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Shopkeeper attacked and beaten, neighbors came in support and accused of mob lynching, Faizan and Tanzeem caught “

New Criminal Law : नए क्रिमिनल लॉ में मॉब लिंचिंग पर अलग से कानून, हो सकती है फांसी तक की सजा।

सनातन🚩समाचार🌎 मॉब लिंचिंग के मामलों पर लगाम लगाने के लिए सरकार काफी सख्त होती दिखाई दे रही है। देश में नए क्रिमिनल लॉ लागू हो चुके हैं। इसमें मॉब लिंचिंग को लेकर सख्त कानून बनाए गए हैं। इसके मुताबिक, अब मॉब लिचिंग के मामले में सात साल की सजा लेकर उम्रकैद और अधिकतम फांसी भी हो सकती है।

बच गए

अब इसी नए कानून का शिकार होते होते बच गए हैं उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के दुकानदार। दरअसल उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कुछ मुस्लिम युवकों ने एक दुकान में घुस कर दुकानदार और नौकरों के साथ जम कर मारपीट की। उन्होंने दुकान पर काफी हंगामा किया। इसके बाद जब आसपास के दुकानदारों ने उन्हें पकड़ लिया तो उन्होंने उनके साथ भी हाथापाई की तो इस हमले को कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स पर मॉब लिंचिंग बता कर प्रचारित किया जाने लगा।

यह घटना बुलंदशहर के गुलावटी में 30 जून, 2024 को घटी है। गुलावटी के मुख्य बाजार में एक दुकान पर फैजान और तंजीम नाम के दो युवक पहुँचे थे। यह दोनों आम बेचने का काम करते हैं और इनको पकाने के लिए कार्बाइड केमिकल लेने राजीव नारंग की दुकान पर पहुँचे थे। इस बीच फैजान और तंजीम की किसी बात पर दुकानदार से बहस बाजी हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उन्होंने दुकानदार के साथ बदतमीजी की। इसके बाद वह उग्र हो गए और अपने दो और साथियों को वहां बुला लिया।

यह सभी दुकानदार और उसके नौकरों को मारने पीटने लगे। दुकानदार के साथ मारपीट के बाद फैजान और तंजीम के दोनों साथी भाग गए। पता चला है की दुकानदार पर हमला होता देख वहां आसपास के दुकानदार  इकट्ठा हो गए। उन्होंने फैजान और तंजीम को घटनास्थल से पकड़ लिया। व्यापारियों ने गुस्से में उनके साथ हाथापाई भी की। इसके बाद दोनों के खिलाफ दुकानदारों ने गुलावठी थाने पहुँच कर इस मामले की शिकायत दर्ज करवा दी।

शिकायत मिलने पर पुलिस ने तंजीम और फैजान को पकड़ कर उनका शांतिभंग की धारा में चालान कर दिया जिसके चलते उन दोनों को थाने से ही जमानत मिल गई। बतादें की फैजान और तंजीम ने भी दुकानदार के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया है। इन्होने आरोप लगाया है कि इनके साथ अकारण मारपीट की गई है। इस बारे में सिकंदराबाद की CO पूर्णिमा सिंह ने बताया कि मामले को जिस तरह से प्रचारित किया जा रहा है, यह ऐसा नहीं है। उन्होंने बताया कि मामला पहले दुकानदार पर हमले और बाद में उनके द्वारा जवाबा दिए जाने का है। दोनों पक्ष का मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है।

CO पूर्णिमा सिंह के अनुसर तंजीम और फैजान के दो साथी भाग गए थे। तंजीम और फैजान के विरुद्ध शांतिभंग का मामला दर्ज कर लिया गया था, और उन्हें थाने में ही जमानत मिल गई थी। अभी दोनों पक्ष शांत हैं और कोई विवाद की बात नहीं है।

बताने की अवश्यकता नहीं है की पुलिस के बयान से साफ़ हो जाता है कि मामला मॉब लिंचिंग का ना होकर हमलावरों को पकड़ने और उनके साथ हाथापाई का है। परंतु इस्लामी हैंडल और पत्रकार लगातार इस मामले में झूठ फ़ैलाते हुए इसे मॉब लिंचिंग की घटना बताने में लगें हुए है।

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By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

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