“After running stone acid bomb hid in hate youtube channel, police caught 24 rioters NSA and Baba ji’s bulldozer also ready.“
पूरी योजना थी शहर को तेहस नेहस कर देने की पर ……
दंगों का मास्टर माइंड
सनातन🚩समाचार🌎 कानपुर उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई हिंसा के बाद अब बाबाजी का प्रशासन पूरी तरह हरकत में आ चुका है। इस मामले में हिंसा की साजिश रचने वाला जफर हयात हाशमी गिरफ्तार हो चुका है और उससे पूछताछ जारी है। हयात जफर हाशमी पर हिंसा फैलाने और लोगों को दंगा करने के लिए उकसाने का आरोप है। जफर हयात आशमी ने एक फेसबुक पोस्ट करके लोगों को कानपुर में बाजार बंद करने और जेल भरो आंदोलन करने की अपील की थी। बतादें कि जफर हयात हाशमी मौलाना मोहम्मद जौहर अली फैंस एसोसिएशन का संचालक भी है। ये व्यक्ति पहले CAA और NRC के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शनों में भी शामिल रहा है। तब कानपुर के कर्नलगंज थाने में जफर हयात हाशमी के खिलाफ एफ आई आर भी दर्ज की गई थी।
लखनऊ के एक यूट्यूब चैनल में शरण ली
10 जून 2022 को हुई हिंसा के इस मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी की गिरफ्तारी के बाद अब कानपुर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस सारे प्रकरण की जानकारी दी है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया है की कानपुर में दंगा करने के बाद दंगाइयों ने लखनऊ के एक यूट्यूब चैनल में शरण ली थी, साथ ही उन्होंने हिंसा में शामिल आरोपियों पर एनएसए लगाते हुए उनके बैंक खातों की जांच करवाए जाने का भी ऐलान किया है। विजय सिंह मीणा ने कहा है कि हिंसा में शामिल आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट और एनएसए लगाया जाएगा। आरोपियों की संपत्तियों को जप्त किया जाएगा।
अपने और 5 – 6 साथियों के नाम बताए
आज तक कुल 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार हुए लोगों के बैंक खातों की जांच की जाएगी, उनके पी एफ आई या अन्य किसी संस्था से जुड़े होने की भी जांच पड़ताल की जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि सभी पकड़े गए आरोपियों को अदालत में पेश करके 14 जनों का पुलिस रिमांड लिया जाएगा। अब तक की गई पूछताछ में आरोपियों ने अपने और 5 – 6 साथियों के नाम बताए हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि मामला दर्ज होने के गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी लखनऊ में चल रहे एक न्यूज़ चैनल के यूट्यूब ऑफिस में जाकर छुप गए थे।
पी एफ आई से जुड़े कुछ लिंक
उनके पास से 6 मोबाइल फोन और कुछ अन्य दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिसकी जांच करवाई जा रही है। पुलिस कमिश्नर के अनुसार हिंसा के बाद यह आरोपी शहर छोड़कर भाग गए थे, इसकी सूचना हमें मिली लेकिन हमने अपनी तलाश जारी रखी। जफर हयात को लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने वहां छापेमारी करके इन सभी को गिरफ्तार कर लिया है। कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने और बताते हुए कहा कि हमें इनके पी एफ आई से जुड़े कुछ लिंक मिले हैं। हमें सूचना मिली है कि पी एफ आई के कानपुर के दंगाइयों से भी लिंक है, जिसकी हम जांच कर रहे हैं। कुछ समय पहले सी ए ए पर हुई हिंसा में भी पी एफआई के 5 लोग शामिल थे,उन पर भी हम जांच कर रहे हैं।
पुलिस इंस्पेक्टर के द्वारा दी गई शिकायत
अगर उनकी कोई संलिप्तता पाई गई तो उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही हम अब आरोपियों की फंडिंग के स्त्रोत की भी तलाश कर रहे हैं। बता दें कि कानपुर में हुई हिंसा पर पुलिस इंस्पेक्टर नवाब अहमद की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। इस FIR में 30 लोगों को आरोपी बनाया गया है। पुलिस इंस्पेक्टर के द्वारा दी गई शिकायत में कहा गया है कि हयात जफर हाशमी के द्वारा जाम किए गए रास्ते में दंगाइयों ने अस्पताल में जाने वाले बीमार व्यक्तियों को भी रोक दिया था।
इस सब के बीच यह भी पता चला है कि दंगे में पत्थरबाजी और बमों का भी प्रयोग किया गया था और साथ ही एसिड की भरी हुई बोतलें भी फैंकिं गई थीं। अब जो जो भी आरोपी कानपुर में हुई हिंसा के मामले में प्रमाणित रुप से सन लिप्त पाए गए उनकी संपत्तियों पर बुलडोजर से भी कार्रवाई की जाएगी।