लड़कियों को बहला-फुसलाकर दिल्ली में काम दिलवाने के झांसे में कैद कर रखा था हैवान ने।
मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के गुमला जिले के जारी थाना क्षेत्र की पुलिस ने बृहस्पतिवार की रात को जरडा गांव में आजाद आलम के घर दबिश दी और उसके घर के एक कमरे में बंद दो लड़कियों को मुक्त करवा लिया। आरोप है की आजाद आलम ने हुटार गांव की दो लड़कियों को बहला-फुसलाकर दिल्ली में काम दिलवाने के झांसा देकर उन्हें दिल्ली में बेचने के इरादे से एक कमरे में बंद कर रखा था, जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आजाद आलम के घर की घेराबंदी कर ली तथा लड़कियों को मुक्त करवा लिया।
इस बारे में थाना प्रभारी नरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि आजाद आलम ने दोनों लड़कियों को उनके माता-पिता को बिना बताए उन्हें बहला-फुसलाकर कर अपने घर में बन्द कर रखा था, जिन्हें मुक्त करवा लिया गया है और FIR दर्ज करके उसे जेल भेज दिया है, तथा दोनों लड़कियों को पूछ ताछ के बाद उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
दिल्ली लेजा कर बेच देना चाहता था।
थाना प्रभारी शर्मा ने आगे बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि जर्दा निवासी आजाद आलम ने दो लड़कियों को दिल्ली ले जाकर बेच देने की नियत से अपने घर में बंद कर रखा है इसके बाद पुलिस ने बृहस्पतिवार की रात को आजाद आलम के घर को घेर लिया और दबिश देने पर उसके घर के बंद कमरे से दो लड़कियां बरामद हुई। पूछताछ करने पर लड़कियों ने बताया कि उन लोगों के गांव में ही आजाद आलम की ससुराल है।
उसके ससुराल आने जाने के दौरान उन दोनों लड़कियों की उससे जान पहचान हुई, तथा 17 जून को सायें लगभग सात बजे आजाद आलम अपने एक साथी के साथ आया और उन्हें अपने साथ मोटरसाइकिल में बैठा कर यहां लाये हैं तथा सुबह उन्हें दिल्ली ले जाने का बात कर रहे थे। लड़कियों ने बताया कि उन्हें दिल्ली में काम दिलवाने के झांसा देकर लाया गया है। लड़कियों ने आगे बताया कि उन लोगों के यहां आने और दिल्ली जाने की जानकारी उनके परिजनों को नहीं है। इसके बाद थाना प्रभारी ने पूछताछ के बाद उन दोनों लड़कियों को उनके परिजनों को सौंप दिया और आजाद आलम के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया चालू कर दी।
बता दे कि यह कोई पहला और नया मामला नहीं है, ऐसी क्रूर घटनाएं अक्सर सामने आती ही रहती है जहां कुछ हैवान लोग धन की हवस में ऐसी मासूम लड़कियों की जिंदगीयों को नर्क बनाते रहते हैं और उन्हें वेश्यावृत्ति की भयंकर दलदल में खेलते रहते हैं। बड़ा सवाल यह है कि यह हैवानियत आखिर कब खत्म होगी और कब खत्म होंगे और बहुत सारे हैवान आजाद आलम।