“Ejaz Pradhan, Aadhaar card, voter card, passport and own house, ATS caught illegal Rohingya infiltrators.”
रहें सावधान: कोई बड़ी बात नहीं है कि आपके आसपास भी अवैध रोहिंग्या घुसपैठिए रह रहे हो और आपको पता भी ना चले कि आपके ऊपर अत्याचार किसने किया है ?
सनातन 🚩समाचार🌎 एक तथ्य है कि आजकल सारे देश में अपनी असल पहचान छुपाकर रोहिंग्या घुसपैठिए बसे हुए हैं। यह लोग अपने स्थानीय आकाओं की सहायता से आधार कार्ड, वोटर कार्ड इत्यादि सब कुछ प्राप्त कर रहे हैं। कभी कभार यह लोग पकड़े भी जाते हैं।
अब उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते ने 14 मार्च 2023 को दो रोहिंग्या घुसपैठियों को पकड़ा है। यह गिरफ्तारी बलिया जिले में हुई है। पकड़े गए घुसपैठियों के नाम हैं मोहम्मद अरमान और अब्दुल आमीन। ATS द्वारा यह धरपकड़ बलिया जिले के कोतवाली नगर थाना क्षेत्र में की गई है। इस मामले में एटीएस के इंस्पेक्टर भारत भूषण तिवारी शिकायतकर्ता बने हैं। एटीएस के अनुसार उन्हें कुछ दिन पहले ही यहां अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों की और उनकी सहायता करने वालों की जानकारी मिली थी।
जिस पर जब उन्होंने जांच की तब इन अवैध घुसपैठियों का राज खुला। पता चला है की कुछ स्थानीय लोगों ने रोहिंग्या घुसपैठियों को यहां बसाने के लिए मदद की थी। जिसमें उनके आधार कार्ड बनवाना, वोटर कार्ड बनवाना और पासपोर्ट बनवाना भी शामिल है। इसके साथ ही पकड़ा गया रोहिंगिया घुसपैठिया भारत में बने पासपोर्ट से दुबई और बहरीन की यात्रा भी कर चुका है। एटीएस को अपनी जांच में पता चला है कि इस रोहिंग्या के पास पासपोर्ट तो है ही इसके साथ ही मोहम्मद अरमान नाम का यह घुसपैठिया पश्चिम बंगाल के हुगली जनपद में अपना खुद का मकान भी बनवा रहा है।
इस घुसपैठिए ने जमीन की रजिस्ट्री फर्जी भारतीय पहचान पत्र से करवाई थी। ATS को सूचना मिली थी कि 14 मार्च 2023 को मोहम्मद निसार नाम का कोई व्यक्ति मोहम्मद अरमान को मिलने के लिए बलिया पहुंच रहा है। जिस पर एटीएस ने कार्रवाई करते हुए एक टैक्सी स्टैंड पर खड़े हुए 2 घुसपैठियों को दबोच लिया। इनमें से एक की पहचान म्यांमार के रहने वाले मोहम्मद अरमान के रूम में तथा दूसरे की पहचान बांग्लादेश के रहने वाले अब्दुल अमीन के रूप में हुई है।
एटीएस को इन दोनों की दोनों से तीन भारतीय पासपोर्ट मिले हैं। जिनमें दो पासपोर्ट मोहम्मद अरमान के नाम पर थे और तीसरा पासपोर्ट मोहम्मद अमीन नाम के नाम पर है। इन दोनों की जांच करने पर इनसे बलिया जिले के पते पर बने हुए भारतीय वोटर कार्ड भी मिले हैं। इनसे पंजाब नेशनल बैंक का एटीएम कार्ड और संयुक्त अरब अमीरात कुवैत की करंसी भी बरामद हुई है। एटीएस को इनसे एक महंगा आईफोन भी मिला है। ATS ने जब इन घुसपैठियों के स्थानीय आकाओं के बारे में पता किया तो बलिया में उमर गंज के ग्राम प्रधान एजाज का नाम सामने आया, जिसने सन 2014 में इनका वोटर कार्ड बनवाया था।
इसी वोटर कार्ड के आधार पर मोहम्मद अरमान ने आधार कार्ड बनवाया, बैंक खाता और पैन कार्ड भी बनवा लिया। एटीएस को मिली जानकारी के अनुसार सभी रोहिंग्या घुसपैठिए आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और एक परिवार की तरह एक दूसरे को हिंदुस्तान में बसने में सहायता करते रहते हैं। पता चला है की अवैध घुसपैठियों में से दो को तो पकड़ा जा चुका है किंतु अभी चार अन्य नामजद आरोपी फरार हैं। जिनकी तलाश में पुलिस लगी हुई है। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 420, 419, 460, 460, 370, 471, 120 B, शांति 34, 12/1, 12/2 के साथ-साथ विदेशी अधिनियम के अंतर्गत आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
अब पुलिस पकड़े गए आरोपियों के अन्य साथी हमीद, मोहम्मद इरफान, निसार और शैद अली की तलाश में जगह- जगह छापेमारी कर रही है।