“भईया (migrants) are on target, all this is happening with Hindus in Punjab.”
कुछ लोग लगातार जहर घोल रहे हैं पंजाब में प्रवासियों के नाम पर।
सनातन🚩समाचार🌎 एक तरफ जहां पंजाब से बाहर सिख समाज के बहुत सारे लोग रहकर बड़े स्तर पर खेती- बड़ियां कर रहे हैं। उसके साथ ही कई सिखों की बड़ी-बड़ी ट्रांसपोर्ट कंपनी है तो कई बहुत और बड़े-बड़े व्यापारी हैं। ऐसा लगता है की देश के वफादार इन सब सिखों को आफत में डालने के लिए आजकल पंजाब में मजदूरी करके अपना पेट पालने के लिए जाने वाले उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूर लोगों पर शारीरिक और मानसिक हमले किए जा रहे हैं। कोई इन्हें भईया कह रहा है कोई प्रवासी कह रहा है तो कोई इन्हे मूत (मूत्र) पीने कह रहा है। जिस कारण एक बार फिर से पंजाब का माहौल दिनों दिन विषैला होता जा रहा है। अब ऐसी ही नफरत से भरी हुई घटना घट गई है पंजाब के जीरा बस स्टैंड पर।
यहां पर 27 नंबर 2023 को उसे समय जीरा बस स्टैंड पर अफरा तफरी मच गई जब वहां एक बस के कंडक्टर ड्राइवर और उनके सहयोगी ने गालियां निकालते हुए गुरुद्वारा में जाने वाले लोगों पर लाठियां और तलवारों से हमला कर दिया। हमले से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया तथा उसे अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ गया।
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार 27 नवंबर 2023 दिन सोमवार को श्री गुरु नानक देव जी के जन्म दिवस के अवसर पर लगभग 12 लोग बस स्टैंड पर पहुंचे जिनमें महिलाएं भी थीं। यह लोग ज्यों ही गुरुद्वारा सुलतानपुर लोधी जाने के लिए बस में सवार होने लगे तभी बस के कंडक्टर ने उन्हें अपमान जनक शैली में भैया का कर उनका अपमान किया। इस बारे में भुक्त भोगी पीड़िता ज्योति ने बताया है कि जब वह लोग बस में चढ़ने लगे तभी बस के कंडक्टर ने चिल्ला कर कहा की आ गए भईये।
इस पर हमारे एक साथी ने उससे पूछा की क्या भैया इंसान नहीं होते क्या ? हम तुम्हें भैया लगते हैं क्या ? इस पर कंडक्टर हमारे साथ गाली गलौज करने लगा इसी बीच इसका एक सहयोगी और बस का ड्राइवर भी वहां पर पहुंच गया और वह सभी लोग उन्हें अपमानित करते हुए उन्हें बुरी तरह गालियां देने लगे। जब हमने उनका विरोध किया तो वह पास ही में बने हुए दो नंबर कमरे में जाकर वहां से डंडे और तलवारे लेकर आ गए, और हम पर उन्होंने जानलेवा हमला कर दिया।
विशेष – जिन लोगों पर हमला किया गया वो बाहर से आए लोग नहीं बल्कि पंजाब के रहने वाले हिंदू हैं।
पीड़िता के अनुसार हमारे एक व्यक्ति के सिर में तलवार से बहुत बुरी तरह से प्रहार किया गया है जिससे उसका सिर फट गया है। उसे सरकारी अस्पताल में दाखिल करवा दिया गया है। वहां पर मौजूद एक दूसरे घायल की स्थिति भी ठीक नहीं थी उसके सर से बहुत सारा खून निकल कर उसके कपड़ों पर फैल गया था। इसके साथ ही वहां पर उपस्थित और लोग भी इस घटना का विरोध करते हुए नजर आए। इस बीच एक सिख सज्जन भी वहां पर पहुंच गया तथा उसने इस घटना की घोर निंदा करते हुए कहा कि यह राज बस वालों की बदमाशी है।
वैसे तो प्राइवेट बस वाले लोग आवाज़ लगा लगा कर सवारियों को बिठाते हैं किंतु आज गुरु पर्व वाले दिन इन लोगों के द्वारा सवारियों को भैया का कर अपमानित करना और उन्हें बुरी तरह से तलवारों से घायल कर देना बहुत चिंताजनक और निंदनीय हैं। सिख बंधु ने पुलिस और सरकार से मांग की है की प्राइवेट बस – राज बस वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पीड़ितों के अनुसार उनके साथ मारपीट एक प्राइवेट बस कंपनी राज बस वालों के द्वारा की गई है।
बता दे की सवारी के साथ बुरी तरह मारपीट करके और उन्हें गंभीर रूप से घायल करने के बाद बस ड्राइवर और कंडक्टर बस स्टैंड से अपनी बस निकाल कर रफूचक्कर हो गए। पीड़ितों के अनुसार यह घटना उसे समय घटी है जब सुबह 8:00 बजे वह लोग गुरुद्वारा में जाने के लिए बस स्टैंड पर पहुंचे थे इसी बीच वहां अन्य लोग भी इकट्ठा हुए तथा सभी ने एक सुर में इस अपमान और मारपीट का घोर विरोध किया।
इस बारे में वहां पर मौजूद पुलिस अधिकारी अंग्रेज सिंह का कहना है की मारपीट करने वाले लोगों की पहचान की जा रही है तथा शीघ्र आरोपियों के खिलाफ कानून के अनुसार बनती कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब में जिस तरह से उत्तर प्रदेश और बिहार से आए हुए मजदूरों के साथ अपमानजनक व्यवहार आजकल हो रहा है कहीं उनकी रेहड़ियां हटवा दी जाती हैं और कहीं पर उनकी पिटाई कर दी जाती है। इस कारण यहां बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर यह सब कब तक चलेगा ? क्या यह पंजाब से बाहर रहने वाले सिखों को मुसीबत में डालने का कोई षड्यंत्र तो नहीं है ?
क्या ये हिंदुओं के खिलाफ कोई बड़ा षडयंत्र है ? ऐसा नहीं है कि पंजाब का सिख समुदाय हिंदुओं का और पंजाब में बाहर से आए हुए मजदूरों का विरोधी है, किंतु जिस तरह पिछले कई सालों से शरारती लोगों के द्वारा जो माहौल बनाया जा रहा है वह कहीं ना कहीं पंजाब के भाईचारे को खराब करने में सफल हो रहा है।