“Condition worsens in Ukraine, Indians will be expelled, PM gave special information.”
प्रत्येक समस्या का समाधान युद्ध नहीं है।
सनातन🚩समाचार🌎 रूस के हमले के बाद यूक्रेन में स्थिति निरंतर खराब होती जा रही है। ऐसे में भारत सरकार यूक्रेन में फंसे हुए अपने नागरिकों को लेकर काफी चिंतित है। इसके बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत गुरुवार को सुरक्षा मामलों के मंत्री मंडल की एक खास बैठक की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, एनएसए अजीत दोवाल और अन्य कई अधिकारी भी शामिल हुए।
इस खास बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि भारत सरकार की पहली जिम्मेदारी यूक्रेन में फंसे हुए भारतीयों को सुरक्षित निकालने की है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव हर्षवर्धन ने बताया कि यूक्रेन की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी के साथ एक बैठक हुई है। प्रधानमंत्री ने इस बैठक में स्पष्ट तौर पर कहा है कि सरकार की पहली जिम्मेदारी यूक्रेन में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उनको वापस लाना है। उन्होंने आगे बताया कि पोलैंड और हंगरी के रास्ते यूक्रेन में फंसे हुए भारतीयों को निकाले जाने की योजना है। उन्होंने कहा कि हम बहुत सावधानी के साथ यह कार्य करेंगे।
भारतीय नागरिकों को निकालने और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सारी व्यवस्था कर ली गई है। उन्होंने कहा कि हमने लगभग एक महीना पहले यूक्रेन में भारत के नागरिकों का पंजीकरण शुरू किया था। ऑनलाइन पंजीकरण के आधार पर हमने पाया कि हमारे 20,000 नागरिक वहां पर थे पहले कुछ दिनों में 4000 भारतीय नागरिक यूक्रेन से भारत लौट चुके हैं। दिल्ली में हमारे कंट्रोल रूम को 980 काल और 850 ईमेल मिले हैं। उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन में स्थिति से निपटने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
यूक्रेन में हमारा दूतावास इस बारे में सभी आवश्यक कार्य कर रहा है तथा हम अपने छात्रों की सुरक्षा के लिए विश्वविद्यालयों और अन्य संबंधित लोगों से भी संपर्क कर रहे हैं। विदेश सचिव ने कहा कि रूस पर यू एस, ऑस्ट्रेलिया, यूके, जापान आदि देशों के द्वारा कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। हम इस बात की समीक्षा कर रहे हैं कि किसी भी प्रतिबंध का हमारे संबंधों पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
बहरहाल आशा तो यही की जानी चाहिए की सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित अपने देश में लौट आएंगे।