“Love Jihad” If national player Tara does not become a Muslim, it will wreak havoc, Rakibul will be given life imprisonment, Ammi will be imprisoned for 10 years and the High Court registrar will spend 15 years in jail.”
अगर तारा शाहदेव राष्ट्रीय स्तर की शूटर ना होती तो शायद वह भी और लड़कियों की तरह किसी सूटकेस में मिलती।
सनातन🚩समाचार 🌎 यह एक विडंबना ही है की पढ़ी-लिखी और तेज तर्रार लड़कियां भी लव जिहादियों के चंगुल में फंस जाती हैं। इसका शायद एक कारण यह भी है कि लव जिहादियों को हिंदू लड़कियों को अपना शिकार बनाने की बाकायदा ट्रेनिंग दी जाती है।लव जिहाद का यह खौफनाक सिलसिला राष्ट्रीय शूटर तारा शाहदेव के साथ शुरू हुआ अगस्त 2014 में।
राष्ट्रीय खिलाड़ी तारा शाहदेव के अनुसार जब वह शूटिंग प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कोटवार में अभ्यास कर रही थी उसी दौरान उसकी दोस्ती रकीबुल हसन से हुई थी। पीड़िता के अनुसार रकीबुल ने उससे अपनी असल पहचान छुपा कर अपना नाम रणजीत सिंह कोहली बताकर दोस्ती की थी। पीड़िता के अनुसार वह रांची की रहने वाली है तथा शूटिंग के अभ्यास के दौरान रकीबुल/रणजीत सिंह कोहली उसे लगातार मिलता रहा और उसे प्रेम के बड़े-बड़े सपने दिखाता रहा और आखिर वह उसके जाल में फंस गई।
इसके उसने अगस्त 2014 में उसके साथ शादी कर ली। पीड़िता के अनुसार विवाह होने तक उसे नहीं पता था कि वह एक मुसलमान है। किंतु विवाह के बाद उसे पता चला की जिसे वह रणजीत सिंह कोहली समझ रही थी वह वास्तव में रिकीबुल हसन नाम का एक मुसलमान है। राष्ट्रीय शूटर पीड़िता तारा के अनुसार जब उसने अपने साथ हुए धोखे के बारे में रकीबुल से पूछा तो उसने उसके साथ बुरी तरह मारपीट की। इसके बाद लगातार उसके साथ मारपीट होती रही। पीड़िता के अनुसार उसके साथ होने वाली मारपीट में रकीबुल की मां भी अपने बेटे को उकसाती रहती थी।
दरअसल वह दोनों उसे मुसलमान बना देना चाहते थे, किंतु वह मुसलमान नहीं बनना चाहती थी जिस कारण उसके ऊपर कई तरह से दबाव बनाए गए। उसे कुत्ते से कटवाyavगया और उसे गौ मांस खिलाने का भी प्रयास किया गया। पीड़िता के अनुसार वह किसी तरह उनके जंगल से बचकर भाग गई थी, तथा पुलिस थाने में जाकर उसकी रकीबुल और उसकी मां के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी थी। इसके बाद शुरू हुआ संघर्ष का एक लंबा सिलसिला। पीड़ित तारा शाहदेव के अनुसार दोषियों को सजा दिलवाने के लिए उसे लंबा संघर्ष करना पड़ा और आखिर सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने लव जीहादी रकीबुल हसन/रंजीत कोहली को उम्र कैद की सजा सुना दी तथा उसकी अम्मी कैसर को 10 साल की सजा सुना दी।
इसके साथ ही लव जिहादी का साथ देने के आरोप में हाईकोर्ट के रजिस्टर मुश्ताक अहमद को भी 15 साल के लिए जेल भेज दिया गया है। इसके साथ ही सभी दोषियों पर 50-50 हजार रुपए का दंड भी लगाया गया है। दरअसल जब इस मामले में हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार मुस्ताक अहमद के द्वारा भी जब लव जीहादी को बचाने के लिए किए गए षड्यंत्र का पर्दाफाश हुआ तब मामले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड हाईकोर्ट ने इस केस को सन 2015 में CBI को सौंप दिया था। इससे पहले इस मामले की जांच झारखंड पुलिस कर रही थी।
CBI को मामला सौंपे जाने के बाद सन 2017 में आरोपियों के खिलाफ चार्ज शीट दाखिल की गई थी, तथा लंबे संघर्ष के बाद के बाद पीड़िता राष्ट्रीय खिलाड़ी तारा शाहदेव को न्याय देते हुए CBI की विशेष अदालत ने 30 सितंबर 2023 को तीनों आरोपियों को दोषी करार दे दिया। यह निर्णय आने के बाद तारा शाहदेव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं कोर्ट और सीबीआई को धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने मुझे न्याय दिलाया। यह न्याय सिर्फ मेरे लिए नहीं है, इससे देश की हर बेटी को यह भरोसा मिलेगा कि जो भी उनके साथ ऐसा करेगा उसे सजा मिलेगी।
तारा के अनुसार इस फैसले के बाद डर बनेगा कि किसी के साथ ऐसा व्यवहार ना करें। जब मेरी लड़ाई शुरू हुई तो इसे घरेलू हिंसा का नाम दे दिया गया था लेकिन मेरी कोशिश थी कि किसी भी लड़की के साथ ऐसा ना हो। लोग यह शब्द बोलने से भी हिचक रहे थे। इस फैसले के बाद वह इसके खिलाफ अब खुलकर सामने आएंगे।