“Rajasthan became Pakistan” Ramdarbar broken, Kaihar in Karauli, 300 year old temple demolished, Gaushala demolished and now done this work.”
हिंदुओं ने जानबूझ कर घटा ली अपनी जनसंख्या तो अब भयंकर परिणाम सामने हैं।
सनातन🚩समाचार🌎श्री राम दरबार वाला गेट तोड़ दिया गया हिंदू रो कर चुप हो गए, फिर 300 साल पुराना मंदिर ध्वस्त कर दिया गया शिवलिंग पर पैर रखकर उसे उखाड़ा गया हिंदू रो कर चुप हो गए, गौशाला ध्वस्त कर दी गई हिंदू रो कर चुप हो गए और अब बजरंगबली जी के स्वरूप पर 786 लिखी हुई उर्दू की पर्ची चिपका दी गई है। > तो अब भी क्या हो जाएगा ? हिंदू थोड़ा बहुत हाहाकार करके/रोकर फिर चुप हो जाएंगे। इसके सिवा कोई और चारा भी तो नहीं है क्योंकि जानबूझकर हिंदुओं के द्वारा अपनी जनसंख्या घटा ली गई है।
विवरण : — राजस्थान में जहां हिंदुओं के खिलाफ छुटपुट घटनाएं तो होती ही रहती थीं, उसके बाद श्री राम दरबार मंदिर तोड़ा जाना गौशाला ध्वस्त करना इत्यादि के बाद अब राजस्थान के ही कोटा के एक मंदिर में बजरंगबली जी की पवित्र प्रतिमा पर उर्दू में लिखी हुई एक पर्ची चिपका दी गई है, जिसके ऊपर 786 भी लिखा हुआ है। बताने की आवश्यकता नहीं है कि 786 इस्लाम में बहुत महत्व रखता है। इस घटना के बाद श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया हिंदू सकते में आ गए और हमेशा की तरह थाने में शिकायत देकर अब अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है, और हमेशा की तरह पुलिस ने भी केस दर्ज कर लिया है और जांच भी शुरू कर दी है।
यह दुखद दृश्य देखा
मिली जानकारी के अनुसार हिंदुओं को झकझोर देने वाली यह घटना कोटा के ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ते एक गांव अयाना में घटी है। जिस मंदिर में यह कुकृत्य हुआ है उसका नाम राधेश्याम वैष्णव मंदिर है। किसी विधर्मी के द्वारा यह कुकृत्य 24 अप्रैल 2022 की रात को किया गया है। सुबह जब पंडित जी मंदिर में आए तो सबसे पहले उन्होंने ही यह दुखद दृश्य देखा और तुरंत सभी लोगों को इसकी जानकारी दी। इस घटना की खबर फैलते ही मंदिर में बहुत सारे लोग इकट्ठा हो गए और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी गई।
इस घटना से गुस्साए सनातनीयों ने अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस को 24 घंटे का समय दिया है और साथ ही यह घोषणाएं भी की है कि अगर समय सीमा के अंदर अपराधियों की गिरफ्तारी ना की गई तो आंदोलन किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस उर्दू में लिखे गए शब्दों का अनुवाद करवा रही है। इस घटना से फैले तनाव को देखते हुए प्रशासन ने मंदिर के आसपास भारी मात्रा में पुलिस बल को तैनात कर दिया है। पुलिस के अनुसार हालात काबू में हैं तथा पुलिस को शक है कि इस काम के पीछे संप्रदायिक तनाव भड़काने की कोई साजिश हो सकती है।
यहां बड़ा सवाल यह उठता हैं कि आखिर ऐसे क्या कारण हैं जो राजस्थान में हिंदुओं के ऊपर लगातार आफत हो रही है कभी यह आफत राजस्थान की गहलोत सरकार के द्वारा की जाती है तो कभी विधर्मियो के द्वारा तो कभी अज्ञात लोगों के द्वारा। आखिर ये सब कुछ कब तक जारी रहेगा ? ? ?