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“Traffic system disrupted due to Namaz by encircling the road, then protest by Hindu organizations, FIR.”
इस्लाम के अनुसार नमाज वहीं पर पढ़ी जा सकती है जहां पर किसी को तकलीफ ना हो ना ही किसी को कोई एतराज हो।
सनातन🚩समाचार🌎कर्नाटक के मंगलुरु में उस समय ट्रैफिक में भारी व्यवधान पैदा हो गया जब एक व्यस्त सड़क को घेर कर मुस्लिम समाज के बहुत सारे लोगों ने वहां नमाज पढ़ना चालू कर दी, जिस कारण सड़क के दोनों और वाहन रुक रहे और भारी जाम लग गया। इस बीच वहां पर लगभग अफरा तफरी जैसा वातावरण बना रहा। इस भारी जाम के कारण बहुत सारे वाहनों को किन्ही और लंबे रास्तों से घूम कर आगे बढ़ाना पड़ा। अब इस मामले में पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
दरअसल किसी ने सड़क घर कर नमाज पढ़ने की और उसके बाद ट्रैफिक की बदहाल हुई व्यवस्था की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दी थी। इसके बाद हिंदू संगठनों ने इसका विरोध जताते हुए भारी रोश व्यक्त किया। इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी भी खुलकर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के विरोध में आ गई और बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की शह पर ही इस तरह से सड़कों को घेर कर ट्रैफिक की व्यवस्था खराब की जा रही है।
बताने की आवश्यकता नहीं है कि इस्लाम में स्पष्ट निर्देश है कि नमाज केवल उसी स्थान पर पढ़ी जा सकती है जहां पर नमाज पढ़ने से किसी को ऐतराज ना हो और ना ही किसी को कोई तकलीफ हो, किंतु यह अकाट्य सत्य है कि हिंदुस्तान में ही नहीं बल्कि सारी दुनिया में मुसलमान सड़कों को घेर कर ही नमाज पढ़ना बेहतर समझते हैं। बता दे कि यह घटना मंगलुरु के कांकनाडी इलाके की है जहां सड़क को घेर कर नमाज पढ़ी गई है।
जहां पर नमाज पढ़ी गई है वहां सामने ही एक मस्जिद है। यहीं पर शुक्रवार 24 में 2024 को जुम्मे के दिन मुसलमान समाज के लोगों ने सड़क पर इकट्ठा होकर नमाज पड़ी है। बता दें कि कर्नाटक का मंगलुरू मुस्लिम जनसंख्या अधिक होने के कारण संवेदनशील माना जाता है। इस घटना की वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस द्वारा कोई कारवाई नहीं किए जाने के बाद हिंदू संगठनों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर इस मामले में कार्रवाई न की गई तो वह भी सड़कों पर और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ इकट्ठा करके श्री हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।
इस बारे में विश्व हिंदू परिषद के नेता शरण पुम्पवेल ने भी सरकार को चेतावनी दी है। इसके साथ ही VHP के द्वारा पुलिस को कार्रवाई करने के लिए एक ज्ञापन भी दिया गया है। शरण पुम्पवेल विश्व हिंदू परिषद के दक्षिण पंथ के जॉइंट सेक्रेटरी भी हैं। उन्होंने कहा है कि समाज में वैमनस्य फैलने के लिए ऐसी हरकतों को अंजाम दिया जा रहा है। इसके साथ ही दक्षिण कन्नड़ के सांसद नलिन कुमार कटील ने कहा है कि यह घटना कानून की धज्जियां उड़ाने वाली हैं।
उधर इस्लामी संगठन SDPI के जिलाध्यक्ष अनवर सादत ने कहा कि VHP इस मामले का इस्तेमाल कर के सनसनी फैला रही है। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री KS ईश्वरप्पा ने कहा है कि हिन्दू समाज ऐसी हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेगा और पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो दंगे भड़क सकते हैं।
बहरहाल लोगों में बढ़ रहे रोष को देखते हुए कर्नाटक पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। पुलिस ने इस बारे में IPC की धारा-341 (गलत तरीके से किसी को रोकना), 283 (सार्वजनिक रास्ते में बाधा डालना), 143 (गलत तरीके से भीड़ जुटाना) और 149 (विधि विरुद्ध जनसमूह) के तहत मामला दर्ज कर लिया है और अब अज्ञात आरोपियों की जांच का कार्य किया जा रहा है।