“Bad intentions of blasphemy in Paigam, dirty interpretation of Hindu mantras and praise of Islam in Hindu fair, police arrested madrasa team.”

क्या आपको पता है की 9 राज्यों में अल्प संख्यक हो चुके हिंदुओं पूरी तरह से खत्म करने की योजनाएं चल रही हैं सारे देश में ?

सनातन 🚩समाचार🌎 हिंदुओं पर वक्फ बोर्ड की मार, हिंदू लड़कियों पर लव जिहाद की मार, हिंदू राष्ट्र की भूमि पर मजारों की मार, हिंदुओं की शोभायात्रा ऊपर पत्थरों की मार तो सारे देश में चल ही रही है परंतु अब हिंदुओं के पवित्र मेलों में भी घुसपैठ करके हिंदू धर्म की निंदा करते हुए इस्लाम की प्रशंसा करके हिंदुओं को मुसलमान बनाने के प्रयास भी होने लगे हैं।

दरअसल हिंदुओं के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री प्रयागराज में हिंदुओं की धार्मिक पुस्तकों की गलत व्याख्या वाली पुस्तकें बेची जा रही थी और इसके साथ ही इस्लामिक साहित्य मुफ्त में बांटा जा रहा था। जिसके बाद पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

बता दें कि श्री प्रयागराज जी मे प्रत्येक वर्ष माघ मास में मेला लगता है। जिसमें भारी संख्या में हिंदू जुटते हैं, और श्रद्धा की डुबकी लगाते हैं। इसी मेले में इन पुस्तकों के माध्यम से सनातन धर्म का अपमान किया जा रहा था। इस मेले में उपस्थित कुछ हिंदुओं ने जब इन पुस्तकों को पड़ा तो उन्होंने रोष में भरकर पुलिस से इस बारे में शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई की है।

https://youtu.be/fYCIHcW2SL4
पुलिस ने बताया है

पुलिस कार्रवाई के बारे में अपर पुलिस आयुक्त ने इस घटना के बारे में बताया है कि: माघ मेला क्षेत्र में हमने 2 लड़कों को पकड़ा है। यह लोग वहां पर ठेला लगाकर मजहबी पुस्तकें बेच रहे थे। उसमें से कुछ पुस्तकें मुस्लिम धर्म से संबंधित थी और कुछ पुस्तकें हिंदू धर्म से संबंधित थीं, जिसमें उन्होंने श्लोकों की गलत व्याख्या की हुई है। इससे हिंदू धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। दोनों लड़कों के नाम मोनिस और समीर हैं।

यह दोनों पहले हिंदू थे मोनिश ने 2 साल पहले मुस्लिम धर्म अपनाया था और समीर ने 12 साल पहले मुस्लिम धर्म अपनाया था। एक मदरसे के टीचर मोहम्मद गाजी को भी गिरफ्तार किया गया है। वह इन लड़कों को पुस्तक बेचने के लिए देता है और मुफ्त में लोगों को मुहैया करवाता था। यह लोग पुस्तक लेने वालों के फोटो खींच लेते थे और उनके कांटेक्ट नंबर भी ले लेते थे। मकसद यह था कि जो लोग सॉफ्ट टारगेट हैं उन्हें अपने ग्रुप में शामिल किया जाए।

अपर पुलिस आयुक्त ने आगे बताया कि यह लोग विशेषता हिंदू धर्म स्थलों पर जाते थे। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में यह लोग हनुमान मंदिर के पास ठेला लगाते थे। इन लोगों ने बनारस में भी किताबें बेची हैं। वहां अस्सी घाट में यह लोग किताबें बेचा करते थे। जानकारी के अनुसार मोहम्मद मोनिस स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन उत्तर प्रदेश का पूर्व जनरल सेक्रेटरी है। और समीर भी इसी गिरोह का सदस्य है। वहीं महमूद हसन गाजी फतेहपुर का रहने वाला है, जो मौजूदा समय में करेली में रहता है।

पता चला है कि इस्लामिक साहित्य बेचने के लिए इन्हें आबू धाबी से पैसा आता है। अब पुलिस इनकी विदेशी फंडिंग की डिटेल निकाल रही है। पुलिस को इनके पास से दो मोबाइल फोन, 4 आधार कार्ड और 204 पुस्तकें बरामद हुई हैं। इन पुस्तकों में हिंदू धर्म के वेदों के श्लोकों इत्यादि की गलत व्याख्या की गई है।

इस घटना के संदर्भ में श्री प्रयागराज के पुलिस आयुक्तालय की तरफ से एक ट्वीट जारी किया गया है जिसमें बताया गया है कि माघ मेले में हिंदू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने के आशय से अपनी पहचान छिपाकर कूट रचित संदिग्ध इस्लामिक पुस्तकें बेचने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को थाना दारागंज व एसओजी की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। साथ ही भारी संख्या में अप्रमाणित पुस्तकें बरामद की गई हैं।

आपको बता दें कि हिंदुओं के पवित्र तीर्थ स्थल के इस मेले में हिंदू धर्म का अपमान करने वाले मास्टरमाइंड का नाम है महमूद हसन गाजी यह व्यक्ति गाजियाबाद में पैगामें बहदानियत नाम की एक संस्था का अध्यक्ष है, और साथ ही यह मदरसे का टीचर भी है।

By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

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