“The martyrs got respect, the families of the dead of Godhra incident got invitation to “Shri Ram Mandir”
अयोधा जी लौट रहे 59 कार सेवक जिंदा फूंक दिए गए थे।
सनातन🚩समाचार🌎 एक तरफ जहां नव निर्मित भगवान श्री राम जी के मंदिर पर कुछ लोगों के द्वारा आपत्तियां उठाई जा रही है तो दूसरी तरफ सर सनातन समाज तरह-तरह से अपनी खुशियां प्रकट कर रहा है इस बीच उन 59 लोगों के परिवारों को भी प्रसन्नता के साथ-साथ शांति का भी अनुभव हो रहा होगा जिन्हें श्री राम लाल जी के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है यह वह 59 लोग हैं जिन्हें विधर्मियों के द्वारा रेलगाड़ी के एक डिब्बे में पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया था इससे संबंधित खबर जानने से पहले उसे खौफनाक दिन के बारे में भी आपको अवश्य जान लेना चाहिए।
बताने की आवश्यकता नहीं हैं की अहमदाबाद को जाने वाली साबरमती एक्सप्रेस गोधरा स्टेशन से चली ही थी कि किसी ने चेन खींचकर ट्रेन रोक ली और फिर भारी पथराव किया गया जिससे भयभीत हो कर यात्रियों ने डिब्बे के दरवाजे अंदर से बंद कर लिए उसके बाद दानवों ने ट्रेन के एक डिब्बे में पेट्रोल डाल कर उसे आग लगा दी थी। जिससे श्री अयोध्या जी से लौट रहे 59 हिंदू तीर्थ यात्री जिंदा जल कर भस्म हो गए थे।
अब मुख्य समाचार अब मुख्य समाचार
प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य समारोह 22 जनवरी 2024 को होने वाला है। इस अवसर पर गुजरात के गोधरा कांड में मार दिए गए 59 कारसेवकों में से उनके परिवार वाले भी शामिल होंगे। इस बारे में गुजरात विश्व हिंदू परिषद के महासचिव अशोक रावल ने जानकारी देते हुए बताया है कि आमंत्रित किए गए लोगों में उन कार सेवकों के परिजन भी शामिल हैं जो ……
अयोध्या जी से अहमदाबाद लौट रहे थे और गोधरा रेलवे स्टेशन के पास उन्मादियों द्वारा साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के दो डिब्बों में आग लगा दिए जाने से मारे गए थे। विश्व हिंदू परिषद के पास 39 कारसेवकों के नाम और संपर्क थे। जिससे उन लोगों से संपर्क करने के प्रयास किए गए किंतु केवल 20 परिवारों से ही हम संपर्क कर पाए हैं। अशोक रावल ने आगे बताया कि इनमें से 19 परिवारों द्वारा 22 जनवरी को अयोध्या जी में होने वाले समारोह में शामिल होने की सूचना प्राप्त हुई है।
बता दें कि गोधरा में जलाकर मार दिए गए कारसेवकों में से एक ऑटो रिक्शा चालक हरी भाई डाभी भी शामिल हैं। उन्होंने गोधरा कांड में अपनी मां को खो दिया था। यह डाभी अयोध्या के कार सेवक पुरम में रहकर सेवा कर रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद के अनुसार गोधरा कांड के पीड़ितों के अलावा गुजरात से 320 संत और समाज के 105 प्रमुख लोगों को भी इस उत्सव में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है।