“Mazari havoc land jihad in Devbhoomi Uttarakhand, if forest department did not perform duty then Hindu organization did this work ईओ….”
मजार ही मजार देश के हर कोने में उग रही हैं मजारें भ्रमित हिंदू लगा रहे हैं लाइने।
धर्मनिर्वाह करते सनातनी योद्धा
सनातन 🚩समाचार🌎 शायद हिंदू धर्मगुरु ही हिंदुओं का सही से मार्गदर्शन नहीं कर पाए इसीलिए आज जहां देखो वहीं हिंदू किसी लम्बे से ईंटों की ढेरी के आगे नाक रगड़ते दिख रहे हैं। हम बात कर रहे हैं उन पिरो की जी रातों रात कहीं भी उग जाते हैं। वास्तव में ये एक प्रमाणिक लैंड जिहाद है। कुछ जागरूक हिंदू इस लैंड जिहाद के खिलाफ लड़ भी रहे हैं, परंतु। भ्रमित हिंदुओं की संख्या अब अधिक हो चुकी है।
स्वामी दर्शन भारती जी के नेतृत्व में पहुंचे
इसी कड़ी में अवैध पीर बनाने और लें जिहाद की घटना घटी है देव भूमि उत्तराखंड में। यहां पर जंगलात विभाग के जंगल में धांधली के चलते धड़ा धड़ मजारें बनाई जा रही हैं। परंतु उन्हें कोई भी कर्मचारी भी नही रोकता है और ना ही कोई अधिकारी। प्राप्त जानकारी के अनुसार जंगल में बनाई जा रही अवैध मजार की सूचना मिलने पर जब हिंदू संगठन के लोग स्वामी दर्शन भारती जी के नेतृत्व में मौके पर पहुंचे तो वहां ईंटों की चिनाई कर के सीमेंट इत्यादि से सरकारी जमीन पर बकायदा पक्की मजार बनाई जा रही थी। इस पर गुस्साए हिंदुओं ने उसे हटा दिया और वहां पर बैठे एक व्यक्ति को कहा की तू हिंदू हो कर ये काम क्यों कर रहा है ?
उत्तराखंड अवैध गतिविधियों का शिकार हो चुका है
तूने पहले भी यहीं मजार बनाई थी जिसे हमने तोड़ दिया था, अब फिर क्यों बना रहा है ? वहां उपस्थित राधा ध्वनि नाम की महिला ने उसे भगाया और कहा की जा इस जगह की रजिस्ट्री लेके आ तो उस व्यक्ति ने बताया की वो तो अकरम के कहने से ये काम करवा रहा है। बताने की आवश्यकता नहीं है की लगभग सारा उत्तराखंड इस तरह की अवैध गतिविधियों का शिकार हो चुका है। इसके बाद हिंदू संगठन के लोग वन क्षेत्राधिकारी DFO देहरादून के पास पहुंचे और ऐसी अवैध मजारों के बारे में बात की तो अधिकारी ने बताया की ये मजार 1980 से पहले की बनी हुई है।
स्थानीय पार्षद और ग्राम प्रधान ने लिख के दिया है। अब नई नहीं बनने देंगे। इस पर संगठन के लोगों ने कहा की अब 3 हो चुकी तो अधिकारी ने बताया की मैं 2 साल से हूं, ऐसा कुछ नहीं हुआ। कुछ नया बनाएंगे तो हम तोड़ देंगे। इसपर राधा ध्वनि ने कहा की ये सब मिली भगत है। ये हमे कहते हैं आगे मत आना दंगा हो जायेगा। मगर ये दंगा करवाने की साजिश है किसकी ? ये बनने क्यों देते हैं वहां पर मजारें ? अभी 7 महीने पहले हमने वो मजार ढाई थी और जब हम आपके पास आए तो उसके बाद आपने मेरा फोन ही उठाना बंद कर दिया।
मेरे पास काल डिटेल है। इन आरोपों को जब अधिकारी ने खारिज किया तो राधा ध्वनि बोली की हम वहां मंदिर बनाएंगे तो झट से अधिकारी बोल उठा की परमिशन लाओ बना लो। तो राधा बोली की आपके पास परमिशन है क्या मजार बनवाने की ? अभी चलो मेरे साथ वहां एक और नई बनी हुई मजार दिखती हूं।
अब इस सब के बारे में केवल एक ही कारण सामने आता है की अधिकारी या तो लैंड जिहादियों से डरे हुए हैं या फिर ये लोग पैसे ले कर अपना धर्म और देश बेच रहे हैं।