“You will be ashamed and sad > Agarwal Pir Mandir > How will Sanatan Dharma survive?.“
क्या महान अग्रसेन जी के वंशज कर रहे हैं धर्म के नाम पर अधर्म ??
सनातन🚩समाचार🌎जिस व्यक्ति का राष्ट्रपति बहुत खास मित्र हो और वह अपने किसी काम के लिए चपरासियों अथवा जल सेवा करने वाले सेवादारों की खुशामद करता फिर तो ऐसे में उसे आप क्या कहेंगे ? जी हां कुछ ऐसा ही हो रहा है आजकल के बहुत सारे हिंदुओं के साथ। यह प्रमाणित है की प्रत्येक सनातनी सीधे भगवान शिव शंकर जी की संतान है और मां भगवती जी का अंश है। परंतु फिर भी ना जाने वर्तमान में ऐसा चलन कैसे चल पड़ा है कि कहीं पर भी बनी हुई मजार के आगे हिंदू लोग लाइन लगाकर नाक रगड़ते हैं। शायद उन्हें लगता हैं कि अब भगवान भोलेनाथ जी या मां दुर्गा जी उनका कल्याण नहीं कर पाएंगे।
फैसला कयामत के दिन होगा
बताने की आवश्यकता नहीं है की मजार वह स्थान होता है जहां पर नीचे किसी मरे हुए व्यक्ति को गाढ़ा गया होता है और गाढ़ा जाता है केवल मुसलमान को ही। मजे की बात यह है कि इन मजारों पर कभी भी मुसलमान नहीं जाते हैं। वहां केवल हिंदू ही जाते हैं। शायद इसी कारण सोशल मीडिया पर बहुत सारे लोग यह लोग यह लिख देते हैं कि जिस का भला भगवान शिव शंकर अथवा मां भगवती जी नहीं कर सकते हैं उसका कल्याण कोई भी मरा हुआ व्यक्ति नहीं कर सकता, और इस्लाम के अनुसार हर मरने वाले मुसलमान का फैसला कयामत के दिन होगा यानी मजार में गड़ा हुआ व्यक्ति खुद मजबूर होकर क्यामत की इंतजार कर रहा है कि कब क्यामत आएगी और उसका इस कबर से छुटकारा होगा।
मजारे रातों-रात
शायद इसी कारण ही मुसलमान लोग मजारों के आगे नाक रगड़ते हैं। वर्तमान में देश का ऐसा कोई भी शहर, प्रांत अथवा गांव नहीं बचा है जहां पर मजारे ना बनी हुई हों। मजे की बात यह है कि यह मजारे रातों-रात बना दी जाती हैं इनमें ना कोई मरा हुआ व्यक्ति दबा हुआ होता है ना ही किसी का कोई पुराना रिकॉर्ड होता है। बस यह केवल एक गंदा धंधा बना लिया गया है कुछ हरामखोर लोगों के द्वारा। इस सबके बीच बहुत बड़ा आश्चर्य तब होता है जब कोई प्रसिद्ध व्यक्ति अपने परेशानी वीडियो बनाकर लोगों को बताता है।
अग्रवाल पीर मंदिर
ऐसी ही एक वीडियो श्री गिरिधर स्वामी जी की हमें प्राप्त हुई है जिसमें उनके मन की पीड़ा उनके वचनों में स्पष्ट झलक रही है। गिरधर स्वामी जी के अनुसार राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक स्थान पर उन्होंने जब एक “अग्रवाल पीर मंदिर” देखा तो उन्हें बेहद दुख और आश्चर्य हुआ और वह अपनी जिज्ञासा शांत करने के लिए उस अग्रवाल पीर मंदिर के अंदर चले गए। वहां जाकर के उन्होंने देखा उस इमारत में भगवान शिव शंकर का देवी माता का और हनुमान जी का मंदिर बना हुआ है, परंतु साथ ही उन्होंने देखा है कि वहां पर एक मजार भी बनी हुई है जिससे वहां मंदिर में आने वाले लोग वहां पर बनी हुई मजार पर भी मत्था टेकते हैं।
श्री गिरिधर स्वामी जी के अनुसार जब उन्होंने इस बारे में अग्रवाल पीर मंदिर के लोगों से बात की तो वह उनसे लड़ने को तैयार हो गए और तरह-तरह के तर्क देने लगे।
श्री अग्रसेन जी के वंशज हैं
सारी दुनिया में जितना भी अग्रवाल समाज है वह बहुत महान महाराजा श्री अग्रसेन जी के ही वंशज हैं साथ ही यह भी बहुत बड़ी सच्चाई है कि अग्रवाल समाज के द्वारा ही धर्म कार्यों में आगे बढ़ चढ़कर धन दिया जाता है तथा अग्रवाल समाज के द्वारा धर्म के नाम पर देशभर में बहुत सारे सेवा केंद्र भी चलाए जा रहे हैं। परंतु इन सब के चलते जब किसी धर्मात्मा और दानी समाज के द्वारा इस तरह से “अग्रवाल पीर मंदिर” बनाया जाता है तो ये अपने आप में बड़ा सवाल पैदा करता है।
सनातन🚩समाचार🌎 को यह वीडियो प्राप्त हुई तो इस बारे में हम अपने से जुड़े हुए हैं बंधुओं को इसके बारे में बताना अपना कर्तव्य समझते हैं। बाकी इसके बारे में उचित अथवा अनुचित का निर्णय आप स्वयं करें क्योंकि आप बुद्धिमान हो और धर्म के कारण ही हम से जुड़े हुए हैं। हर हर महादेव ।।