“Hindu organizations came out against giving shops to Muslims in the temple fair because.”
ये सनातन धर्म/संस्कृति का सम्मान नहीं करते हैं कोप्पल गविसिद्धेश्वर में मकर सक्रांति को लगता है मेले में।
सनातन🚩समाचार🌎 हिंदू संगठनों का कहना है कि मुस्लिम लोग देश के कानून और हिंदू संस्कृति का सम्मान नहीं करते हैं। मुस्लिम समुदाय ने बार-बार हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। संगठनों ने यह आरोप भी लगाया है कि गौ हत्या, गौ मांस बिक्री और लव जिहाद, हिंदू महिलाओं के साथ दुरव्यवहार करने के साथ-साथ उनकी हत्याओं के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इन सब को देखते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों को मंदिर के मेले में दुकान लगाने पर रोक लगाई जानी चाहिए।
यह मामला है कर्नाटक के विजयपुर में कोपल गविसिद्धेश्वर मेले में मुस्लिम दुकानदारों के द्वारा स्टाल लगाने और उनके द्वारा सामानों की बिक्री किए जाने का। प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार कर्नाटक के विजयपुर में हिंदू संगठनों के द्वारा कोप्पल गविसिद्धेश्वर मेले में मुस्लिम दुकानदारों के द्वारा सामानों की बिक्री किए जाने पर रोक लगाई जाने की मांग की है। हिंदू संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे न मानी गई तो इस का कड़ा विरोध करेंगे।
बता दें कि विजयपुर में लगने वाला हिंदुओं का धार्मिक मेला कोप्पल गविसिद्धेश्वर जात्रे 100 साल से भी अधिक पुराना है। प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के अवसर पर इस मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में दूर-दूर से लाखों लोग पहुंचते हैं। फिलहाल इस ऐतिहासिक मेंले की तैयारीयां बहुत जोर-जोर से चल रही हैं। इसी मेले में मुस्लिम समाज के लोगों के द्वारा दुकाने लगाए जाने के विरोध में प्रदर्शन भी चालू हो गए हैं। जिसके चलते भारी संख्या में हिंदू समुदाय के लोग सिद्धेश्वर मंदिर के बाहर इकट्ठा हुए थे।
मंदिर का भव्य दर्शन
उन्होंने कहा कि मुस्लिम दुकानदार देश के कानून और हिंदू संस्कृति का सम्मान नहीं करते। मुस्लिम समाज ने बार-बार हिंदुओं के धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि गौ हत्या, गौमांस की बिक्री और लव जिहाद के साथ-साथ हिंदू महिलाओं के साथ दुरव्यवहार और उनकी हत्या के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। जिसके चलते मुस्लिम लोगों को इस पवित्र मेले में दुकाने लगाने की स्वीकृति नहीं दी जानी चाहिए।
इस मेले में मुस्लिम समाज के लोगों के द्वारा स्टाल लगाने और सामान बेचने गए के विरोध में श्री राम सेना सहित अन्य सिंह हिंदू संगठन भी विरोध में सामने आए हैं। इन सभी ने मांग की है कि हिंदू समुदाय के इस त्यौहार में मुस्लिम समुदाय के लोगों को शामिल होने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इसके साथ ही मंदिर प्रबंधन, धार्मिक संगठनों के महासंघ और हिंदू जन जागृति संघ का कहना है कि सारे राज्य में मुस्लिम लोगों द्वारा हिंदू मंदिर/मेलों में कारोबार करने पर प्रतिबंध है अतः यहां भी प्रतिबंध होना चाहिए।
इस वर्ष अगस्त में कर्नाटक राज्य हिंदू जात्रा व्यापार संघ राज्य सरकार से अपील कर चुका है कि मेलो की व्यवस्था करने वाले विभाग मेलो या मंदिरों में वार्षिक उत्सवों के दौरान गैर हिंदुओं को दुकान लगाने की अनुमति न दें। संघ के अध्यक्ष महेश दास ने कर्नाटक हिंदू धार्मिक संस्थान और धर्मार्थ बंदोबस्ती अधिनियम की धारा 31 (12) का हवाला देते हुए कहा है कि मंदिर के पास स्थित भूमि, भवन या स्थल सहित कोई भी संपत्ति गैर हिंदू लोगों को पट्टे पर नहीं दी जानी चाहिए।
उधर विरोध में उतरे हिंदू संगठनों का कहना है कि राज्य भर में मुस्लिम दुकानदारों को हिंदू मंदिर परिसरों और धार्मिक मेलों में व्यापार करने की अनुमति नहीं है अतः श्री सिद्धेश्वर मंदिर मेले में भी इसका पालन किया जाना चाहिए उन्होंने कहा कि इस बारे में वे भाजपा विधायक बसंत गौड़ पाटिल को एक ज्ञापन पहले ही दे चुके हैं।