पता नहीं ऐसा क्यों है कि जब भी कोई हिन्दू धनवान हो जाता है या सफल हो जाता है तो वह अपने धर्म का तो त्याग ही कर देता है वहीं ईसाई या मुस्लिम लोग ज्यों ज्यों सक्षम होते जाते हैं त्यों त्यों अपने मजहब या मिशनरी के प्रति पूर्ण समर्पित होते जाते हैं।
https://youtu.be/5-myVzr0yP0
बता दें कि पिछले दिनों विख्यात एक्टर अमिताभ बच्चन ने कहा था कि मैं किसी धर्म को नहीं मानता और मजेदार बात यह है कि वही अमिताभ बच्चन दरगाह पर चादर चढ़ाने जाता है उसकी चद्दर चढ़ाने की तस्वीर भी काफी वायरल हुई थी
बड़ा सवाल यह है कि आखिर हिंदुओं को ही धनवान या असफल होने पर यह धर्म विरोधी जहरीला कीड़ा आखिर क्यों काट जाता है ???