Atul and Satyam are saved before being killed, then the same – “stone pelting”

लड़की ने जो बयान दिया उसके अनुसार हुई FIR पसंद नहीं आई तो कर दिया गया बवाल।

सनातन 🚩समाचार🌎 हो सकता है आज यह बचाए जाने की खबर आपको देने की बजाय हम यह बता रहे होते कि दो युवकों को पीट-पीटकर मार दिया गया। किंतु सौभाग्य से ऐसा नहीं हो पाया और बुरी तरह से पिट रहे दो युवकों को पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बचा लिया।

प्राप्त विवरण के अनुसार यह घटना मध्यप्रदेश के खंडवा की है। यहां के एक रेस्त्रां में उस समय हड़कंप मच गया जब मुस्लिम समाज की एक भीड़ ने वहां पर बैठे हुए दो युवकों और एक युवती पर हमला बोल दिया। पहले तो इन लोगों ने इन तीनों से पूछा कि तुम लोग यहां पर क्यों बैठे हो ? तो युवती ने कहा कि इनमें से एक मेरे सहपाठी हैं और एक मेरे शिक्षक हैं।

हम तीनों मेरे आने वाले जन्मदिन के बारे में योजना बना रहे हैं। इसके बाद वहां पहुंचे हुए लोग तीनों की ताबड़तोड़ पिटाई करने लगे और उन्हें खींचते हुए रेस्त्रां से बाहर लेकर आ गए। इस अवसर पर कुछ लोगों ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया किंतु हमलावर दोनों युवकों का अपहरण करके अपने साथ ले गए। इस बीच किसी ने फोन करके पुलिस को इस सारी घटना की जानकारी दे दी। सूचना मिलने पर मध्य प्रदेश पूर्व पुलिस तुरंत उस स्थान पर पहुंच गई जहां पर उन दोनों युवकों की बेतहाशा पिटाई की जा रही थी।

CCTV फुटेज दृश्य

पुलिस ने किसी तरह से उन्मादियों की भीड़ से दोनों युवकों को बचा लिया। यह घटना रविवार दोपहर लगभग 3:00 बजे आनंद नगर स्थित एक कैफे में घटी है, जहां दसवीं कक्षा की छात्रा अपने अध्यापक सत्यम कुमार वर्मा और एक परिचित अतुल यादव के साथ रेस्टोरेंट में जूस पी रही थी। तभी मुस्लिम समाज के कुछ लोग वहां पर पहुंच गए। बता दें कि उन सभी ने अपने मुंह कपड़े से लपेटे हुए थे। पुलिस द्वारा दोनों युवकों को बचाए जाने के बाद उन्हें थाना ले जाया गया जहां पर दोनों युवकों के और उनके साथ कैफे में बैठी हुई युवती के बयान दर्ज कर लिए गए।

वहां पर पिटाई से घायल हुए शिक्षक सत्यम कुमार ने बताया कि जिस छात्रा के साथ वह कैफे में बैठकर जूस पी रहे थे वह उनकी विद्यार्थी है। उसका जन्मदिन आने वाला है तथा अब छात्रा आगे की पढ़ाई के लिए कुछ दिन बाद मुंबई जाने वाली है। इसलिए उसके जन्मदिन को मनाने की योजना बनाने के लिए हम तीनों रेस्टोरेंट में बैठ कर जूस पी रहे थे। लेकिन इसी बीच हम पर हमला कर दिया गया। हमला करने वालों ने हमारी कोई बात नहीं सुनी। हमने उन्हें बार-बार कहा कि आप लोग गलत समझ रहे हो, किंतु वह हमें मारते रहे।

इसके साथ ही वह हमें पीटते हुए सड़क तक ले आए और उसके बाद हमारा अपहरण कर लिया गया। बता दें की वहां पर लगे सीसीटीवी फुटेज से सत्यम कुमार के कथन की पुष्टि होती है, क्योंकि फुटेज देखने से पुलिस को पता चला की मुस्लिम भीड़ मुंह पर कपड़ा बांधकर मारपीट करती नजर आ रही है। दोनों युवकों को बचाने और लड़की के बयान दर्ज करने के बाद अभी पुलिस आगे की कार्रवाई करने पर योजना बना ही रही थी, कि इस बारे में पुलिस के पास कुछ लोग पहुंचे, जिन्हें पुलिस ने दूसरे दिन आने को कहा।

किंतु बवाल तब हो गया जब रात के समय मुस्लिम समुदाय की एक भीड़ ने थाने को घेर लिया। कहार वाडी वार्ड पार्षद अशफाक के नेतृत्व में रात के लगभग 11:00 बजे एक भीड़ उस लड़की को साथ लेकर नौगढ़ थाने में पहुंच गई, और पुलिस से कहा गया कि किशोरी के तरफ से फिर से केस दर्ज किया जाए, जिसमें सत्यम और अतुल को आरोपी बनाया जाए। उनकी यह बात पुलिस ने मानने से इनकार कर दिया, तथा पार्षद अशफाक को बताया की इस मामले में अतुल और सत्यम की कोई गलती नहीं है इसलिए उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया जाएगा।

इस पर भीड़ ने पुलिस पर आरोप लगाया कि दोपहर में छात्रा पर दबाव बनाकर एक तरफा कार्रवाई करते हुए f.i.r. करवाई गई है। इसलिए अब रिपोर्ट दोबारा लिखो। पुलिस ने आई हुई भीड़ को काफी देर तक समझाने का प्रयास किया किंतु असफल रहे। इसके बाद पार्षद के साथ आई हुई भीड़ ने उग्र होकर थाने पर पथराव शुरू कर दिया, जिस पर पुलिस को बल प्रयोग करते हुए हमलावरों को तितर-बितर कर दिया। थाने पर पथराव होने की सूचना मिलने पर एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल भी तुरंत थाने पहुंच गए।

https://youtube.com/shorts/dCg5xouO8qo?feature=share

इसी बीच खंडवा शहर के गांधीनगर में भी पथराव होने लगा जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत वहां पहुंच गई और हालात काबू में किए। बवाल बढ़ता हुआ देखकर प्रशासन ने खंडवा नगर निगम क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी है। इस बारे में पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल का कहना है कि दोपहर में रेस्त्रां की घटना को लेकर पीड़िता अपने बयान पहले ही दर्ज करवा चुकी थी। उसके बाद शाम के समय कुछ लोग थाने में आकर छात्रा की ओर से दोबारा केस दर्ज करवाने की मांग करने लगे।

हमारी जांच के अनुसार यह दूसरी रिपोर्ट लिखने की मांग गलत थी, इसलिए पुलिस ने झूठी रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया। इस पर थाना पहुंची हुई भीड़ भड़क गई और थाने पर पथराव कर दिया। सत्येंद्र कुमार के अनुसार यह बिना कारण शहर में सांप्रदायिक माहौल खराब करने का प्रयास किया गया है। इसलिए पार्षद अशफाक को हिरासत में ले लिया गया है। मोघट टीआई बृजभूषण हिरवे के अनुसार मारपीट करने वालों में से अजहर और शाहबाद नाम के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।

ये बटन टच करें खबर शेयर करें👇

By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *