जानबूझ कर अपनी जनसंख्या घटाने के दुष्परिणाम हिन्दू भुगत रहे हैं।
रविवार का दिन और ज्यादा भयानक रहा हिंदुओं के लिए। इस दिन 20 से अधिक हंसते बसते घर जला दिए गए क्योंकि उनके अनुसार ये घर काफिरों के थे। बांग्लादेश के मीडिया हाउस ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार यह हमले पीरगंज के एक गांव रामनाथपुर यूनियन में माझीपारा के जेलपोली में हुए हैं। बांग्लादेश में दिन प्रतिदिन हिन्दुओं की स्तिथि खस्ता होती जा रही है। साम्प्रदायिक हिंसा होना आम बात हो चुकी है। हिन्दुओं को लगातार निशाने पर लेकर उनपर अत्यधिक अत्याचार किये जा रहे हैं।
जमात-ए-इस्लामी
बताया गया है कि एक हिंदू व्यक्ति पर एक धार्मिक आपत्तिजनक पोस्ट करने का आरोप है, जिसके बाद ये बड़ा बवाल शुरू हो गया। मौके पे पहुंची पुलिस ने इस हिन्दू युवक को और उसके घर को तो सुरक्षित बचा लिया, परन्तु भड़के हुए उपद्रवियों ने उस इलाके में आसपास के 15-20 हिंदुओं के घरों में आग लगा दी। इस सारे मामले में चेयरमैन मोहम्मद सादकुल इस्लाम ने ढाका ट्रिब्यून को बताया, ‘वे हमलावर जमात-ए-इस्लामी और उसकी छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिबिर की स्थानीय इकाइयों के थे।
अत्याचार
नवरात्रों में माँ दुर्गा जी के पंडालों को ध्वस्त किया गया, मन्दिर खंडित किये गए और अब रंगपुर उपजिला पीरगंज में निर्दोष हिंदुओं के घरों को बेहरहमी से आग के हवाले कर दिया गया है। रविवार को हए हमलों में 20 से अधिक घर घर बुरी तरह जला दिए गए हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं पे ये अत्याचार पीरगंज के एक गांव रामनाथपुर यूनियन में माझीपारा के जेलपोली में हुआ है। वहां की पुलिस के अनुसा यह मामला एक सोशल मीडिया की एक पोस्ट से जुड़ा हुआ है, जिसके बाद यह तनाव पैदा हो गया है।
इन हुए हमलों के बाद सारे बांग्लादेश में अशांति फैल गई और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के जवानों, पुलिस और RAB की बड़ी टुकड़ियों को तैनात करना पड़ा है। हिंसक झड़पों के बाद चांदपुर, कॉक्स बाजार, बंदरबन, सिलहट, चटगांव और गाजीपुर में स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।
दमकल सेवा को घटना की सूचना रात्रि में कगभग 10 बजे मिली। इसके बाद पीरगंज, मीठापुकुर और रंगपुर शहर से दमकल की गाड़ियां आग बुझाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचीं। मोहम्मद सादकुल इस्लाम के अनुसार वे सोमवार सुबह तीन बजे तक घटनास्थल पर थे। बतादें कि बीते बुधवार को बांग्लादेश में चांदीपुर के हाजीगंज उपजिला में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 60 लोग घायल हो हुए थे। इस दौरान चटगांव के बांसखाली, कॉक्स बाजार के पेकुआ और शिवगंज के चापाईनवाबगंज सहित कुल 80 से अधिक स्थानों पर हमले किए गए।
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा मैं एक घटना बहुत चौंकाने वाली है यहां पर स्थित इस्कॉन मंदिर के एक पुजारी की भी हत्या कर दी गई हालांकि इस्कॉन मंदिर के उस पुजारी ने इस्कॉन मंदिर में ही भाईचारा निभाते हुए मुसलमानों को इफ्तार पार्टी दी थी और उन्हें अपने हाथों से भोजन भी करवाया था परंतु उन्हें भी बख्शा नहीं गया और साथ ही इस्कॉन के भव्य मंदिर में भी आग लगा दी गई।
Havoc on Hindus, Durga pandal demolished, temple ruined and now more than 20 houses burnt, death and death for the infidels