पश्चिमी बंगाल: (अर्बिन्दु) हिंदू कभी सारी दुनिया में का एकछत्र विश्व सम्राट हुआ करते थे, परंतु घटते घटते अफगानिस्तान, इराक, ईरान, जावा, सुमात्रा, मलाशीया इत्यादि स्थानों से खत्म होकर छोटे से बचे हुए टुकड़े मैं जी रहे थे। उसके बाद पाकिस्तान में से हिंदू खत्म फिर बांग्लादेश में सें खत्म होने में बाद बचे खुचे छोटे से हिंदुस्तान में से भी कश्मीर, कैराना, मेवात, दिल्ली के बहुत सारे इलाको में खत्म होने के बाद और यहां तक कि श्री हरिद्वार के आस पास भी लगभग खत्म होने के बाद अब पश्चिमी बंगाल के हिंदुओं की स्थिति बहुत दयनीय हो चुकी है।
बीते चुनावों के बाद से अब तक यहां निरंतर हिंसा का तांडव जारी है यहां हिंदुओं के मकान तोड़े जा चुके हैं और गरीब हिंदू बदहाल हालात में छोटे-छोटे कमरों में कई कई हिन्दू रहने पर मजबूर हैं। उधर कोरोनावायरस जारी है, अगर इसी तरह हिंदुओं की यही स्थिति रही तो दानवों के हाथों से बचे बचे खुचे हिंदू अब पूरी तरह कोरोनावायरस साए में जी रहे हैं। और बेबस होकर केंद्र की हिंदुत्ववादी सरकार से/ मोदी जी से गुहार लगा रहे हैं कि हमें इस भयंकर स्थिति से निकाले। कह रहे हैं कि सारे देश में कोरोना के टीके लग रहे हैं परंतु हम कैसे लगवाएं हमारे पास तो कुछ भी बचा ही नहीं है।
ऐसे मुश्किल हालात में कुछ ऐसे लोग भी अब आगे आ रहे हैं जो ममता सरकार और केंद्र की मोदी सरकार से निराश हुए इन अपने हिंदू भाइयों को जगह-जगह जाकर खाने पीने के सामान बांट रहे हैं, हालांकि उनके पास धन की बहुत कमी है क्योंकि धन देने वाले हिंदू लोगों को तो वहां से पहले ही भगा दिया जा चुका है, फिर भी किसी तरह इधर-उधर से इकट्ठा करके इन लाचार हिंदुओं की थोड़ी बहुत सहायता का प्रयास जारी है।
बता दें कि अब जबकि बंगाल के हिंदू पूरी तरह केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की ममता सरकार से निराश हो चुके हैं तो अब यह भी आवाजें उठ रहे हैं की हिंदुओं के हर मामले पर स्वत संज्ञान लेने वाला सुप्रीम कोर्ट अब बंगाल के हिंदुओं के इस हुए कत्लेआम और बलात्कारों के बारे में भी संज्ञान ले और इन दर-दर भटकते हुए हिंदुओं की देखभाल की चिंता करे।