हिंदुओं के आराध्य श्री नाथ जी के नाम से श्रीनाथ डोसा बेचने वाले इरफान का विरोध करना भारी पड़ा हिंदुओं को।
घटना उत्तर प्रदेश की, UP के मथुरा जिले में डोसा दुकान के बैनर पोस्टर फाड़ने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सड़क किनारे रेहड़ी से श्रीनाथ डोसा के नाम के बैनर और पोस्टर जबरन निकाले जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ लोगों को इस बात पर ऐतराज था कि एक मुस्लिम दुकानदार इरफ़ान हिंदू आराध्य के नाम पर अपनी दुकान क्यों चला रहा है ? वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि दुकान का नाम ‘श्रीनाथ डोसा भंडार’ लिखा हुआ है। मामला शहर कोतवाली इलाके के विकास बाजार का बताया जा रहा है।
नाम इरफान
इस वायरल वीडियो के अनुसार कुछ लोग एक दुकान के पास पहुँचे, उस वक्त एक व्यक्ति दुकान पर डोसा बना रहा था। वहाँ पहुँचते ही उन्होंने दुकानदार का नाम पूछा, काम कर रहे कर्मचारी ने अपना नाम इरफान निवासी मोहल्ला तकिया बताते हुए मालिक को इसकी जानकारी दी। दुकानदार पहुँचा तो लोगों ने उससे इस बात का कारण जानना चाहा कि मुस्लिम होकर भी हिंदू नाम से दुकान क्यों लगाते हो ?
वहाँ हंगामा कर रहे लोगों ने फिर से पूछा, “आप अपना इस्लामिक नाम का इस्तेमाल क्यों नहीं करते हैं? आप यहाँ हिंदू धर्म का नाम लगाकर बिजनेस कर रहे हो, अगर कोई हिंदू तुम्हारे यहाँ नहीं खाना चाहेगा तो नाम देखकर वह भी खाने आएगा। इसे हटाकर अल्लाह, मोहम्मद साहब लिख कर बेचो।” इतने में पोस्टर उतारे जाने की बात कही जाती है। पोस्टर को उतार दिया जाता है और साथ ही दुकान लगाने वाले को चेतावनी दी जाती है कि दोबारा ऐसा किया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस इस मामले की जाँच कर रही है। मथुरा पुलिस ने ट्विटर पर एक वीडियो ट्वीट करके अपनी प्रतिक्रिया दी। पुलिस का कहना है, “थाना कोतवाली नगर जनपद मथुरा के विकास मार्केट से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है, जिसमें विकास मार्केट स्थित ‘श्रीनाथ डोसा कॉर्नर’ नाम की दुकान पर उसके नामकरण को लेकर कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग किया गया। इसकी सूचना प्राप्त होने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुँची। संबंधित दुकान के मालिक एवं वहाँ काम करने वाले लोगों से अज्ञात व्यक्तियों के बारे में पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है। इस संबंध में अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। संबंधित व्यक्ति के खिलाफ जानकारी मिलते ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।”
बहरहाल इस घटना से ये सवाल तो पैदा होता ही है कि अपनी असल पहचान छुपा कर किसी को धोखा देने की नीयत से क्या कोई भी कार्य या व्यवसाय किया जाना उचित है क्या ? कानूनन ये अपराध नहीं है क्या ?? ये किसी के धार्मिक अधिकार का हनन नहीं है क्या ???