क्या यती नरसिंहानंद सरस्वती सही बोलते हैं ? इस खबर से तो यही लगता है कि वह सही बोलते हैं❗
पिछले कई वर्षों से गाजियाबाद के डासना क्षेत्र में पढ़ते सिद्ध पीठ के महंत यति नृसिंघानन्द सरस्वती सुर्खियों में हैं। उसकी वजह है उनका इस्लाम के बारे में बेबाक बोलना। उन्हें अक्सर जान से मार देने की धमकियां मिलती रहती थीं, परंतु अब तो उनके सर के ऊपर करोड़ों रुपए के इनाम की घोषणा कर दी गई है। यहां सोचने वाली बात यह है कि आखिर ऐसे क्या कारण हैं जो दुनिया भर के इस्लाम परस्त लोग इस हिंदू संत यति नरसिंहानंद सरस्वती जी की जान के पीछे हाथ धोकर पड़े हुए हैं ?
आखिर क्यों उन्हें मार देना चाहते हैं ? अभी हाल ही में उन्हें मार देने के लगातार 3 या 4 असफल प्रयास हो चुके हैं। यति नृसिंघानन्द सरस्वती हमेशा एक ही बात कहते हैं कि इस्लाम कभी भी शांति का संदेश नहीं देता है, इस्लाम को मानने वाले औरतों की मंडीयां लगाते हैं, औरतों का शारीरिक शोषण करते हैं, आदि आदि। हालांकि बहुत लोग उनकी बातों का समर्थन भी करते हैं, परंतु उन्हें अगर नकार भी दें तो “ज़ी न्यूज़” द्वारा प्रकाशित यह खबर उनके बयानों की पुष्टी तो करती ही है, क्योंकि यह खबर इस्लाम परस्त तालिबान संगठन के बारे में है।
जी न्यूज की खबर
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काबुल अफगानिस्तान में तालिबानी आतंकियों का कहर जारी है। इस बीच तालिबान की तरफ से नया फरमान जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि उनको 15 साल से ज्यादा उम्र की सभी लड़कियों और 45 साल से कम उम्र की सभी विधवा महिलाओं की लिस्ट मुहैया करवाई जाए।
महिलाओं पर तालिबान की गंदी नजर
द सन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार तालिबान ने वादा किया है कि वह अपने लड़ाकों से निकाह करवाने के बाद इन महिलाओं को पाकिस्तान के वजीरिस्तान में भेज देगा अगर कोई लड़की मुस्लिम नहीं होगी तो उसका धर्म परिवर्तन करवाया जाएगा। दरअसल तालिबान इन महिलाओं को अपने लड़ाकों की गुलाम बनाना चाहता है। लड़ाके इन महिलाओं का यौन उत्पीड़न करेंगे।
तालिबान ने लेटर जारी करके मांगी लिस्ट।
तालिबान कल्चरल कमीशन की तरफ से जारी किए गए एक लेटर में कहा गया है कि सभी इमाम और मौलवी तालिबान के कब्जे वाले इलाकों में मौजूद 15 साल से ज्यादा उम्र की युवतियों और 45 साल से कम उम्र की विधवा महिलाओं की लिस्ट सौंपें। इन महिलाओं को तालिबान के लड़ाकों के हवाले किया जाएगा।
तालिबानी आतंकवादियों ने तेज किये हमले
गौरतलब है कि अमेरिका ब्रिटेन और अन्य देशों के सैनिक अफगानिस्तान छोड़ रहे हैं, इसका फायदा उठाते हुए तालिबानी आतंकवादियों ने हमले तेज कर दिए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान ने अफगानिस्तान में 50 फ़ीसदी क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। बता दें कि तालिबान ने अपने कब्जे वाले इलाकों में शरिया कानून लागू कर दिया है। यहां अब संभोग करना दाढ़ी काटना और महिलाओं का अकेले घर से निकलना बैन कर दिया गया है।