“A father is afraid of his daughter’s love, he is afraid of being robbed of his daughter and.”
पिता की आज्ञा ना मान कर कसाई के साथ भागी हुई बेटियों का भयानक सच है ये।
सनातन 🚩समाचार🌎 घर से भागी हुई बेटियों का पिता इस दुनिया का सबसे अधिक टूटा हुआ व्यक्ति होता है। पहले तो वो महीनों तक घर से निकलता ही नही और फिर जब निकलता है तो हमेशा सिर झुका कर चलता है। आस पास के मुस्कुराते चेहरों को देख उसे लगता है जैसे लोग उसी को देख कर हँस रहे हों। जीवन भर किसी से तेज स्वर में बात नहीं करता, डरता है कहीं कोई उसकी भागी हुई बेटी का नाम न ले ले। जीवन भर डरा रहता है, अंतिम सांस तक घुट घुट के जीता है, और अंदर ही अंदर रोता रहता है 😥
जानते हैं भारतीय समाज अपनी बेटियों को लेकर इतना संवेदन शील क्यों है ?
भारत पर आक्रमण करने आया मोहम्मद बिन कासिम भारत से धन के साथ और क्या लूट कर ले गया था जानते हैं। सिंधु नरेश दाहिर की दो बेटियां… उसके बाद से आज तक प्रत्येक आक्रमणकारी यही करता रहा है…. गोरी, गजनवी, तैमूर सबने एक साथ हजारों लाखों बेटियों का अपहरण किया, प्रेम के लिए…? नहीं… बिल्कुल नही… उन्होंने अपहरण किया सिर्फ और सिर्फ बलात्कार व यौन दासी बनाने के लिए।
जबकि भारत ने किसी भी देश की बेटियों को नहीं लूटा, भारत की बेटियाँ सब से अधिक लूटी गई हैं। इस्लामप्रस्त मोहम्मद कासिम, मोहम्मद गोर, खिलजी, चंगेज खान इत्यादि ने तो हिंदुओं की लड़कियां लूटी ही हैं, किंतु बात यहीं पर खत्म नहीं होती। आज वर्तमान में भी हर रोज हिंदुओं की लड़कियां लूटी जा रही हैं। आज के इस आधुनिक युग में हिंदुओं की लड़कियों को लूटने के लिए शैतान बहरूपिये अपनी असल पहचान छिपाकर हाथ पर मौली बांध लेते हैं, माथे पर तिलक भी लगाते हैं और अपने को हिंदू बता कर हिंदुओं की लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसा कर लूट लेते हैं। ईनमें बहुचर्चित ताजा मामला है श्रद्धा का जिसे लूट कर उसके शरीर के आफताब ने 35 टुकड़े कर दिए थे।
इन पुरानी घटनाओं को याद करता हुआ और वर्तमान में भी अपनी लड़कियों की लूट को देखता हुआ भारत का एक सामान्य पिता अपनी बेटी के प्रेम से नहीं डरता बल्कि वह डरता है अपनी बेटी के लूटे जाने से।
भागी हुई लड़कियों के समर्थन में खड़े होने वालों का गैंग अपने हजार विमर्शों में एक बार भी इस मुद्दे पर बोलना नहीं चाहता कि भागने के साल भर बाद ही उसका कथित प्रेमी अपने दोस्तों से उसके साथ दुष्कर्म क्यों करवाता है ? उसे कोठे पर क्यों बेंच देता है या उसे अरब देशों में लड़की सप्लाई करने वालों के हाथ क्यों बेंच देता है ? आश्चर्य हो रहा है न, पर सच्चाई यही है..!!
देश के हर रेडलाइट एरिया में सड़ रही प्रत्येक बेटी जिहादियों द्वारा प्रेम के नाम पर फँसा के यहां लाई जाती है 😥
उन बेटियों पर, उस “धूर्त प्रेम” पर कभी कोई चर्चा नहीं होती। उनके लिए कोई मानवाधिकार वादी, कोई स्त्री वादी विमर्श नहीं छेड़ता।
यही एक पिता की आज्ञा ना मान कर कसाई के साथ भागी हुई बेटियों का भयानक सच है।
प्रेम के नाम पर “पट” जाने वाली मासूम बेटियां नहीं जानती कि वे अपने व अपने पिता के लिए कैसा अथाह दुःखद नर्क का निर्माण कर रही हैं। और ये सब कुछ जानता और समझता है तो बस उनका बेबस निरीह पिता।