हिंदुओं का इधर धर्मपरिवर्तन उधर धर्मपरिवर्तन,सारे देश मे धर्मोरिवर्तन से हिन्दू त्रस्त — हिन्दू नेता और धर्मगुरु मस्त।
हिंदुस्तान में हिंदू पिछले बहुत लंबे समय से धर्म परिवर्तन का कहर झेल रहे हैं जिसका प्रमाण है हिंदुस्तान में हिंदुओं की दिनोंदिन घटती जनसंख्या हाल ही मैं UP ATS ने इस्लामिक मौलाना मोहम्मद उमर गौतम तथा जहाँगीर को गिरफ्तार किया था जो धड़ल्ले से हिंदुओं को मुसलमान बना रहे थे तथा जिसमें हजारों हिंदुओं को मुसलमान बनाया चुका था. यह कोई ऐसा अकेला मामला नहीं था जिसका उत्तर प्रदेश के एटीएस ने पर्दा फाश किया था। धर्म परिवर्तन क्या यह खेल तो हिंदुओं के साथ निरंतर चलता ही आ रहा है यह हिंदुओं के हुए धर्म परिवर्तन का ही प्रमाण है की वर्तमान में केरल नागालैंड मेघालय इत्यादि राज्य लगभग पूरी तरह ईसाई राज्य बन चुके हैं इसके साथ ही यह भी चौंकाने वाली बात है कि अपने धर्म के प्रति पूरी तरह दृढ़ रहने वाले सिखों के प्रदेश पंजाब में भी बहुत जबरदस्त गति से हिंदु और सिख ईसाई बन रहे हैं, और पंजाब के जालंधर शहर में एशिया की चौथी सबसे बड़ी चर्च का निर्माण भी बहुत तीव्र गति से चल रहा है।
धर्म परिवर्तन की इस श्रृंखला में अब एक बहुत बड़ी धर्मांतरण की खबर आ रही है मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के आंबेडकर जिले के मालीपुर थाना क्षेत्र में सैकड़ों हिंदू परिवार ईसाई बन चुके हैं इस बारे में कुछ भी ना कर पाने वाले हिन्दू संगठनों ने धर्मान्तरण के मामले में स्थानीय पुलिस पर लापरवाही और मिलीभगत का आरोप लगाया है।
पता चला है है कि हाशिमपुर ज़िंदासपुर,अल्लीपुर कोड़रा, कालेपुर महुवल सहित आधा दर्जन गावों में गरीब और दलित परिवारों का ईसाई बनाने का कार्य जोर शोर से चालू है. इसके लिए इन गांवों में हर रविवार को चंगाई सभा का आयोजन किया जाता है पता चला है की चंगाई सभाओं का दौर भी इन इलाकों में जोर शोर से जारी है।
तथा कथित हिंदू संगठनों ने पुलिस पर भी धर्मांतरण के इस खेल में शामिल होने का आरोप लगाया है। मालीपुर थाना क्षेत्र के हाशिमपुर जिंदासपुर गांव के निवासी परशुराम प्रजापति का परिवार इसका ताज़ा उदहारण है।परशुराम प्रजापति ने मालीपुर थाने में धर्म परिवर्तन के खेल की शिकायत भी की लेकिन उन्हें थाने से ही भगा दिया गया। इस बारे में थानाप्रभारी का कहना था की यहां केवल प्रार्थना की जाती है, यहां कोई धर्मपरिवर्तन नहीं हो रहा है।
इससे आक्रोशित विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं ने प्रशासन को ज्ञापन देकर थानाध्यक्ष मालीपुर पर कार्रवाई की मांग भी की है।
यहां गौर करने वाली बहुत बड़ी बात यह है कि जिन लोगों ने इस्लाम फैलाना है या ईसायत फैलानी है वह तो अपना काम जी जान से कर ही रहे हैं, परंतु क्या कारण है कि हिंदुओं के धर्मगुरु मठाधीश अखाड़े या बड़े-बड़े हिंदू संगठन और नेता भी इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रहे हैं ???