“Break idols, tear down pictures, beat us up, save us, we don’t want to be Christians.”
हिंदुस्थान में हिंदुओं पर हर तरफ से कहर जारी, पत्ता पत्ता है हिंदुओं का वैरी।
सनातन 🚩समाचार🌎 अब तो लगने लगा है कि हिंदुओं को हर रोज हो रहे ऐसे हमलों की आदत ही पड़ चुकी है। परंतु ऐसा कब तक चलेगा ? क्योंकि यह हिंदुस्तान हिंदुओं की आखिरी भूमि है। इसके अलावा कोई और ठिकाना हिंदुओं के पास है भी नहीं।
हम ईसाई नहीं बनना चाहते हैं
हर रोज हो रहे अत्याचारों की अंतहीन श्रंखला में अब एक खबर मिल रही है राजस्थान से। यहां के अलवर जिला में एक बेटे और उसकी पत्नी ने अपने माता पिता पर आरोप लगाया है कि वह उन्हें जबरदस्ती ईसाई बना देना चाहते हैं। परंतु हम हिंदू पैदा हुए थे और हिंदू ही मरेंगे। हम किसी भी सूरत में ईसाई नहीं बनना चाहते हैं। दरअसल 19 अक्टूबर 2022 को पीड़ित दंपत्ति सोनू और उसकी पत्नी रजनी ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने बताया है कि उनके माता-पिता के द्वारा घर में रखी गई हमारे भगवानों की मूर्तियों को तोड़ दिया गया है और हमारे देवी देवताओं के चित्र भी हमारे माता-पिता ने फाड़ दिए हैं।
विश्व हिंदू परिषद/बजरंग दल
क्योंकि वह लोग चाहते हैं कि हम भी अपना हिंदू धर्म त्याग कर ईसाई बन जाएं। प्राप्त हुए विवरण के अनुसार जब पीड़ित दंपत्ति बहुत परेशान हो गए तो उन्होंने विश्व हिंदू परिषद/बजरंग दल के पास मदद की गुहार लगाई। सारे मामले की जानकारी लेने के बाद विश्व हिंदू परिषद/बजरंग दल के प्रांतीय अध्यक्ष प्रेम सिंह राजावत, सुभाष अग्रवाल, रमेश नरवानी, संजय पंडित और जगदीश सोनी सहित अनेक पदाधिकारी पीड़ित दंपत्ति को साथ लेकर पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे और उन्हें सारी बात बताई।इसके बाद अलवर पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवा दी गई।
धर्म परिवर्तन को मजबूर करते हैं
पीड़ित सोनू ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसके माता पिता और उसके परिवार के कई सदस्य धर्मांतरण करके ईसाई बन चुके हैं। अब वह लोग उन्हें भी धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। सोनू ने आगे बताया कि हम जब भी अपने हिंदू देवी देवताओं की पूजा करते हैं तो मेरे माता-पिता इसका विरोध करते हैं। हम घर में दिया जलाते हैं या अगरबत्ती जलाते हैं तब भी वह हमारा विरोध करते हैं। उन लोगों ने हमारे देवी देवताओं की मूर्तियों को तोड़ दिया है और हमारे कमरे में लगे देवी-देवताओं के चित्र भी फाड़ दिए हैं। जब हम उन्हें ऐसा करने के लिए मना करते हैं तो वह हमें बुरी तरह से पीटते हैं।
पीड़ित सोनू के अनुसार
वे कहते हैं की हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई बन जाओ। पीड़ित दंपत्ति के अनुसार उनका परिवार पिछले 2 सालों से ईसाई मत के रीति-रिवाजों का पालन कर रहा है, तथा पिछले कुछ समय से हमें भी धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है। पीड़ित सोनू की शिकायत के अनुसार वह और उसकी पत्नी हिंदू ही बने रहना चाहते हैं और कभी भी ईसाई नहीं बनना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा है कि हमारे परिवार के लोग कहते हैं कि हिंदू धर्म और हिंदू रीति रिवाज बिल्कुल बेकार हैं, इसलिए तुम ईसाई बन जाओ तुम्हें बहुत खुशी मिलेगी।
वाल्मीकि बस्ती में भी धर्म परिवर्तन
इस प्रकरण के बारे में विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष दिलीप मोदी ने कहा है कि अलवर जिले में दलित समाज के लोगों पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया जा रहा है, साथ ही शहर की वाल्मीकि बस्ती में भी कुछ लोग धर्म परिवर्तन का काम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि इस बस्ती में धर्म परिवर्तन की बकायदा एक व्यवस्था बनी हुई है, जिसके अनुसार यह लोगों को लालच देते हैं और हिंदू देवी देवताओं का अपमान भी करते हैं तथा उन्हें ईसाई मत अपनाने के लिए विवश करते रहते हैं। यहां तक की ईसाई ना बनने पर उनका बहिष्कार करने की भी धमकीयां भी देते हैं।
इस मामले में, पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम का कहना है कि पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि उनके परिवार के सदस्यों द्वारा उन्हें ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के लिए दबाव डाला जा रहा था। पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। जाँच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।