“Media is silent because now the church priest has been caught, he did dirty work by luring a 13 year old child with a cake.”
किसी हिंदू संत पे आरोप लगते ही उन्हें पानी पी पी कर कोसने वाला, बदनाम करने वाला मीडिया उस समय मौन हो जाता जब कोई पादरी दुष्कर्म के आरोप में पकड़ा जाता है।
सनातन🚩समाचार🌎 यह बात जग जाहिर हो चुकी है कि हिंदुस्तान का मीडिया केवल एक तरफा रिपोर्टिंग ही करता है जिसके प्रमाण लगातार मिलते रहते हैं। अब फिर से मीडिया के दोगले पान का प्रदर्शन हुआ है केरल के तिरुवनंतपुरम के एक मामले में। दरअसल केरल के तिरुवनंतपुरम में एक पादरी ने एक नाबालिक बच्चों का यौन शोषण किया है जिसे हमेशा की तरह फिर से सारे मीडिया ने छुपा लिया है।
पता चला है कि एक 13 वर्ष के नाबालिक बच्चे का यौन शोषण करने वाले आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया है। पकड़े गए पादरी की आयु 59 वर्ष की है तथा उसका हिंदुओं वाला नाम है “रवींद्रनाथ”
मिली जानकारी के अनुसार घोर कुकर्म के आरोप में पकड़ा गया आरोपी कट्टक्कडा के पेंटेकोस्टल चर्च का पादरी है। जिस बच्चे के साथ पादरी ने यौन शोषण किया है उसे उसकी मां छोड़कर कहीं चली गई है तथा अब वह अपनी दादी के साथ रहता है। घटना के दिन जब नाबालिक बच्चे की दादी अस्पताल गई हुई थी इस समय मौके का फायदा उठाकर आरोपी पादरी बच्चे के घर में घुस गया और बच्चे को बहला फुसलाकर अपने घर ले गया।
पीड़ित बच्चे के अनुसार उसने घर ले जाकर उसे केक खिलाया तथा फिर उसे अपनी टैबलेट पर अश्लील फोटो दिखाए। इसके बाद उसने 13 नाबालिग बच्चों का यौन उत्पीड़न किया। बताने की आवश्यकता नहीं है कि भारत में पादरियों के द्वारा बच्चोंऔर महिलाओं के साथ यौन शोषण करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी पादरियों के द्वारा बहुत सारे कांड किया जा चुके हैं, किंतु न जाने क्यों मीडिया उन घटनाओं की चर्चा कभी नहीं करता है।
इस घटना की भी मीडिया में इक्का दुक्का ही चर्चा है। शर्मसार करने वाली इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने आरोपी पादरी को पकड़ लिया तथा तथा उसके खिलाफ POCSO अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया। सारी कानूनी प्रक्रिया संपन्न करने के बाद पुलिस ने पकड़े गए आरोपी पादरी को अदालत में पेश कर दिया, जहां से अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।