“If the person who stopped namaz on the road is suspended then why is there no FIR against the IPS who massacred Hindus? What justice will we get??.”
हमेशा कांग्रेस पे तुष्टिकरण का आरोप लगाने वाली BJP के राज में भी हो रहा तुष्टिकरण ?
सनातन🚩समाचार🌎 भारतीय जनता पार्टी हमेशा से यह आरोप लगाती रही है कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है, किंतु क्या अब बीजेपी ने भी तुष्टिकरण की राह पर चलना आरंभ कर दिया है। कारण कोई भी हो किंतु अब BJP पर भी तुष्टीकरण के आरोप तो लोग लगा ही रहे हैं।
बीजेपी पर गंभीर आरोप लगने का कारण है दिल्ली का वह मामला जिसमें मुसलमान समुदाय के लोग एक सड़क को घेर कर वहां पर नमाज पढ़ रहे थे। जिस कारण ट्रैफिक में हो रहे व्यवधान को रुकवाने के लिए एक पुलिस अधिकारी ने उनको वहां से हटा दिया जिस पर हुए बवाल के बाद उस पुलिस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है।
प्राप्त हुए विवरण के अनुसार दिल्ली के इंद्रलोक इलाके में गत शुक्रवार को मुस्लिम समाज के बहुत सारे लोग भीड़भाड़ वाले इलाके में सड़क पर बैठकर नमाज पढ़ रहे थे। जिनको वहां पर तैनात पुलिस अधिकारी SI मनोज तोमर ने वहां से हटाने के लिए कहा, किंतु जब वह नहीं हटे तो उन्हें पुलिस के द्वारा बलपूर्वक वहां से हटाने का प्रयास किया गया। बताने की आवश्यकता नहीं है की पुलिस द्वारा हटाए जाने के प्रयास के चलते वहां पर उपस्थित मुस्लिम समाज बहुत उग्र हो उठा तथा उन्होंने मौके पर उपस्थित पुलिस बल को घेर लिया और उनकी पिटाई भी चालू कर दी।
दिल्ली के इंद्रलोक में सड़क पे नमाज पढ़ने से रोकने के बाद हुआ बवाल। pic.twitter.com/9C4Qa0t23b
— सनातन🚩समाचार🌎 (@Ashwani83281423) March 12, 2024
इसके बाद बवाल को बढ़ाते हुए देखकर मुस्लिम समाज का गुस्सा शांत करने के लिए पुलिस के सीनियर अधिकारियों के द्वारा मनोज तोमर को सस्पेंड कर दिया था। इस घटना के बाद सोशल मीडिया से लेकर आमजन भी पुलिस अधिकारी मनोज तोमर को सस्पेंड करने का विरोध कर रहे हैं, और आरोप लगाया जा रहा है की वर्तमान की भाजपा सरकार भी अब तुष्टिकरण की राह पर चल पड़ी है।
यह मामला अब और तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है क्योंकि दिल्ली के एक हिंदू संगठन के द्वारा DCP नॉर्थ के ऑफिस में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें कहा गया है कि जब न्याय प्रक्रिया का पालन करते हुए मनोज तोमर को सस्पेंड कर दिया गया है तब न्याय को देखते हुए अयोध्या में कर सेवकों पर गोली चलाने वाले IPS अधिकारी के खिलाफ अभी तक एक्शन क्यों नहीं लिया गया है ?
इस संगठन ने मांग की है कि अयोध्या में कार सेवकों का नरसंहार करने वाले आईपीएस ऑफिसर पर भी तुरंत कार्रवाई की जाए। दिल्ली के हिंदू मोर्चा नाम के संगठन ने 11 मार्च 2024 को DCP नॉर्थ के नाम से थाना सिविल लाइंस में एक शिकायत दर्ज करवाई है। यह शिकायत संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक मलिक ने दी है। पुलिस को दी शिकायत में दीपक ने कहा है कि 22 अक्टूबर 1990 को अयोध्या के पास बस्ती जिले के एक गांव सांडपुर में कार सेवकों के होने की सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची थी तथा गोलियां मार कर राम भक्तों का नरसंहार कर दिया था।
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दीपक मालिक का फेसबुक लिंक – विडीयो देखें।
शिकायत में कहा गया है कि उसे समय बस्ती जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक IPS सुभाष चंद्र गुप्ता ने तीन राम भक्तों का नरसंहार कर दिया था। शिकायतकर्ता दीपक मलिक के अनुसार उस समय बस्ती में तैनात आईपीएस सुभाष चंद्र गुप्ताआजकल गाजियाबाद में मजे से अपनी रिटायरमेंट की जिंदगी बिता रहे हैं। उनको कार सेवकों के नरसंहार का दोषी बताते हुए उनके खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है। दीपक मलिक ने अपनी शिकायत में लिखा है की “मान्यवर आपने जिस प्रकार कार्रवाई की है इससे पता चलता है कि आप कितने न्याय प्रिय हैं”
बता दें कि पुलिस को अपनी शिकायत सौंपने के बाद हिंदू मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक मलिक ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में अपलोड किया है इसमें उन्होंने कहा है कि वह देखना चाहते हैं कि जिस प्रकार से न्याय DCP उत्तरी दिल्ली ने मनोज तोमर के लिए किया है क्या उसी तरह का न्याय रिटायर्ड आईपीएस सुभाष चंद्र गुप्ता के खिलाफ भी करेंगे ? इस वीडियो में संगठन के अध्यक्ष ने उस तत्कालीन IPS अधिकारी के घर का पता भी बताया है, जिस पर उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्होंने वर्ष 1990 में हिंदुओं का नरसंहार किया था।