आज तक हिंदुओं का बड़े से बड़ा मंदिर जो ना कर पाया उसे हिन्दुस्थान में कर दिखाया है एक चर्च ने।

प्रतीकात्मक छवी …..

चर्च ने घोषणा की है कि जिस भी ईसाई के 5 से अधिक बच्चे होंगे उसे आर्थिक सहायता दी जाएगी।

वर्तमान में जबकि सारा संसार बढ़ती हुई जनसंख्या से परेशान हो रहा है, और बढ़ती हुई जनसंख्या पर अंकुश लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं तो ऐसे में एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यह खबर है केरल की यहां की एक कोट्टायम नाम की चर्च ने घोषणा की है की जिस ईसाई परिवार में 5 बच्चे या उससे अधिक बच्चे होंगे उस परिवार को प्रतिमाह पंद्रह 1500 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस कैथोलिक चर्च के अनुसार यह घोषणा इसलिए की गई है क्योंकि चर्च को लगता है की ईसाइयों की जनसंख्या बहुत तेजी से घट रही है। जबकि सत्य यह है इस प्रदेश में ईसाइयों की जनसंख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है, बल्कि केरल लगभग ईसाई राज्य ही बन चुका है।

हम दो हमारे दो तो सबके दो का विचार अब जन जन की आवाज बन चुका है।

देखा जाए तो उनकी अपनी जमात को बढ़ाने के लिए यह जो सोच है उसके अनुसार तो वह ठीक ही कर रहे हैं और इसी के चलते इस कैथोलिक चर्च ने यह आर्थिक सहायता की घोषणा की है। यहां विशेष ध्यान देने वाली बात यह भी है कि वर्तमान में जबकि सारे देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग उठ रही है तथा हम दो हमारे दो तो सबके दो का विचार अब जन जन की आवाज बन चुका है, तो ऐसे में केरल की इस कैथोलिक चर्च के द्वारा यह घोषणा किया जना अपने आप में सवाल तो खड़ा करता ही है।

ईसाइयों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा करते हुए फैमिली एपोस्टोलिक के निदेशक रेव जोसेफ कुट्टियांकल ने कहा की हमारे ईसाई समुदाय को आगे ले जाने के लिए यह घोषणा किया जाना अति आवश्यक था। अपने ईसाई समुदाय की जनसंख्या वृद्धि करना हमारा लक्ष्य है, जिसके लिए यह घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि हमने केरल बिशप काउंसिल परिवारों को अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है। उनके अनुसार ईसाई समुदाय की जनसंख्या दिनों दिन घट रही है जो चिंता का विषय है इसलिए इस घोषणा के जरिए अपने जनसंख्या वृद्धि के लक्ष्य को प्राप्त किया जाएगा।

गर्भवती महिलाओं की भी जिम्मेवारी

सिरो मालाबार चर्च ने ईसाई परिवारों को अपनी जनसंख्या बढ़ाने के लिए पोप फ्रांसिस की प्रेरणा से सोशल मीडिया पर जनसंख्या वृद्धि का एक अभियान भी आरंभ कर दिया है। सोशल मीडिया पर किए जा रहे प्रचार में यह भी बताया जा रहा है कि सन् 2000 के बाद हुए जिनके 5 या 5 से अधिक बच्चे हैं उन्हें पंद्रह 1500 रुपये प्रति माह आर्थिक सहायता चर्च के द्वारा दी जाएगी, तथा साथ ही यह भी घोषणा की जा रही है कि चौथे बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं के गर्भाधान से जुड़े हुए सभी खर्चों को मार स्लीवा मेडिसिटी अस्पताल जिम्मेवार होगा। बता दें की यह अस्पताल पूरी तरह कैथोलिक चर्च के नियंत्रण में हैं।

अपने मत के अनुसार किसी भी मत के अनुयायियों को अपनी जनसंख्या बढ़ाने या घटाने का पूर्ण अधिकार है। इसमें किसी भी प्रकार की कानूनी अड़चन भी नहीं है परंतु ऐसे में

सनातन🚩समाचार🌎

का सवाल यह है कि जिस तरह से मुसलमानों द्वारा अपनी जनसंख्या बढ़ाए जाने के बाद अब बाकायदा एक ईसाई संस्था ने यह घोषणा की है और प्रयास चालू किए हैं कि ईसाई अपनी जनसंख्या बढ़ाएं। तो ऐसे में क्या आज तक हिंदुस्तान के किसी भी हिंदू संगठन या किसी बड़े मंदिर या किसी मठ अखाड़े ने हिंदुओं की चिंता करते हुए इस तरह की कोई भी घोषणा क्यों नहीं की है❓

क्या कारण है जो आज तक हमारे बड़े-बड़े धुरंधर धर्मगुरु भी इस ओर से आंखें बंद करके बैठे रहे हैं ? हालांकि यह जगजाहिर हैं कि हिंदुस्तान में हिंदुओं की जनसंख्या निरंतर बहुत तेजी से घट रही है और 8 राज्यों में तो हिंदू अल्पसंख्यक ही हो चुके हैं। परंतु ऐसे में अपने हिंदू समुदाय की किसी भी बड़े धर्म प्रचारक धर्म संगठन को कोई चिंता नहीं है।

सनातन🚩समाचार🌎 अपने सभी सनातनी हिंदू संगठनों मंदिरों और मठाधीशों से करबद्ध निवेदन करता है कि आप लोग अब तो जागिए। खुद से आज तक कुछ समझ नहीं आया है तो अब कम से कम इस कैथोलिक चर्च ऐसे ही थोड़ी सी अक्ल ले लीजिए 🙏🙏

By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

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