"When Hindu girl was stopped from teasing, there was ruckus, many houses were broken, vehicles were pelted heavily."
चुप चाप सह लेते तो ठीक था, छेड़ छाड़ का विरोध किया है तो ये हाल कर दिया है।
सनातन 🚩समाचार🌎 राजस्थान के जयपुर में पुलिस के उस समय हाथ पांव फूल गए जब उसने देखा की भारी पथराव हो रहा है, गाड़ियों के शीशे तोड़े जा रहे हैं और लोगों के मकानों पर भी हमला किया जा रहा है। जिस कारण पुलिस प्रशासन को अन्य कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा। लगभग 1 घंटे के बाद मुश्किल से स्थिति को सामान्य बनाया जा सका।
दरअसल जयपुर के ब्रह्मपुरी थाना इलाके में गत 27 दिसंबर 2022 को एक हिंदू युवती जब बुरी तरह घबराई हुई अपने घर पहुंची तो पूछने पर उसने अपने घर वालों को बताया कि उसके साथ अन्य समुदाय के लोगों ने बहुत गंदे तरीके से छेड़छाड़ की है। यह पता चलने पर युवती के परिवार वाले उस स्थान पर पहुंच गए जहां पर उनकी लड़की के साथ छेड़छाड़ की गई थी।
जब उन्होंने छेड़छाड़ करने वाले लोगों से इस बारे में बात करनी चाही तो युवती से छेड़छाड़ करने वाले लोगों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उन्हें पीटना शुरू कर दिया। जिस से झगड़ा बढ़ गया और देखते ही देखते दोनों तरफ के लोग इकट्ठा हो गए। और फिर दोनो पक्षों के लोग आपस में भिड़ गए। इस भिड़ंत से इलाके का माहौल गरमा गया तथा जमकर पत्थरबाजी की गई। इस पत्थरबाजी में कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है और कई गाड़ियों के शीशे भी टूट गए हैं।
इस बीच जब पुलिस को इस हो रहे बवाल की जानकारी मिली तो मौका पर पहुंची पुलिस वहां के हालात देखकर चकरा गई क्योंकि इलाके का माहौल काफी तनावपूर्ण हो चुका था, जिस कारण माहौल को काबू में करने के लिए देर रात को कई और थानों की पुलिस को भी वहां पर बुला लिया गया। इसके साथ ही हालत को और बिगड़ने से बचाने के लिए बड़े पुलिस अधिकारी खुद देर रात तक इलाके में गश्त करते रहे।
इस बीच शहर में अफवाहों का दौर भी पूरी तरह गर्म रहा। यह अफवाह भी फैली की पुलिस ने फायरिंग कर दी है। परंतु पुलिस ने ऐसी किसी भी घटना को नकार दिया है। प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार पुलिस ने 6 लोगों को दंगा करने का आरोप में दबोच लिया है। और उन मुख्य आरोपियों को पुलिस तलाश कर रही है जिन्होंने एक हिंदू युवती से छेड़छाड़ करके फिर उसके बाद उसके परिजनों की पिटाई करके माहौल को बिगाड़ा था।
इसके लिए पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाल रही है। वैसे तो राजस्थान के अलग-अलग शहरों में पिछले दिनों बहुत बड़े दंगे हो चुके हैं। श्री राम नवमी और श्री हनुमान जन्मोत्सव पर जो हिंसा भड़की थी उसके मुकाबले में तो यह हिंसा बहुत कम थी। जिसे लगभग 1 घंटे के बाद पुलिस ने काबू में कर लिया।
पता चला है कि दंगे के दौरान एक पक्ष के लोग यह भी कह रहे थे कि अगर हम चुप रहते तो सब ठीक था। अब हमने अपनी लड़की से छेड़छाड़ का विरोध किया हैं तो इन लोगों ने यह हालत कर दी है।