“Hate: Hindu student thrashed at Carmel Convent School because.”
बढ़ती ही जा रही है हिंदुओं के प्रति हिंदुस्तान में नफरत 😥
सनातन 🚩समाचार🌎 कभी सारी दुनिया का एक छत्र सम्राट रहा हिंदू आज बचे खुचे भूभाग में भी अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है।
अब एक नए मामले में फिर से अपने अस्तित्व को बचाने का प्रयास करते हुए हिंदू संगठनों के साथ हिंदुओं को उस समय एक स्कूल में जाना पड़ गया जब उन्हें पता चला कि उस स्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र को पीट पीट कर उसके हाथ में बंधा हुआ धर्म का प्रतीक चिन्ह कलावा/ मौली कटवा दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना घटी है झारखंड के बोकारो में। यहां पर एक कान्वेंट स्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र को अपने हाथ में कलावा बांधने के आरोप में बुरी तरह से पीटा गया है। बोकारो के थर्मल क्षेत्र मैं पढ़ते कार्मेल कान्वेंट स्कूल मैं पढ़ने वाले एक छात्र की शिकायत उसकी क्लास के मॉनिटर ने अपने टीचर से कर दी, जिसमें उसने बताया की उसकी क्लास में पढ़ने वाले एक छात्र के हाथ में कलावा बंधा हुआ है। बता दे की पीड़ित छात्र नौवीं क्लास में पढ़ता है और उसके टीचर का नाम अमित लकड़ा है।
शिक्षक अमित लकड़ा को जब पता चला कि उसकी कक्षा में कोई अध्यापक कलावा बांधकर आया है तो उसने कक्षा में पहुंचकर हिंदू छात्र से अपने हाथ में बंधा हुआ कलावा उतारने के लिए कहा। किंतु जब छात्र ने कहा कि वह कलावा नहीं उतरेगा, क्योंकि यह उसका धार्मिक चिह्न है। यह सुनकर शिक्षक अमित लाकड़ा ने पीड़ित छात्र की बुरी तरह से पिटाई कर दी तथा आखिर मार खाते हुए विवश होकर छात्र ने अपने हाथ में बंधा हुआ कलावा ब्लेड से काट कर फेंक दिया।
इसके बाद स्कूल से छुट्टी होने पर पीड़ित छात्र ने घर पहुंच कर अपने परिजनों को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी, जिससे उसके सारा परिवार स्तब्ध रह गया। तब परिवार ने तुरंत इस मामले की जानकारी स्थानीय हिंदू संगठन को दे दी। जिसके बाद अगले दिन हिंदू संगठन के साथ बहुत सारे लोग कार्मेल कान्वेंट स्कूल में पहुंच गए और हिंदू आस्था पर हुए आघात के बारे में रोष व्यक्त किया। लोगों ने पीड़ित छात्र के हाथ से धार्मिक चिन्ह जबरन कटवाए जाने के बारे में स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर जायस कुल्लू से घटना के बारे में बात की।
जिस पर प्रिंसिपल ने कहा कि आरोप की जांच करवा कर अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद हिंदू संगठनों के द्वारा बोकारो के डीसी को भी इस बारे में बताया गया। इस प्रकरण पर एसडीएम प्रशांत कुमार ने बताया है कि इस मामले का संज्ञान लिया गया है और जांच की जा रही है। पता चला है कि जब हिंदू संगठन के लोग इस कान्वेंट स्कूल की प्रिंसिपल से बात करने के लिए पहुंचे तब वहां पर मौजूद अन्य बच्चों के परिजनों ने भी स्कूल के ऊपर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लगाए।
इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के डॉक्टर प्रदीप वर्मा ने ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है की अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं जब झारखंड की एक होनहार बच्ची को बिंदी लगाने के लिए एक मिशनरी स्कूल ने इस कदर प्रताड़ित किया कि उसने आत्महत्या कर ली। अब मौली पहने हुए एक लड़के को भी बोकारो के एक स्कूल में इसे पहनने के चलते प्रताड़ित किया गया है।