने लगा उसने उसकी बेटी का मुंह दबा दिया। उसकी बेटी मदद के लिए चिल्लाई परंतु मुस्तकीन शेख ने दुकान में लगे म्यूजिक की आवाज पहले ही बहुत तेज कर दी थी जिस कारण उसकी आवाज बाहर सुनाई नहीं दी। उधर जब पीड़िता लड़की की दोनों सहेलियों ने देखा कि देर हो गई अभी तक तृष्णा वापस नहीं आई है तो वह उसे देखने के लिए उस चॉकलेट वाले दुकानदार की दुकान पर चली गई जहां उन्होंने देखा कि तेज आवाज में म्यूजिक बजा रहा था और इसी बीच उन्होंने अपनी सहेली की दबी दबी सी आवाज सुनी।
65 वर्ष का बूढ़ा शेख उनकी सहेली के साथ गंदा काम
जब दोनों अंदर की तरफ गई तो वहां का दृश्य देखकर दंग रह गई। उन्होंने देखा कि 65 वर्ष का बूढ़ा शेख उनकी सहेली के साथ गंदा काम करने का प्रयास कर रहा था। इस पर उसकी दोनों सहेलियों ने अपनी चप्पल उतार कर मुस्किन शेख को मारने चालू कर दी जिसे विवश होकर शेख ने लड़की को छोड़ दिया तथा यह धमकियां देने लगा कि घर जाकर अगर किसी को बताया तो परिणाम बहुत बुरा होगा, तुम्हारे सारे परिवार को मार दिया जाएगा। परंतु डरी हुई लड़की ने घर आकर सारी घटना अपनी मां को बता दी। साथ ही उसके साथ गई सहेलियों ने भी उसकी बातों की पुष्टि की।
इसके बाद लड़की का पिता गजेंद्र नाथ थाना में गया तथा मुस्किन शेख के खिलाफ एफ आई आर नंबर 0264/ 20 21 लिखवा दी। इस मिली शिकायत के बाद पुलिस ने लड़की के बयान लिए, तब लड़की के बयानों के आधार पर धारा 341, 323 और 354 के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया। लड़की के पिता के अनुसार उनके परिवार का दुर्भाग्य तो उस f.i.r. के बाद ही शुरू हुआ क्योंकि उस एफ आई आर के बाद पुलिस ने मुस्किन को पकड़ तो लिया परंतु उसके बेटे उन्हें निरंतर धमकियां देते रहे और पुलिस भी उनके ऊपर मामला वापस लेने का दबाव बनाती रही। पुलिस ने उन्हें डराया की मुश्किन के बड़े-बड़े लोगों से संबंध हैं, वह प्रभावशाली है।
इसके बाद जब मुस्किन शेख जमानत पर रिहा होकर बाहर आ गया तब उसका और उसके बेटों का रुख और भी आक्रमक हो गया। वे उन्हें तरह-तरह से धमकियां देने लगे, डराने लगे तब इन धमकियों से आहत होकर पीड़िता लड़की ने आखिर 8 अगस्त को आत्महत्या कर ली। हालांकि इसके बाद पुलिस ने फिर से आरोपी मुस्किन शेख को धारा 306 के अंतर्गत गिरफ्तार कर लिया है परंतु यह बड़ा सवाल तो बनता ही है कि आखिर कब तक ऐसी मानसिकता वाले लोग इस समाज में घूमते रहेंगे ? और कब तक मासूम जिंदगियों से खिलवाड़ करते रहेंगे ?
बता दे की इस सारे मामले के बाद लोगों में भारी रोष व्याप्त हो गया तथा कई हिंदू संगठनों सहित ABVP ने मिलकर मृतका लड़की के शोक में कैंडल मार्च भी निकाला। इस कैंडल मार्च में लोग यह कहते भी सुने गए की आखिर हिंदू लड़कियों को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है ??