“Yogi’s whip on Halal continues, time line of 15 more days.”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ले रहे धड़ा धड़ फैंसले, कोई दुखी तो कोई सुखी।
सनातन🚩समाचार🌎 बताने की आवश्यकता नहीं है कि मुस्लिम समाज में किसी भी जानवर को मार कर खाने के लिए उसे धीरे-धीरे काट काट कर मारा जाता है। इस प्रक्रिया को इस्लाम में हलाल कहा जाता है। किंतु न जाने कब यह हलाल की प्रक्रिया मांस से आगे बढ़कर साधारण खाने-पीने के सामानों तक भी पहुंच गई।
जिसके चलते बहुत सारे व्यापारिक प्रतिष्ठानों ने मुस्लिम संस्थाओं को मोटी रकम देकर उनसे हलाल सर्टिफिकेट हासिल कर लिए। इसके बाद उनका सामान मुसलमान लोगों के द्वारा पहल के आधार पर खरीदा जाने लगा। इस घाल मेल का बहुत देर से हिंदू समाज के लोग विरोध करते चले आ रहे थे। किंतु अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हलाल सामानों पर पाबंदी लगा दी है, और संबंधित विभाग छापेमारी कर करके हलाल सर्टिफिकेट वाले सामानों को जब्त कर रहे हैं।
इस सब के बीच योगी आदित्यनाथ जी ने हलाल सर्टिफिकेट के साथ सामान बनाने वाली उत्तर प्रदेश की 92 कंपनियों से कहा है कि वह दुकानों पर बेचा गया अपना सारा माल वापस मंगवा लें। फिर उसे हलाल के निशान के बिना पैकिंग करके बेचें। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने एक निर्देश जारी करते हुए कहा है कि सभी व्यापारि 15 दिनों के अंदर-अंदर अपने स्टॉक में मौजूद हलाल उत्पादों को हटा ले अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश की खाद्य सुरक्षा प्रशासन की आयुक्त अनीता सिंह के अनुसार 18 नवंबर 2023 को हजरतगंज थाने में हलाल सर्टिफिकेट के मामले में FIR दर्ज होने के बाद अब करवाई और तेज कर दी गई है। अभी तक प्रदेश भर में 92 स्थान पर छापेमारी करके लगभग 500 स्थान की जांच पड़ताल की जा चुकी है। उन्होंने आगे बताया कि लगभग 3000 किलो हलाल प्रोडक्ट को जप्त किया गया है। जप्त किए गए सामान की अनुमानित लागत 7 से 8 लख रुपए हो सकती है।
इसके साथ ही मिलावट की आशंका वाले 81 सैंपलों को भी विभाग के द्वारा जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है। आयुक्त अनीता के अनुसार अगर जब्त किए गए सामानों में मिलावट पाई गई तो कानून के अनुसार बनती कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस बारे में सभी जिलों के अधिकारियों से बात भी की है। इस मीटिंग के दौरान उन्होंने छापेमारी तेज करने के निर्देश जारी किए हैं।
विभाग द्वारा की गई छापेमारी के दौरान महाराष्ट्र, तेलंगाना और मध्य प्रदेश आदि की कंपनियों के सामानों को हलाल सर्टिफिकेट के साथ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जप्त किया गया है। पता चला है कि जप्त किए गए सामानों में बेकरी के समान, तेल और चीनी इत्यादि शामिल हैं। विभाग की आयुक्त अनीता सिंह ने आगे बताया है कि मांस और उसके उत्पादों को सर्टिफिकेट देने के लिए पूरे देश में केवल तीन कंपनियां ही अधिकृत हैं। इनमें से एक लखनऊ में है पूरे देश में 700 से 800 ऐसे संस्थान है जो हलाल सर्टिफिकेट जारी कर रहे हैं।
इन सभी संस्थाओं द्वारा सर्टिफाइड किए गए हलाल सामान उत्तर प्रदेश में प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। उधर उत्तर प्रदेश सरकार के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल के अनुसार हलाल सर्टिफिकेट से एक वर्ग विशेष को लाभ पहुंचाया जा रहा है।