“Was preparing fighters for Ghazwa-e-Hind by roaming in madrasas, ATS caught Bangladeshi intruder Alinoor including Mudassir and Kamil.”
नफरती अलीनूर मदरसों में पड़ने वाले मासूमों के दिमाग में भी नफरत का जहर घोलता था।
सनातन 🚩समाचार🌎 देश का ऐसा कोई जिला नहीं बचा है जहां आतंकवादियों की पकड़ ना हो। सारे देश में आतंक का ज़हर फैलाने के बाद अब नफरत ही गैंग के निशाने पर है हिंदुओं का पवित्र, शांत और देवभूमि कहा जाने वाला उत्तराखंड।
बाहरी लोग अपराध करते हैं
अब उत्तराखंड से भी लगातार जहरीली खबरें मिल रही हैं एक तरफ जहां उत्तराखंड के जंगलों में अवैध पीरों और मजारों का जाल फैल चुका है तो वहीं दूसरी ओर यहां के हिंदू तीर्थों पर विधर्मियों द्वारा शराब मांस का अवैध ढंग से कारोबार किया जा रहा है। उत्तराखंड में धड़ाधड़ बंद रही अवैध मजारों के चलते जिस बात की आशंका लगातार स्थानीय लोगों के द्वारा जताई जा रही थी वह अब सच हो गई है रही है स्थानीय लोगों के द्वारा हमेशा से यह आरोप लगाए गए हैं कि यहां पर बाहरी लोग आकर अपराधिक और अवैध गतिविधियां कर रहे हैं अब उनके आरोपों पर मुहर लगी है एटीएस की कार्रवाई द्वारा की गई कार्रवाई से।
श्री हरिद्वार में आतंकवादी
अब उत्तराखंड से संदिग्ध आतंकी पकड़े गए हैं। यूपी ATS ने उत्तराखंड की STF की मदद से सफलता प्राप्त की है। ATS ने 8 संदिग्ध आतंकवादियों को दबोचा है। जिनमे से उत्तराखंड के निवासी भी हैं। यूपी एटीएस ने उत्तराखंड एसटीएफ की मदद से इन नफरतियों को पकड़ा है। प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार बांग्लादेशी आतंकी अलीनूर सलेमपुर में असल नाम छिपा कर रह रहा था। स्लेमपुर श्री हरिद्वार के रूड़की में है। ये घुसपैठिया यहां एक मदरसे में बच्चों को नफरत की पढ़ाई पढ़ा रहा था। दरअसल NIA ने अगस्त माह में मध्य प्रदेश के भोपाल से 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया था।
श्री हरिद्वार में आतंकी
उनसे की गई पूछताछ से पता चला था की पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ की उत्तराखंड में आतंकवादी कोई बड़ा अभियान चला रहे हैं। पहले से सतर्क यूपी एटीएस इस सूचना पर भी छानबीन कर रही थी जिसके चलते ये सुराग मिला की श्री हरिद्वार के सलेमपुर में घुसपैठीया बांग्लादेशी आतंकी सक्रिय है। बताया जा रहा है कि उसने रुड़की के मुदस्सिर और देवबंद के कामिल के साथ मिलकर अपना गुट तैयार कर लिया था। वो खुद मजहबी प्रचार की आदि में ज्वालापुर और सेलमपुर में मुस्लिम युवाओं को बहकाने का काम कर रहा था।
पक्की जानकारी मिलने पर छापेमारी कर के इन तीन आतंकियों मुदस्सिर और कामिल सहित बंग्लादेशी घुसपेठिया अलीनूर को गिरफ्तार करके उनके गजवाए हिंद के सपने को मिट्टी में मिला दिया।