“The biggest fatwa in the world on the murder of Mahamandaleshwar, plea of countless saints to give Z P+ security to Amit Shah, police surrounded, now Yeti will do this big work.”
कमलेश तिवारी की हत्या के बाद संत समाज नहीं चाहता की इस महामंडलेश्वर का भी सर तन से जुदा हो जाए
सनातन🚩समाचार🌎 दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के घर जा रहे पदयात्रियों जबरन रोका।
पदयात्रियों ने गाज़ीपुर बॉर्डर पर आरम्भ किया आमरण अनशन
“महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज” की हत्या की जिम्मेदार केंद्र सरकार होगी -यति रामस्वरूपानंद जी
केंद्र सरकार यदि गृहयुद्ध चाहती है तो उसे इस की जिम्मेदारी भी लेनी पड़ेगी -यति रणसिन्हानंद जी
निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर साध्वी डॉ अन्नपूर्णा भारती जी भी गाजीपुर बॉर्डर पर यति सन्यासियो के समर्थन में उतरीं
पता चल है की हिमाचल प्रदेश से बालयोगी ज्ञाननाथ जी महाराज और यति सत्यदेवानंद जी महाराज के साथ बड़ी संख्या में सन्त पहुंच रहे हैं गाजीपुर बॉर्डर।
बताने की आवश्यकता नहीं है की गाजियाबाद (UP) के डासना में स्थित सिद्ध प्राचीन शिव शक्ति धाम के महंत महामंडलेश्वर यति नरसिंघानंद गिरी पिछले लंबे समय से उन्नमादियों के निशाने पर हैं क्योंकि वो हमेशा इस्लाम और जिहाद के खिलाफ बोलते रहते हैं जिस कारण दुनियां भर के इस्लामी संगठनों ने उनकी हत्या करने के लिए बहुत बड़ी बड़ी रकमों के फतवे जारी किए हुए हैं।
जिस कारण उनके चाहने वाले उनकी सुरक्षा की मांग भी लगातार करते आ रहे हैं। इनके चाहने वालों ने पिछले दिनों बहुत सारे संतों से मिल कर उनकी सुरक्षा की मांग को लेकर उनके हस्ताक्षर प्राप्त किए, जिन्हें लेकर महामंडलेश्वर यति नरसिंघानंद गिरी जी के शिष्य गृहमंत्री अमित शाह के आवास तक पदयात्रा करते हुए जा रहे थे।
महामण्डलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि महाराज के लिए Z+ सुरक्षा की मांग को लेकर हरिद्वार से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आवास तक पदयात्रा करते हुए जा रहे यति संन्यासियों को दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस के द्वारा बलपूर्वक रोका गया I करीब 4 कंपनी लगायी गयी व तीन जिलों के डीसीपी भी फोर्स के साथ मौजूद रहेI यात्रा का नेतृत्व कर रहे स्वामी यति रामस्वरूपानंद जी महाराज का कहना है, कि हम सन्यासीयो के साथ दिल्ली पुलिस का बर्ताव अच्छा नहीं रहा उन्होंने हमें सड़क से धक्का देकर किनारे कर दिया और कहा कि आप एक भी कदम दिल्ली में नहीं रख सकते।
आज हमारे देश में ही हम सन्यासीयो को यात्रा के लिए परमिशन की आवश्यकता हो गयी है। देश में जो हिंदूवादी सरकार चल रही है ,वह भी हमारे गुरुजी यति नरसिंहानंद गिरि जी महाराज के खून पसीने से सींची गयी है। लेकिन आज सरकार ने उन्हें ही मरने के लिए अकेला छोड़ दिया है।केंद्र सरकार अच्छी तरह समझ ले की अगर महामंडलेश्वर जी की हत्या हुई तो इसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार होगी।
देर शाम निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती जी भी गाजीपुर बॉर्डर पहुँच कर यति सन्यासियो के समर्थन में उतर गई।
दूसरे पदयात्री यति रणसिन्हानंद जी महाराज ने कहा की महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज क़ो हलुआ ना समझे सरकार। अगर हमारे गुरु जी की हत्या होती है तो यह भारतवर्ष गृहयुद्ध की विभीषिका में फंस जायेगा जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से केंद्र सरकार की होगी।
बतादें की इससे पहले दिल्ली पुलिस ने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज क़ो मोतिबाग में हो रहे संत सम्मेलन में जाने से रोक दिया। दिल्ली पुलिस ने भरी फ़ोर्स लगा कर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी क़ो बॉर्डर पर रोक लिया परन्तु डेढ़ घंटे के संघर्ष के बाद उन्हें भंडारे और संत सम्मेलन में जाने की अनुमति मिली।