पंजाब मुख्यमंत्री से हिन्दू मन्दिर एक्ट की मांग करने बहुत भारी संख्या में कारों का काफिला पुलिस ने रोका।

जीरकपुर: पटियाला के महंत रविकांत जी की अगुवाई में शुक्रवार की सुबह कई हिंदू संगठन पटियाला से चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को हिंदू मंदिर एक्ट की मांग को लेकर मांग पत्र देने के लिए एक निकले। यह संगठन राजपुरा, बनूड़ से होते हुए जब एयरपोर्ट चौक मोहाली पहुंचा तो वहां बड़ी संख्या में एकत्र हुई जीरकपुर और मोहाली पुलिस ने उनको आगे जाने से रोक दिया।

हिंदुओं का पैसा

दरअसल यह हिंदू मंदिर एक्ट की मांग कोई नई नहीं है। इस एक्ट की मांग अब सारे देश में की जा रही है क्योंकि सारे देश में असंख्य हिंदू मंदिरों पर सरकार ने कब्जे किए हुए हैं। रैली में आए हुए हैं लगभग सभी लोगों का यही आरोप था कि हम हिंदुओं के मंदिरों में जो हिंदुओं के द्वारा चढ़ावा चढ़ाया जाता है उसे सरकार हड़प लेती है। और उसमें से मदरसों मस्जिदों को पैसा दिया जाता है। इस अवसर पर बोलने वाले वक्ताओं ने स्पष्ट किया की हिंदुओं की आस्था, हिंदुओं का चढ़ावा, हिंदुओं का पैसा तो उस पर अधिकार सरकार का क्यों ? और सरकार के द्वारा हिंदुओं का पैसा मदरसों मस्जिदों और चर्चों को क्यों ?

बता दें कि पंजाब में हिंदू मंदिर एक्ट की मांग लगभग पिछले 4 सालों से की जा रही है। इस बारे में पटियाला के महंत रविकांत जी पूरी तरह सक्रिय हैं और संघर्ष कर रहे हैं। इस अवसर पर महंत रविकांत जी ने बताया कि हम पिछले कई सालों से निरंतर पंजाब सरकार से मांग कर रहे हैं कि जिस तरह पंजाब में सिखों के लिए सिख गुरद्वारा एक्ट है उसी तरह हम हिंदुओं के लिए भी हिंदू मंदिर एक्ट होना चाहिए। इस बारे में उन्होंने आगे बताया कि अगर यह हिंदू मंदिर एक्ट बन जाता है तो हिंदू अपने द्वारा चढ़ाए जाने वाले चढ़ावे से समाज के कल्याण के बहुत सारे कार्य कर सकते हैं।

पहले भी हम इसी तरह

उन्होंने आगे बताया कि इस एक्ट के बनने के बाद हिंदू मंदिरों के द्वारा गुरुकुल चलाए जा सकते हैं, गरीब बच्चों को निशुल्क पढ़ाया जा सकता है साथ ही जरूरतमंद लोगों को इलाज की निशुल्क सेवा भी दी जा सकती है। महंत जी ने बताया की इस बारे में बार-बार सरकार से संपर्क किया गया है। पहले भी हम इसी तरह मुख्यमंत्री जी को मिलने के लिए आए थे तब भी हमें मात्र एक लिखित आश्वासन दिया गया था। उसके बाद एक साक्षात्कार में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इस बारे में बोले भी हैं। जिस कारण हमें लगा की पंजाब के मुख्यमंत्री हमारी बात पर गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं। जिससे उत्साहित होकर हम लोग आज फिर से अपने मुख्यमंत्री जी को एक रिमाइंडर ज्ञापन देने के लिए आए हैं। परंतु बहुत खेद की बात है कि हमें यहां पर पुलिस के द्वारा रोक दिया गया है।

जब पुलिस ने भगवा कारों के काफिले को आगे बढ़ने से रोक दिया तब रैली में शामिल लोग सड़क पर ही धरना लगाकर बैठ गए। इस कारण सड़क पर भारी जाम लग गया। इस पर पुलिस ने जैसे तैसे एक ही ओर की सड़क चालू करवाई। इस मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। इस मौके पर सारे पंजाब के अलग-अलग स्थानों से बहुत भारी संख्या में कारें इस भगवा कार रैली में हिस्सा लेने के लिए पहुंची हुई थीं।

https://youtu.be/ZXPuQRXfhaA

कोई फंडिंग नहीं

यहां खास बात यह रही कि यह सभी लोगों की अपनी निजी कारें थी। इनमें कोई भी टैक्सी नहीं थी और ना ही यहां आने वाले लोगों को किसी ने तेल आदि डलवाने के लिए फंडिंग की थी। सभी लोग अपने अपने खर्चे से यहां पर पहुंचे हुए थे। इस सारे रास्ते मे पानी से भरी बोतलों का एक वाहन और एक भोजन से भरा हुआ वाहन भी साथ साथ चल रहा था। भोजन और पानी अधिक होने के कारण उसे पुलिस फोर्स और राह चलते लोगों में भी वितरित किया गया। साथ ही मन्दिर एक्ट से संबंधित टीशर्ट भी निशुल्क बांटी गयीं।

वहां पर इस सारे कार्य के आयोजक महंत रविकांत जी ने बताया कि वह हिंदू मंदिर एक्ट की मांग को लेकर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिल कर उन्हें मांग पत्र देना चाहते हैं, और चुनाव से पहले किया उनका वादा उन्हें याद दिलवाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनसे हिंदू मंदिर एक्ट बनाने का वादा किया था, लेकिन यह पूरा नहीं किया गया। आखिर 3 घन्टे चले इस धरने के बाद पंजाब सरकार द्वारा मिले लिखित आश्वासन के बाद हिंदू संगठनों के नेताओं ने डीएसपी जीरकपुर अमरोज सिंह को पंजाब सरकार के नाम मांग पत्र देकर धरना समाप्त कर दिया।

By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *