चारों तरफ से घिरा हुआ हिंदू आखिर कर ही लेता है धर्म परिवर्तन फिर वो चाहे इसाई बने या मुसलमान लालच तो आखिर लालच ही है।

उत्तर प्रदेश के एटीएस द्वारा धर्मांतरण के बड़े गोरखधंधे के खुलासे के बाद अब जबकि इस कार्यों में लगे मौलानाओं के गिरफ्तारी से जहां देश में हड़कंप मचा हुआ है वहीं दूसरी तरफ अब और नए नए मामले भी सामने आज आने लगे हैं, जिनमें लालच में पड़कर हिंदुओं द्वारा धर्मांतरण किया जा रहा है ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में सामने आया है जहां पर पैसे की चकाचौंध में फंसी एक लड़की ने इस्लाम धर्म अपना लिया। मिली जानकारी के अनुसार रेनू गंगवार नाम की एक लड़की बहुत सारा पैसा कमाना चाहती थी और विदेश भी जाना चाहती थी ऐसे में उसे बताया गया कि अगर वह धर्मांतरण करके मुसलमान बन जाए तो तो उसे दुबई में एयरपोर्ट पर एक अच्छी नौकरी के साथ भारी भरकम तनख्वाह भी मिल सकती है।

दुबई एयरपोर्ट पर मोटी सैलरी मिल सकती थी

अब जबकि उत्तर प्रदेश की एटीएस द्वारा इस बड़े धर्मांतरण के गोरखधंधे की खोजबीन की जा रही है, ऐसे में यह मामला सामने आया है। यह मामला है उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के थाना तिलहर क्षेत्र के फरीदापुर गांव का जहां रहने वाली रेनू गंगवार दिल्ली एयरपोर्ट पर एविएशन डिपार्टमेंट में काम करती है, रेनू को बताया गया था कि अगर वह मोटी सैलरी पर काम करना चाहती है तो दुबई एयरपोर्ट पर उसे नौकरी मिल सकती है। दुबई एयरपोर्ट पर मोटी सैलरी पर नौकरी पाने के लिए रेनू ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया। 27 मई 2021 को एक मौलवी के सम्पर्क में आने पर रेनू ने धर्म परिवर्तन करके, दस्तावेजों में रेनू का नाम अब आयशा अल्बी हो गया है।

मुस्लिम बनी युवती का कहना है कि दुबई में नौकरी करने के लिए मुस्लिम महिलाओं को वरीयता दी जाती है. यहां वो महज 20 हजार रुपये महीने की सैलरी पर नौकरी करती है, लेकिन दुबई एयरपोर्ट पर वो ढाई लाख रुपये महीने की सैलरी पर नौकरी कर सकेंगी। युवती की पिछले महीने ही हिंदू लड़के से शादी हुई है जबकि वह मुसलमान बन चुकी है।

हलांकि, जब रेनू ने अपने फौज से रिटायर्ड पिता अनिल कुमार गंगवार से धर्म परिवर्तन करने की बात कही तो परिवार वालों ने इसका कड़ा विरोध किया, लेकिन सैलरी में तरक्की हासिल करने के लिए रेनू ने किसी की नहीं सुनी और अपना धर्म परिवर्तन करके मुस्लिम बन गई।

इस खबर से किसी को कुछ भी लगे परंतु सनातन समाचार की चिंता ये है कि जिस तरह से मुसलमानों में अपने इस्लाम के लिए दृढ़ता है ईसाइयों में मजबूती है, उसी प्रकार आखिर हिंदुओं में अपने धर्म के प्रति इतनी दृढ़ता क्यों नहीं है ? क्या इसके पीछे हिंदुओं के धर्म गुरुओं की असफलता तो नहीं ? अब हिंदुओं द्वारा इसके बारे में भी गंभीरता से चिंतन कर लेना चाहिए।

By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

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