🚩सुदर्शन चक्र धारी,महावीर,महायोद्धा,महाज्ञानी,महायोगी श्री कृष्ण भगवान जी की जय हो🙏

श्री कृष्णा जन्माष्टमी की बहुत-बहुत बधाइयां🌹 सारे विश्व में जहां भी कहीं सनातनी रहते हैं वही वही जन्माष्टमी की धूम है लोग तैयारियों में लगे हुए हैं। मंदिरों की सफाईयां हो रही हैं रंगाई पुताई हो रही है, ठाकुर जी के लिए नए वस्त्र तैयार किए जा रहे हैं।

टिब्बा रोड

लुधियाना: इसी दिव्य उत्सव की तैयारियां लुधियाना में भी चल रही हैं। लुधियाना के टिब्बा रोड क्षेत्र के गोपाल नगर चौक में पढ़ते हैं श्री राम कृपा आश्रम में भी इस उत्सव को लेकर भारी तैयारियां चल रही है इस आश्रम में जन्माष्टमी के साथ-साथ नंदोत्सव श्री ठाकुर जी की छठी का उत्सव उत्सव फिर श्री राधा अष्टमी जी का आयोजन भी किया गया है।

सनातन🚩समाचार🌎 से बात करते हुए इन आयोजनों के बारे में आयोजक “साध्वी दया दीदी जी” ने बताया कि सनातनियों में श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव का बहुत विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन ही स्वयं नारायण जी ने श्री कृष्ण जी के रूप में जन्म लिया था और शरीर धारण करने के उपरांत श्री कृष्ण भगवान जी ने अपने प्राकट्य से लेकर लीला समेटने तक निरंतर असंख्य दुष्टों का, धर्म विरोधियों का वध किया और भली प्रकार धर्म की स्थापना की थी।

हर्षोल्लास के साथ

उन्होंने इन आयोजनों के बारे में बताया कि 30 अगस्त सोमवार को रात्रि 8 बजे से जन्माष्टमी उत्सव आरंभ होगा फिर – 31 तारीख को नन्दोत्सव सायें 4 बजे से 7 बजे तक होगा – फिर 5 सितम्बर की सायें 4 बजे से 6 बजे तक छठी पर्व मनाया जाएगा तथा फिर 15 सितम्बर को आश्रम ने ही श्री राधाष्टमी भी भी सायें 4 बजे से 7 बजे तक हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी।

बतादें की इसी पवित्र स्थान पर प्रत्येक मंगलवार व एकादशी के दिन सायें 4 से 6 बजे तक सत्संग कीर्तन होता है । और प्रत्येक अमावस के दिन यहां सुबह 10 बजे से 12 बजे तक सत्संग होता है फिर उसके बाद 12 बजे ठाकुर जी भंडारा भी होता है। तथा साथ ही प्रत्येक शनिवार को सायें 4 बजे से 5 बजे तक श्री सुंदर कांड का पाठ भी होता है।

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सनातन🚩समाचार🌎 संकलन:

कृष्ण जन्माष्टमी पर इस बार 101 साल बाद जयंती योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है। जयंती योग में ही 30 अगस्त को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जायेगा। वर्षों बाद इस बार वैष्णव व गृहस्थ एक ही दिन जन्मोत्सव मनायेंगे। श्रीमद्भागवत पुराण के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्र कृष्ण अष्टमी तिथि, सोमवार रोहिणी नक्षत्र व वृष राशि में मध्य रात्रि में हुआ था।

कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव है जिसे हर साल भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 30 अगस्त को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म इसी तिथि को रोहिणी नक्षत्र और वृष लग्न में हुआ था। यह पर्व देशभर में मनाया जाता है। वहीं मथुरा-वृंदावन में इस त्योहार की अलग ही धूम होती है। मंदिरों और घरों में लोग बाल गोपाल जी के जन्मोत्सव का आयोजन करते हैं।

सुदर्शन चक्रधारी

बाल गोपाल के लिए पालकी सजाई जाती है। उनका शृंगार किया जाता है। वहीं इस दिन नि:संतान दंपत्ति विशेष तौर पर जन्माष्टी का व्रत रखते हैं। वे बाल गोपाल कृष्ण जैसी संतान की कामना से यह व्रत रखते हैं और सुदर्शन चक्रधारी को उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाते हैं। ज्योतिषीय मान्यता है कि इस दिन राशि के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण को शृंगार और भोग लगाने से जातकों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उन्हें भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इसलिए प्रत्येक वर्ष भाद्र कृष्ण अष्टमी तिथि को श्रद्धालु जन्माष्टमी मनाते हैं। इस वर्ष जन्माष्टमी 30 अगस्त को है। उन्होंने बताया कि इस बार जन्माष्टमी बहुत ही विशेष है। कई विशेष संयोग बन रहे हैं। 30 अगस्त का दिन सोमवार है। अष्टमी तिथि 29 अप्रैल की रात 10:10 बजे प्रवेश कर जायेगी जो सोमवार रात 12:24 तक रहेगी। रात में 12: 24 तक अष्टमी है।

अर्धरात्रि को

तत्पश्चात नवमी तिथि प्रवेश कर जायेगी। इस दौरान चंद्रमा वृष राशि में मौजूद रहेगा। इन सभी संयोगों के साथ रोहिणी नक्षत्र भी 30 अगस्त को रहेगा। रोहिणी नक्षत्र का प्रवेश 30 अगस्त को प्रात: 6:49 में हो जायेगा। अर्धरात्रि को अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र का संयोग एक साथ मिल जाने से जयंती योग का निर्माण होता है। इसी योग में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जायेगा। – 101 साल के बाद जयंती योग का संयोग बना है। साथ ही अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र व सोमवार तीनों का एक साथ मिलना दुर्लभ है।

पवित्र निर्णय सिंधु नामक ग्रंथ के अनुसार ऐसे संयोग जब जन्माष्टमी पर बनते हैं तो श्रद्धालुओं को इसे हाथ से जाने नहीं देना चाहिए। इस संयोग में जन्माष्टमी व्रत करने से तीन जन्मों के जाने-अनजाने में हुए पापों से मनुष्य को मुक्ति मिलती है।

By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

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