“Became a Muslim, got abortion twice, got killed, now she is getting shocked because her Aftab is very good.”
अब तो लोग ये कहने लगे हैं की लव जिहादी अपने मौलवियों से काले इल्म करवाते हैं, जिस कारण हिंदू लड़कियां अपना भला बुरा सोच ही नहीं पाती हैं।
सनातन 🚩समाचार🌎 कुछ तो ऐसा अवश्य है जिससे वशीभूत होकर हिंदू लड़कियां अपने हाथों से अपना जीवन बर्बाद कर रही है। हालांकि आज यह बात किसी से छिपी हुई नहीं है की लव जिहाद क्या होता है ? इसके परिणाम क्या होते हैं ? परंतु फिर भी हिंदू लड़कियां जानबूझकर इस कुएं में गिर रही हैं।
साथ जीने मरने की कसमें
अब फिर से लव जिहाद का एक नया मामला आया है बिहार के बेगूसराय से। यहां की एक हिंदू युवती ने आरोप लगाया है कि उसका पति आफताब आलम उसे जान से मार देना चाहता है। पीड़ित लड़की के अनुसार आफताब आलम से उसकी मुलाकात फेसबुक पर हुई थी इसके बाद उन्होंने एक दूसरे के फोन नंबर लिए और आपस में बातें करने लगे। फिर उनकी मित्रता प्रेम में बदल गई जिससे उन्होंने एक साथ जिंदगी जीने का निर्णय ले लिया।
दो बार गर्भवती हुई
पता चला है कि पीड़ित युवती समस्तीपुर के रहने वाली है और बेगूसराय में किसी दुकान पर काम करती है। सहरसा के रहने वाले आफताब से उसकी दोस्ती सन 2020 में फेसबुक के माध्यम से हुई थी। जब बातचीत आगे बढ़ी तो आफताब लड़की से मिलने के लिए बेगूसराय पहुंच गया और उसने लड़की से शारीरिक संबंध बनाया। उसके बाद आफताब आलम और हिंदू लड़की बार-बार मिलते रहे जिससे लड़की दो बार गर्भवती हुई, परंतु आफताब ने उसका जबरन गर्भपात करवा दिया।
मस्जिद में निकाह
इस सबके चलते लड़की बार-बार आफताब से शादी करने के लिए कहती रही, और आखिर आफताब इसके लिए राजी हो गया और उसे एक मस्जिद में ले जाकर इस्लामिक रिवाज के अनुसार उसके साथ निकाह कर लिया। फिर दोनों ने कोर्ट मैरिज भी कर ली। शादी के बाद वह दोनों बेगूसराय के काली स्थान चौक इलाके में एक किराए के मकान में रहने लगे। बता दें की निकाह के बाद भी जब हिंदू लड़की सातन धर्म के अनुसार पूजा पाठ करती रही तो आफताब आलम ने उसे धर्म बदलकर मुसलमान बनने के लिए कहा।
तीसरी बार गर्भपात को राजी नहीं हुई
जब पीड़ित लड़की नहीं मानी तो उसके साथ कई बार मारपीट की गई। लड़की के अनुसार अपने भविष्य के डर से आखिर वह इस्लाम कबूल करने को विवश हो गई। मुसलमानी बनने के बाद जब लड़की तीसरी बार फिर से गर्भवती हुई तो आफताब आलम ने उसे फिर से गर्भपात करवाने के लिए कहा परंतु इस बार युवती गर्भपात करवाने को राजी नहीं हुई। जिससे उन दोनों के बीच काफी झगड़ा हुआ और आफताब आलम ने पीड़ित लड़की की पिटाई भी की। जब पीड़ित लड़की गर्भपात के लिए राजी नहीं हुई तब आफताब आलम ने उसे मारने की धमकियां भी दी।
मायके ने किनारा किया
उसके बाद वह उसे किराए के मकान में अकेली छोड़कर कहीं चला गया और उसने अपना मोबाइल फोन भी बंद कर दिया। मीडिया सूत्रों के हवाले से पता चला है कि इन सारी घटनाओं के बाद जब युवती ने अपने मायके वालों से सहायता करने के लिए कहा तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया क्योंकि उसने अपने मायके वालों के विरुद्ध जाकर निकाह किया था और मुसलमानी बनी थी। इस इस सब से आहत युवती ने समस्तीपुर महिला थाने में अपनी पीड़ा बताई, परंतु उसे कहा गया कि वह बेगूसराय में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवाए। इसके बाद पीड़ित युवती बेगूसराय के एसपी से मिली और अपनी सारी पीड़ा बताई।
युवती को तो न्याय अवश्य मिल जाएगा परंतु
तब एसपी बेगूसराय के निर्देश पर महिला थाने में पीड़ित युवती की शिकायत दर्ज की गई। इस सारे प्रकरण के बारे में एसपी योगेंद्र कुमार ने कहा है कि “लड़की ने सोशल मीडिया से दोस्ती करने और फिर शादी करने के बाद छोड़ देने का आरोप लगाया है अब मामले की बारीकी से जांच की जा रही है।” एसपी बेगूसराय योगेंद्र कुमार ने महिला थाना अध्यक्ष को इस सारे मामले की जांच करने का निर्देश दिया है। निश्चित ही इस पीड़ित युवती को तो न्याय अवश्य मिल जाएगा परंतु बहुत बड़ी चिंता की बात यह है कि आखिर हिंदू लड़कियां कब तक अपने हाथों से ही अपना जीवन बर्बाद करती रहेंगी ?
और क्या यह चर्चा वाकई में सच है कि लव जिहादी लोग अपने मौलवियों से हिंदुओं की लड़कियों पर काले इल्म भी करवाते हैं ?