एक तरफ जहां हिंदुओं में लव जिहाद के पति हाहाकार मचा हुआ है वही लव जिहाद को नकारने वाले लोग हमेशा यह कहते रहते हैं कि लव जिहाद नाम की कोई चीज नहीं है यह तो केवल एक प्रेम प्रसंग के मामले होते हैं इसलिए इन पर कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए।
और अब इस रिवर्स लव जिहाद के चलते जब मुस्लिम लड़की के पिता और भाई ने एक दलित हिंदू युवक को पीट-पीटकर मार डाला तो अब उन सभी सेक्टरों वादियों सेकुलर वादियों के मुंह में दही जम गया है जो हमेशा लव जिहाद के मामलों को नकारते रहते हैं और खासकर उन महानुभावों को भी सांप सूंघ गया है जो जय भीम जय मीम के नारे लगा लगा कर देशवासियों को भ्रमित करते रहते हैं।
यह लोग हमेशा दलितों के हितैषी बनकर बात करते हैं इनकी बातों से हमेशा लगता है कि दलित और मुसलमानों के बीच बहुत ज्यादा प्रेम है परंतु जब कभी भी ऐसे मामले आते हैं तब यह राजनीति की रोटियां सेकने वाले लोग गधे के सींग की तरह गायब हो जाते हैं नया मामला दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक के विजयपुर आरके देवरा हिपा रागी क्षेत्र के साला दहली गांव का है जहां जो दिल दहलाने वाला है इस मामले में एक मुस्लिम लड़की ने जब एक दलित लड़के से प्रेम कर बैठे तो उस लड़की के घर वालों को उनका यह प्रेम बेहद नागवार गुजरा और उन्होंने घात लगाकर लड़का और लड़की को लाठी-डंडों और पत्थरों से पीट-पीट कर मार डाला अब इसे जघन्य हत्याकांड के बाद सभी लिबरल चुप हैं सेकुलर कौन हैं और तथाकथित नेताजी गायब हैं।
पीट पीट कर की हत्या
दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक से मिली खबर के अनुसार 19 वर्षीय हिन्दू/दलित युवक बसवराजू बडिगेरी और 18 वर्षीय दावालाबी का एक दूसरे से प्रेम संबन्ध था। लड़की के परिवार को दलित युवक से उनकी लड़की का कोई मेल मिलाप कबूल नहीं था। उन्होंने कई बार अपनी लड़की को इसके लिए रोक परन्तु वह दलित युवक से बेइंतहां मोहब्बत करती थी, इसलिए उसने उनकी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया जिससे खफा होकर जब मंगलवार की दोपहर को लड़का और लड़की एक खेत में थे तभी लड़की का पिता और भाई अपने तीन साथियों सहित वहां पहुंच गए और उन दोनों की लाठियों और पथरों से पीट पीट कर हत्या कर दी।
इस बारे में पुलिस ने बताया कि इस प्रेमी युगल की हत्या के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलने के पर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर शवों को अपने कब्जे में ले लिया तथा उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अब तक इस मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और पाँचवे आरोपी की तलाश जारी है।
इस बारे में पुलिस ने कहा कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा तथा कानून के अनुसार उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
बहर हाल ऐसी घटनाओं से यह सवाल तो उठता ही है कि अगर जय भीम और जय भीम वालों का फंडा सही है तो फिर आखिर यह मीम वाले अपने बच्चों के संबंध भीम वालों से स्वीकार क्यों नहीं करते ? क्योंकि यह कोई अकेली घटना नहीं है ऐसी घटनाएं अक्सर सामने आती ही रहती हैं।
आप के द्वारा दी गई जानकारियां तो महत्वपूर्ण हैं ही, साथ ही आप की लेखन शैली भी उत्तम है।
धन्यवाद, आपका ये कहना हमारे लिए बहुत उत्साह वर्धक है।