भगवान श्री कृष्ण जी की जन्म स्थान पर अवैध कब्जा करके के बनाई गई ईदगाह को हटवाने के लिए मथुरा की एक अदालत में याचिका लगाई गई है।
इस याचिका में याचिकाकर्ता ने भगवान श्री कृष्ण जन्मभूमि से ईदगाह को हटाने की मांग की है यह आज का श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन समिति के द्वारा यह याचिका लगाई गई है।
पता चला है की इस याचिका में लिखा है की औरंगजेब ने हिंदुओं के इस मंदिर को ध्वस्त कर के उससे निकले पत्थरों से इस मस्जिद को बनवाया था. प्रमाण देते हुए बताया गया है कि मस्जिद के कई पत्थरों पर अब भी हिन्दू शास्त्रों के शब्द खुदे हुए देखे जा सकते हैं. याचिका में नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए ऐतिहासिक राम मंदिर फैसले का भी हवाला दिया गया है। इसमें हिंदू पक्ष के हक में फैसला सुनाते हुए तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की पीठ ने मस्जिद के लिए अयोध्या में ही अन्यत्र जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश केंद्र सरकार को दिया था।
मंदिर की भूमि से डेढ़ गुना ज्यादा भूमि देंगे
मिली सूचनाओं के अनुसार उत्तर प्रदेश के मथुरा में भगवान श्री कृष्ण जन्मभूमि पर बनी ईदगाह को हटाने के लिए कोर्ट में याचिका दर्ज कराई गई हैं, यह याचिका ‘श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन समिति’ की ओर से महेंद्र प्रताप सिंह ने कोर्ट में लगाई हैं. याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका यह घोषणा भी की है कि अगर मुस्लिम समाज हिंदुओं की पवित्र हिंदुओं के भगवान श्री कृष्ण जी की जन्म स्थली से ईदगाह हटा लेता है तो हम मंदिर की भूमि से डेढ़ गुना ज्यादा भूमि मुस्लिम समाज को दे देंगे।
अभी कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है
बता दें की यह याचिका मथुरा स्थित सीनियर डिवीजन के सिविल जज साहब की अदालत में दायर की गई हैं, कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई आने वाली 5 जुलाई को तय की है. याचिका के मुद्दे पर मुद्दे पर शाही ईदगाह मस्जिद के काउंसलर और सचिव तनवीर अहमद ने कहां है कि उन्हें अभी तक इस बारे में कोई अधिकृत जानकारी प्राप्त नहीं हुई है परंतु जब भी ऐसी कोई अधिकृत जानकारी हमें प्राप्त होगी तो उस पर सोच विचार करने के बाद कुछ बताया जा सकेगा