“Took advantage of poverty by hiding his real identity with a minor girl…….. 50 years old Aslam Khan ran away when the secret was revealed.”
पंडाल सजाने वाले मजदूर ने पहचान लिया शातिर संजय कसेरा को क्योंकि ,,,,,,,,,,
सनातन 🚩समाचार🌎 गरीब परिवार की एक नाबालिग लड़की की जिंदगी उस समय बर्बाद होते होते बच गई जब उसके साथ शादी करने वाले 50 साल के शातिर की पोल खुल गई जिससे वह मौके से फरार हो गया।
मामला झारखंड का ……….
झारखंड के बोकारो में पढ़ते हरला थाना क्षेत्र में लव जिहाद का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जिसमें एक असलम खान नाम का अधेड़ शैतान अपनी असल पहचान छिपाकर नाबालिग हिंदू लड़की से शादी कर रहा था। इस दौरान जब वरमाला हो चुकी तो उसकी पोल खुल गई जिस पर वह मौके से भाग गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार असलम खान धनबाद के वासेपुर का रहने वाला है वह गरीब हिंदू परिवार से संजय बनकर मिला था। दरअसल पीड़ित परिवार कुछ महीने पहले अपने आर्थिक तंगी के चलते लोन लेने के लिए अपनी बड़ी बेटी के साथ बैंक में गया था। जहां पर उन्हें आरोपी संजय/असलम खान मिला था। जिसने उन्हें बताया था कि वह कसेरा का रहने वाला है। क्योंकि पीड़ित परिवार भी कसेरा का ही रहने वाला है इसलिए वह उसके झांसे में आ गए।
आरोप है कि संजय/असलम खान ने अपने को उस बैंक का एक अधिकारी बताया और उन्हें कहा कि वह उन्हें लोन दिलवा देगा। इसके बाद वह लोन दिलवाने के बहाने पीड़ित परिवार के घर आने जाने लगा और परिवार की बड़ी लड़की से फोन पे भी बातें करने लगा। इसके बाद एक दिन वह पीड़ित परिवार के घर पुलिस की वर्दी में पहुंचा और उसने कहा कि अब पुलिस अधिकारी बन गया है। तब उसने कहा कि आप लोग यहां पर क्यों रह रहे हो ? मैं तुम लोगों को नया घर दिलवा देता हूं।
गरीब परिवार उससे झांसे में आ गया तथा उसके साथ कोई घर देखने के लिए चला गया। वहां पहुंचने पर संजय/असलम खान ने उन्हें उस घर में बंधक बना लिया। इसके बाद उसने पीड़ित परिवार को कई तरह के प्रलोभन दिए और धमकियां भी दी और उनसे कहा कि अगर वह अपनी बेटी की शादी उसके साथ कर देते हैं तो वह उन्हें मकान और लोन भी दिलवा देगा। बंधक बने हुए गरीब और डरे हुए परिवार ने दबाव में आकर संजय/असलम खान की बात मान ली और अपनी गरीबी के चलते वह अपनी नाबालिग बेटी की शादी 50 साल के अधेड़ से करने को तैयार हो गए।
पीड़ित परिवार के अनुसार आरोपी ने कहा था कि शादी का सारा खर्चा वह खुद कर लेगा। इस सब के बाद 7 दिसंबर 2022 को संजय/असलम खान बारात लेकर नाबालिग हिंदू लड़की से शादी करने के लिए पहुंच गया। जहां पर वरमाला की रसम पूरी की गई किंतु इस बीच लड़की के भाग्य से उस विवाह का पंडाल बनाने वाले नेहाल नाम के एक मजदूर ने असलम खान को पहचान लिया। और लड़की के परिजनों को उसने बता दिया कि जिसे वह संजय समझ रहे हैं वह वास्तव में असलम खान नाम का एक अपराधी है।
जो कुछ साल पहले उसके साथ एक जेल में बंद था। मजदूर द्वारा किए गए इस खुलासे से वहां पर तनाव की स्थिति पैदा हो गई। इसी दौरान किसी ने इस घटना की सूचना पुलिस को दे दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस को देखकर असलम भाग खड़ा हुआ। पुलिस को जब पीड़ित परिवार ने दूल्हे की तस्वीर दिखाई तो पुलिस ने भी माना कि यह व्यक्ति वास्तव में संजय नहीं बल्कि एक अपराधी असलम खान है।
बता दें कि भागते समय असलम खान अपनी एक अल्टो कार मौके पर छोड़ गया जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। उस आल्टो कार में से पुलिस ने नकली वर्दी, नकली बंदूक और अन्य संदिग्ध सामान बरामद किया है। लड़की के पिता के अनुसार वह बहुत गरीब हैं और ठेला चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है तथा उसकी तीन बेटियां हैं।
इस बारे में पुलिस का कहना है कि असलम खान नाम को यह व्यक्ति बेहद शातिर है तथा यह एक मामले में पहले भी जेल जा चुका है। यह व्यक्ति इसी तरह से गरीब हिंदू परिवारों की लड़कियों को फंसाता रहता है।